बहराइच : मनरेगा लोकपाल के खिलाफ  प्रधान ने डीएम और एसपी को भेजा शिकायती पत्र

त्रुटिपूर्ण जांच कर फंसाने का  आरोप भी मढ़ा

भास्कर ब्यूरो

जरवल/बहराइच। ग्राम प्रधान ने मनरेगा लोकपाल की जांच रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए डीएम और एसपी को शिकायती पत्र भेजकर कार्यवाही की मांग की है।पत्र में आरोप लगाया है कि बिपक्षी से मिलकर फंसाने के लिए मनरेगा लोकपाल ने सभी बिन्दुओं की जांच किए बगैर त्रुटि पूर्ण जांच रिपोर्ट तैयार की है।

जरवल विकासखंड के ग्राम पंचायत रुदाईन के ग्रामीणों ने मनरेगा लोकपाल,बीडीओ और जिलाधिकारी को पत्र भेजकर गांव में विकास कार्यों में अनियमितता का आरोप लगाते हुए जांच कर कार्रवाई की मांग की थी।ग्रामीणों की शिकायत पर खण्ड विकास अधिकारी जरवल ने तकनीकी विशेषज्ञों की तीन सदस्यीय कमेटी बनाकर जांच करायी,जिसमें अनियमितता की पुष्टि नहीं हुयी।जांच से असंतुष्ट  ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर जांच कराने की मांग की, जिसपर मुख्य विकास अधिकारी बहराइच ने विकास कार्यों की जांच के लिए तकनीकी विशेषज्ञों की तीन सदस्यीय कमेटी बनाकर जांच कराने निर्देश दिया,जिसकी जांच अभी लम्बित चल रही है।वहीं ग्रामीणों की शिकायत पर मनरेगा लोकपाल उमेश कुमार तिवारी ने ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत कराए जाने वाले विकास कार्यों की जांच की। ग्राम पंचायत रुदायन की ग्राम प्रधान नीतू वर्मा ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजे पत्र में आरोप लगाया है कि मनरेगा लोकपाल द्वारा बिना किसी अभिलेख तथा तकनीकी विशेषज्ञों की टीम के जांच की है।

ग्राम प्रधान ने बताया कि मनरेगा लोकपाल उमेश कुमार तिवारी शिकायत की जांच करने गांव आए थे। उन्होंने गांव मे बने तालाब की जांच की थी, जिसका बीडियो भी मौजूद है,फिर भी बिपक्षी लोगों से मिलकर अपनी रिपोर्ट में कार्य न होना दर्शाया है। मनरेगा लोकपाल ने शिकायत कर्ता से मिलकर सभी बिन्दुओं की जांच किए बगैर शिकायत के आधार पर जांच रिपोर्ट बनाकर कार्यवाही के लिए भेज दिया है, जो गलत है।

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