
भास्कर समाचार सेवा
वृंदावन । गऊ सेवा मिशन के तत्वावधान में स्वामी कृष्णानंद महाराज की अध्यक्षता में श्री कृष्ण कृपा धाम वृंदावन में आयोजित हुई सप्त दिवसीय श्री गौ भागवत कथा का विश्राम हुआ। इस अवसर पर स्वामी कृष्णानंद महाराज ने कहा कि आचार्य मृदुल कांत ने इस कथा हेतु केवल तुलसी पत्र दक्षिणा में स्वीकार कर समाज के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।
अग्र पीठाधीश्वर रेवासा धाम से पधारे पूजा राघवाचार्य महाराज ने गौ सेवा मिशन एवं स्वामी कृष्णानंद महाराज द्वारा किए जा रहे कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि गौ माता की आराधना 33 कोटि देवी देवताओं की आराधना का फल प्राप्त होता है। चतुर संप्रदाय महंत फूलडोल बिहारी दास महाराज एवं बिहारी दास भक्तमाली ने कहा कि आज गौ माता की अपने ही देश में दुर्दशा हो रही है। गायों को कूड़े के ढेरों से भोजन चुन चुन कर खाने को विवश होना पड़ रहा है, जो कि हम सबके लिए शर्म का विषय है। महामंडलेश्वर स्वामी नवल गिरी एवं महामंडलेश्वर स्वामी इंद्रदेवेश्वरानंद तथा महंदीपुर बालाजी से पधारे आचार्य पांडेय ने सभी को गौ सेवा हेतु प्रेरित किया।














