रोपित किए गए वृक्षों की जियो टैगिंग कर की जाए उनके संरक्षण की व्यवस्था : डीएम

मैनपुरी। जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने जिला वृक्षारोपण समिति, जिला पर्यावरण समिति, जिला गंगा समिति की बैठक की समीक्षा के दौरान वन महोत्सव के अंतर्गत रोपित किए गए वृक्षों की जियो टैगिंग मात्र 63 प्रतिशत पाये जाने पर असंतोष व्यक्त करते हुए शिथिल मॉनिटरिंग के फलस्वरूप प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी, उप खंड अधिकारी वन को नोटिस जारी किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रतिदिन समीक्षा कर 30 सितंबर तक जियो टैगिंग की प्रगति सुधारी जाए अन्यथा की दशा में वेतन आहरण पर रोक लगेगी। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि रोपित किए गए वृक्षों की अभी तक जियो टैगिंग न होना शिथिल कार्यशैली को दर्शाता है, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी आज से ही प्रतिदिन आधा घंटा अर्न्तविभागीय अधिकारियों के साथ समन्वय बैठक करें और प्रतिदिन बैठक की कार्यवृत्ति मुख्य विकास अधिकारी को प्रस्तुत करें, साप्ताहिक रूप से अधोहस्ताक्षरी की अध्यक्षता में बैठक संपादित कराई जाए। उन्होंने कहा कि जो भी वृक्ष रोपित किए गए हैं, उनकी जियो टैगिंग के साथ-साथ उनके संरक्षण की भी पूरी व्यवस्था की जाए, विभिन्न विभागों द्वारा वन महोत्सव के अंतर्गत रोपित किए गए वृक्षों का सत्यापन अन्य विभागों के अधिकारियों के माध्यम से कराया जाय।


उन्होने प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में संचालित फायर क्रेकर फैक्ट्री का आगामी 02 दिन में स्थलीय निरीक्षण करें, जनपद में कहीं भी अवैध रूप से पटाखों का भंडारण, बिक्री, निर्माण न हो, संचालित फायर क्रेकर्स निर्धारित नियमों मानकों का शत-प्रतिशत पालन करें, ऐसे पटाखों का निर्माण किसी भी दशा में न हो, जिससे पर्यावरण को क्षति पहुंचे, दुर्घटना की संभावना रहे। उन्होंने कहा कि बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के बेहतर प्रबंध किए जाएं, बायो मेडिकल वेस्ट ले जाने वाले वाहन जीपीएस सिस्टम युक्त रहे और उनकी मानीटरिंग की जाए, पशुपालन विभाग में जनरेट होने वाले बायो मेडिकल वेस्ट का भी मानक के अनुसार निस्तारण हो, स्वास्थ्य, पशु विभाग के अधिकारी बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण पर नजर रखें, अधिशासी अधिकारी नगर निकाय भी अपने-अपने क्षेत्रों में बायो मेडिकल वेस्ट, अपशिष्ट ठोस प्रबंधन का नियमानुसार निस्तारण कराएं, इसमें किसी भी स्तर पर कोताही अक्षम्य होगी।


मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार ने कहा कि अन्य विभागों के अधिकारियों द्वारा रोपित किय गये वृक्षों का सत्यापन कर रिर्पोट प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया था लेकिन अभी तक जिला उद्यान अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, ग्रामोद्योग अधिकारी, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत, मत्स्य निरीक्षक द्वारा सत्यापन रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की गई है, उन्होंने सचेत करते हुए कहा कि संबंधित अधिकारी आगामी 02 दिन में सत्यापन रिपोर्ट मय फोटोग्राफ्स के उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें अन्यथा की दशा में कार्याे में शिथिलता बरतने पर दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि अभी तक जनपद में बहने वाली नदियों के दोनों ओर बसे ग्रामों में ग्राम गंगा समितियों का गठन नहीं हुआ है और नाही नदियों के किनारे बसे गांव की संख्या का सही आकलन किया गया है। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी, अधिशासी अभियंता निचली गंगा नहर को आदेशित करते हुए कहा कि आगामी 02 दिन में ऐसी नदियां जो गंगा में जाकर मिलती है, के दोनों ओर बसे ग्रामों की सूची तैयार कर प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी को उपलब्ध कराएं, डीएफओ उक्त ग्रामों में ग्राम गंगा समितियों का गठन कर तत्काल प्रभावी कार्यवाही करें ।


बैठक में प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी एस.एन मौर्य, परियोजना निदेशक डीआरडीए के.के. सिंह, उपायुक्त मनरेगा पी.सी. राम, उपायुक्त जीएसटी उत्तम तिवारी, उपायुक्त उद्योग मोहम्मद सऊद, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ए.के. सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी कयामुद्दीन अंसारी, जिला पंचायत राज अधिकारी अविनाश कुमार, जिला प्रोबेशन अधिकारी अजय पाल, भूमि संरक्षण अधिकारी विजय सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।

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