
कोरोना संक्रमितों के घर-घर निशुल्क भोजन पहुंचा रहा है हारे का सहारा अन्नरथ
बहराइच व लखनऊ में अन्न रथ के माध्यम से जरूरतमंदों को पहुंचा रहे है भोजन
देवदूत बनकर सामने आई अन्न रथ की टीम
बहराइच। अगर आपका परिवार कोरोना संक्रमण से जूझ रहा है।घर पर खाने की कोई व्यवस्था नही हो पा रही है।आप संक्रमण काल मे भूखे सो रहे है।तो आपको परेशान होने की जरूरत नही है।कोरोना संकट से लड़ रहे लोगो के लिए शहर के कुछ समाजसेवी देवदूत बनकर सामने आए है।जो कोरोना संकट से लड़ रहे लोगो के घर-घर पौष्टिक खाना वो भी निशुल्क पहुंचा रहे है।बताते चले देश मे कोरोना संक्रमण दूसरे फेज में भयावह रूप ले चुका है और अपने चरम पर जा पहुंचा है।देश,प्रदेश व जिले में ऑक्सिजन की कमी से लगातार मौतें हो रही है।कोरोना संक्रमण जिले में सुनामी लेकर आया है।इन सबके बीच सबसे बड़ा संकट कोरोना पीड़ितों के लिए पौष्टिक भोजन का हो जाता है।इनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए हरिशंकर मित्तल चैरेटिबिल ट्रस्ट हारे का सहारा अन्न रथ द्वारा जरूरतमंदों व कोरोना संक्रमितों को निशुल्क भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है। जिसकी चहुओर प्रशंसा हो रही है।जब इस संकट काल मे जनप्रतिनिधि,तमाम एनजीओ आइसोलेट है उस समय हारे का सहारा अन्न रथ की टीम अपनी जान की परवाह किए बिना जरूरतमंदों को दोनो समय निशुल्क भोजन उपलब्ध करवा रहा है।बहराइच के साथ-साथ राजधानी लखनऊ में भी अन्न रथ की शुरुआत की गई।लखनऊ में प्रतिदिन 22 से 25 परिवारों को इस सुविधा का लाभ दिया जा रहा है।शुक्रवार रात आठ बजे सोमवार सुबह सात बजे तक लगे लॉक डाउन में अन्न रथ सुबह-शाम दो बार जरूरतमन्दों को भोजन मुहैया कराएगा।इस कार्य मे लहंगा बैंक की संस्थापिका अंशिका मित्तल पूरे मनोयोग से जुटी हुई है।सुबह उठकर वो पौष्टिक भोजन तैयार करने में लग जाती है।अपने हाथो से भोजन तैयार करके वो बेहतर ढंग से पैकिंग भी करती है जिससे पौष्टिक भोजन जरूरतमंद तक पहुंच सके।
तीन वर्ष से जारी है अन्न रथ की सेवा
शहर में हारे का सहारा अन्न रथ तीन वर्ष से जरूरतमंदों की भूख को शांत कर रहा है।जिला अस्पताल गेट के बाहर शाम को अन्न रात मरीज,तीमारदार व अन्य लोगो को जरूरत के मुताबिक भोजन उपलब्ध करवा रहा है।जो कि एक सराहनीय पहल मानी जा रही है।
पिछले वर्ष भी कोरोना संकट में भी की थी खुलकर मदद
हारे का सहारा अन्न रथ ने पिछले वर्ष भी कोरोना संकट के दौरान दिल खोलकर मदद की थी।गैर प्रान्त से आ रहे कामगारों को उनके स्थान तक पौष्टिक भोजन का पैकेट पहुंचाया था।
डीएम भी कर चुके अन्न रथ की प्रशंसा
जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने जरूरतमंदों को निस्वार्थ भावना से सेवा करने के लिए ट्रस्ट के सदस्यों की प्रशंसा कर चुके है।
समाज के लोगो से मिलता है सहयोग
जब एक ओर कोरोना महामारी लोग घर से बाहर नही निकलना चाहते उसके बीच घर-घर तक भोजन पहुंचाना अपने आप मे एक अदभुत व अनोखा काम है।समाज के लोग इस कार्य मे बढ़ चढ़ कर मदद भी करते है।लोग अपने जन्मदिन, एनीवर्सरी व अन्य अवसर पर अन्न रथ के द्वारा जरूरत मन्दों को भोजन उपलब्ध करवा कर पुण्य कमाते है।
ट्रस्ट ने जारी किये मोबाइल नम्बर
हारे का सहारा अन्न रथ द्वारा फ़ोन नंबर जारी किए है जिसके घर बैठे एक फ़ोन पर निशुल्क भोजन मंगवा सकते है। सुबह भोजन के लिए 11 बजे तक व शाम 05 बजे तक 9415178963 व 9670665447 पर सूचना दे सकते है।जिससे समय से घर तक भोजन पहुंच सके।
क्या कहते है ट्रस्ट के अध्यक्ष अमित मित्तल
हारे का सहारा अन्न रथ के अध्यक्ष अमित मित्तल का कहना है यह बहुत सौभाग्य का अवसर है जो जरूरतमंदों की सेवा करने को मिलता है।हमारी संस्था इस समय कोरोना संक्रमित परिवार को घर-घर तक पौष्टिक भोजन उपलब्ध करवा रही है।मैं अपनी टीम के साथ इस कार्य को लखनऊ में भी शुरू किया है प्रतिदिन 22 से 25 परिवारों को निशुल्क भोजन उपलब्ध करवा रहा हूं।यह सेवा लगातार जारी रहेगी।
क्या कहते ट्रस्ट के सचिव संदीप मित्तल
हारे का सहारा अन्न रथ के सचिव संदीप मित्तल पूरी लगन व तन्मयता के साथ इस कार्य में लगे हुए है।संदीप ने कहा कि जो परिवार इस संकट काल से जूझ रहा हो वो हमसे सम्पर्क कर सकता है उन्हें घर तक निशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।उन्होंने कहा कि इस संकट काल मे हमे डरना नही है क्योंकि डर के आगे जीत है।उन्होंने बताया कि साप्ताहिक लॉक डाउन में सुबह व शाम अन्न रथ के माध्यम से जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।
क्या कहते है ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष संजीव जैन
ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष संजीव जैन ने इस कार्य को सेवा का धर्म बताया।उन्होंने कहा कि लोगो की निश्वार्थ करना ट्रस्ट का उद्देश्य है।इस कोरोना संकट को हम सभी को मिलकर दूर करना है।यह एक कठिन दौर है यह भी दूर हो जाएगा।इन सबके बीच ट्रस्ट अन्न रथ के माध्यम से जरूरत मन्दों को भोजन पहुंचाता रहेगा।










