लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में पश्चिम बंगाल, पंजाब और मध्य प्रदेश में कुछ स्थानों पर हिंसा की छिटपुट घटनाओं और इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में तकनीकी गड़बड़ियों के बीच सात राज्यों की 59 सीटों के लिए 15.00 बजे तक 44.46 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
इस बीच बताते चले बिहार में हो रहे मतदान के बीच राजधानी पटना की रहने वाली और जन्म से सिर से आपस में जुड़ी दो युवतियों को दो अलग-अलग व्यक्तियों के तौर पर व्यवहार का अधिकार मिल गया है। मिली जानकारी के मुताबिक समनपुरा इलाके में रहने वालीं जुड़वा बहनें सबाह और फराह (23) आपस में सिर से जुड़ी हैं, इसलिए अभी तक उनकी पहचान दो की बजाय एक ही व्यक्ति के रूप में होती रही है। वर्ष 2015 के विधानसभा चुनावों में भी उन्हें अलग नहीं मानते हुए एक ही मतदाता पहचान पत्र जारी किया गया। यानी दोनों बहनें एक ही वोट डालने की अधिकारी मानी गईं।
लेकिन इस बार लोकसभा चुनावों में उन्हें अलग-अलग मतदाता के रूप में पहचान मिल गई है चुनाव आयोग की ओर से मांग मान लिए जाने से दोनों बहनें खुश नजर आईं। उन्हें इस बार अलग-अलग मतदाता पहचान पत्र जारी हुए। जिससे दोनों बहनें अपने-अपने वोट डालने में सफल रहीं।
आयोग के द्वारा पटना में मतदान को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए संचालित ट्विटर हैंडल @SveepP से इन दो बहनों की तस्वीर को ट्वीट किया गया. तस्वीर में दोनों बहनें अपना पहचान पत्र दिखाने के साथ मतदान के बाद अंगुलियों में लगी स्याही दिखाते हुए नजर आ रहीं हैं।
Saba and Farah ,the conjoined sister of Patna #Gotinked after giving vote ,both as an individual voter @dm_patna @CEOBihar @ECISVEEP #DeshKaMahaTyohaar pic.twitter.com/RHQQiHpDdM
— SVEEP CELL, PATNA (@SveepP) May 19, 2019
दोनों एक-दूसरे को देख नहीं सकतीं, इसलिए अलग-अलग वोटिंग राइट
पटना के जिला मजिस्ट्रेट कुमार रवि ने बताया, कि नियमानुसार गोपनीयता के कारण दो लोग एक ही समय वोटिंग नहीं कर सकते। लेकिन सबाह व फरहा आपस में जुड़ी होने के बावजूद एक-दूसरे को देख नहीं सकतीं। दोनों का सिर अलग-अलग दिशा में है, इसलिए उन्हें अलग-अलग वोटिंग राइट देने में गोपनीयता का नियम भंग नहीं हो रहा। दोनों को हाल में मतदान की ट्रेनिंग भी दी गई।
राज्यवार आंकड़ों के मुताबिक 15.00 बजे तक सबसे अधिक झारखंड में 56.40 प्रतिशत, बिहार में 38.53 प्रतिशत, मध्य प्रदेश में 47.92 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल में 52.23 प्रतिशत, पंजाब में 42.93 प्रतिशत, हिमाचल प्रदेश में 46.07 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 40.02 प्रतिशत तथा केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में 37.50 प्रतिशत वोट पड़े।