जिस जगह कुत्ते की मौत मारा गया था बगदादी, सामने आया ये VIDEO

  • अबू बकर अल-बगदादी के मारे जाने वाली जगह का वीडियो आया सामने
  •  ऑपरेशन को दौरान ट्रंप व्हाइट हाउस के सिचुएशन रूम में अन्य अहम नेताओं के साथ थे

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अबू बक्र अल-बगदादी की मौत की घोषणा करने के एक दिन बाद, ब्लूमबर्ग ने एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में उस जगह को दिखाया गया है जहां अमेरिकी कमांडो ने रेड की थी जहां इस्लामिक स्टेट का संस्थापक मारा गया था। इस पूरे ऑपरेशन को ट्रंप, उपराष्ट्रपति माइक पेंस और शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ व्हाइट हाउस से अभियान का सीधा प्रसारण देखा।

ये वीडियो सीरिया के इदलिब प्रांत के बारिशा गांव का है जहां पूरे इलाके में मलबा दिखाई दे रहा है। ये मलबा क्षतिग्रस्त कारों और इमारतों का है। वीडियो में एक स्थानीय निवासी शनिवार रात को हुई घटनाओं को बताता दिख रहा है। व्यक्ति को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि करीब 12 हेलीकॉप्टर कई घंटों तक आसमान में थे। जेट्स आए जहां उन्होंने एक घर पर एक साथ छह मिसाइलें दागी।

इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बताया था कि ‘बगदादी के खिलाफ ये ऑपरेशन करीब 2 घंटे तक चला। इस दौरान वह व्हाइट हाउस के सिचुएशन रूम में अन्य अहम नेताओं के साथ थे। इस मिशन के लिए स्पेशल फ़ोर्स के एक बड़े समूह को शामिल किया था। इसमें आठ हेलिकॉप्टर, कई पोत और प्लेन शामिल थे।

अमेरीका के स्पेशल फ़ोर्स के जवानों ने बगदादी के कंपाउंड की दीवारों में सुराख़ बनाए ताकि मेन दरवाज़े में फंसने से बचा जा सके। स्पेशल फोर्स के जवानों से बचने के लिए बग़दादी सुरंग में भागने लगा। उस सुरंग का कोई एग्ज़िट नहीं था। बगदादी सुरंग के आख़िरी छोर पर पहुंच गया था। ट्रंप ने कहा स्पेशल फोर्स के डॉग उसे खदेड़ रहे थे। आख़िर में वो गिर गया और कमर में बंधे विस्फोटक से ख़ुद को और तीन बच्चों को उड़ा लिया।

ब्लास्ट के बाद उसकी बॉडी टुकड़ों में बंट गई। धमाके में सुरंग भी तबाह हो गई। इस ऑपरेशन के बाद पूरा परिसर मलबे में तब्दील हो गया। ट्रंप ने कहा कि बॉडी के अवशेष की तत्काल जांच की गई थी और उसी वक़्त बग़दादी के मारे जाने की पुष्टि हुई। ट्रंप ने कहा कि उनके एक्सपर्ट बग़दादी की बॉडी के पार्ट भी लाए हैं। इस ऑपरेशन में अमरीकी स्पेशल फ़ोर्स को कोई नुक़सान नहीं हुआ है।

अमेरिका ने बगदादी को आठ साल पहले एक आतंकवादी नामित किया था, और उसके सिर पर 10 मिलियन डॉलर (70 करोड़ रुपये से अधिक) का इनाम घोषित किया था। माना जाता है कि बगदादी का जन्म इराक में 1971 में हुआ था। उसने खुद को 2013 में इस्लामिक स्टेट का खलीफा घोषित किया था। बग़दादी फिर से आइएस को खड़ा करना चाहता था इसलिए इदलिब में था।

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