ट्रांसजेंडर को मिली बड़ी जिम्मेदारी, किन्नर अप्सरा रेड्डी बनीं महिला कांग्रेस की महासचिव

चेन्नई की किन्नर अप्सरा रेड्डी अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की महासचिव नियुक्त की गयी हैं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अप्सरा को लोकसभा सांसद एवं पार्टी की महिला इकाई की अध्यक्ष सुष्मिता देव की मौजूदगी में पार्टी महासचिव नियुक्त किया। पार्टी ने पहली बार किसी किन्नर को पार्टी का पदाधिकारी बनाया है। इस मौके पर अप्सरा ने कहा, ‘मैं एक ऐसी पृष्ठभूमि से आती हूं, जहां मुझे कई पूर्वाग्रहों और अन्याय के बारे में पता चला था। पाखंड और भेदभाव ने मुझे अन्याय के खिलाफ काम करने के लिए प्रोत्साहित किया।

भारत को ऐसी ताकतों द्वारा शासित किया जा रहा है जो महिलाओं के अधिकारों और सम्मान की तुलना में धार्मिक पहचान पर अधिक महत्व रखती हैं।

लिंग परिवर्तन कर अजय से बनीं अप्सरा, मिला कांग्रेस महासचिव का पद

कांग्रेस वास्तव में एक ऐसी पार्टी है जिसने भारत का निर्माण किया और हमारी पीढ़ियों के लिए अच्छी नीति और शासन में एक संवेदनशील तथा समावेशी दृष्टिकोण को कायम रखा। राहुल गांधी जी की महिलाओं के निष्पक्ष प्रतिनिधित्व, महिला-केंद्रित घोषणापत्र लक्ष्यों और गतिशीलता के प्रति प्रतिबद्धता वास्तव में प्रेरणादायक है और मुझे उनके नेतृत्व में देशभर में महिलाओं की सेवा करने में खुशी होगी।”

  1. कांग्रेस में शामिल होने के बाद अप्सरा ने कहा, ‘मैं फासीवादी भाजपा तानाशाही के खिलाफ जोर शोर के साथ अभियान चलाऊंगी। साथ ही मैं महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए कार्य करती रहूंगी।’
  2. अप्सरा ने चेंज किया था जेंडर

    अप्सरा का जन्म लड़के के रूप में हुआ था। बाद में उन्होंने अपना जेंडर चेंज कर लिया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और लंदन से जर्नलिज़्म की पढ़ाई की। वे एक पत्रकार के तौर पर कई अंतरराष्ट्रीय स्तर की पत्रिकाओं के साथ काम कर चुकी हैं।

  3. रेड्डी का राजनीतिक सफर

    अप्सरा 2016 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुईं थी। कुछ दिनों बाद ही पार्टी में स्वतंत्र विचारों के अभाव की बात कहकर उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद पूर्व सीएम जयललिता ने अप्सरा को अन्नाद्रमुक में शामिल करते हुए पार्टी प्रवक्ता बनाया। जयललिता के निधन के बाद पार्टी में घमासान शुरू हुआ और इसी वजह से अप्सरा ने इस पार्टी से भी इस्तीफा दे दिया।

ट्रांसजेडर के अधिकारों की आवाज उठाने वाली अप्सरा

  • राहुल ने कांग्रेस सांसद और एआईएमसी की अध्यक्ष सुष्मिता देव की मौजदूगी में अप्सरा को कांग्रेस की सदस्यता दिलाते हुए महासचिव नियुक्त किया। ट्रांसजेडर के अधिकारों की आवाज उठाने वाली अप्सरा कांग्रेस में आने से पहले अन्नाद्रमुक पार्टी की सदस्य थीं। अन्नाद्रमुक से पहले वे भाजपा से जुड़ी थीं।
खुदकुशी के आते थे विचार

आठ घंटे से भी ज्यादा देर तक चली सर्जरी के बाद उनका लिंग परिवर्तन हो सका। होश में आने के बाद उन्हें काफी दर्द भी झेलना पड़ा, लेकिन वो इससे काफी खुश हुईं। अप्सरा के फैसले से उनके पिता बेहद नाराज थे, लेकिन उनकी मां ने उनका पूरा साथ दिया। सर्जरी के 4 दिनों बाद तक उन्हें अस्पताल में ही रहना पड़ा और इसके बाद अप्सरा को डिस्चार्ज कर दिया गया। अप्सरा बताती हैं कि हार्मोन थैरेपी के बीच उन्हें अक्सर खुदकुशी के विचार आते थे।

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