नई दिल्ली: सीबीआई की जंग अब पूरी तरह से राजनीतिक हो गई है. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) निदेशक आलोक वर्मा की पद पर फिर से बहाली की मांग को लेकर सीबीआई कार्यालय के बाहर कांग्रेस का प्रदर्शन चल रहा है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद इस मोर्चे की अगुवाई कर रहे है. राजधानी स्थित सीबीआई मुख्यालय के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. सीबीआई में मचे बवाल को लेकर विपक्ष मोदी सरकार पर निशाना साध रहा है. और अब खुद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस लड़ाई को सड़क पर लड़ेंगे. राहुल गांधी की अगुवाई में ये मार्च दयाल सिंह कॉलेज से शुरू हुआ और सीबीआई दफ्तर तक पहुंचा. राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के कई बड़े नेता और विपक्षी पार्टियों के नेता भी मौजूद हैं.
#WATCH Congress President Rahul Gandhi and Ashok Gehlot lead the protest march to CBI HQ against the removal of CBI Chief Alok Verma. pic.twitter.com/7FNkhoWQCb
— ANI (@ANI) October 26, 2018
कांग्रेस के प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने सीबीआई दफ्तर के बाहर कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए हैं. सीबीआई दफ्तर के बाहर सीआरपीएफ, वाटर कैनन और बैरिकेटिंग भी की गई है.
राहुल गांधी ने ट्वीट कर पार्टी द्वारा आय़ोजित विरोध प्रदर्शन में सभी लोगों को शामिल होने की अपील की है. इसी के चलते कांग्रेस उत्तर प्रदेश, बिहार, कर्नाटक, मुंबई में सीबीआई मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रही है.
राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि राफेल ‘घोटाले’ के दस्तावेज इकट्ठा करने पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के निदेशक को ‘जबरन अवकाश’ पर भेजकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट संदेश दे दिया है कि रक्षा सौदे के सच के करीब जाने वाले हर व्यक्ति को ‘मिटा’ दिया जाएगा.
Delhi: Congress President Rahul Gandhi leads protest march from Dyal Singh College to CBI HQ against the removal of CBI Chief Alok Verma. pic.twitter.com/3SnUO8XpaT
— ANI (@ANI) October 26, 2018
राहुल ने ट्वीट किया, “सीबीआई प्रमुख आलोक वर्मा राफेल घोटाले के दस्तावेज इकट्ठा कर रहे थे। उन्हें जबरन अवकाश पर भेज दिया गया. प्रधानमंत्री का संदेश बिल्कुल स्पष्ट है कि राफेल के आस-पास जो भी व्यक्ति आएगा, उसे हटा दिया जाएगा, मिटा दिया जाएगा.”
सरकार द्वारा एक आधिकारिक बयान में कहा गया, “सरकार ने मामले की सावधानी पूर्वक जांच करने के बाद और समानता व न्याय के हित में आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना को क्रमश: सीबीआई निदेशक और विशेष निदेशक की भूमिका से हटाने का फैसला किया है.
सीबीआई के संयुक्त निदेशक एम नागेश्वर राव को सीबीआई का अंतरिम निदेशक नियुक्त कर दिया गया. राव ने पद संभालते ही वर्मा के करीबी माने जाने वाले एजेंसी के 13 अधिकारियों का स्थानांतरण कर दिया. ये लोग विशेष निदेशक के विरुद्ध रिश्वतखोरी के आरोपों की जांच कर रहे थे. सीबीआई ने अस्थाना के विरुद्ध जांच के लिए एक नई टीम भी गठित कर दी.
दोनों शीर्ष अधिकारियों ने एक दूसरे के खिलाफ भ्रष्टाचार और अन्य गंभीर आरोप लगाए हैं. दोनों अधिकारियों के बीच जंग तब शुरू हुई, जब अस्थाना ने अगस्त में सेंट्रल विजिलेंस कमिशन (सीवीसी) को पत्र लिखकर मांस व्यवसायी मोईन कुरैशी की जांच में भ्रष्टाचार और दुराचार के आरोप लगाए थे, जबकि सीबीआई ने अस्थाना के विरुद्ध रविवार को प्राथमिकी दर्ज की थी और उनके ऊपर कुरैशी मामले को निपटाने के लिए रिश्वत लेने के आरोप लगाए थे.
बड़े अपडेट्स-
11.57 AM: कांग्रेस नेता आनंद शर्मा, शरद यादव, प्रमोद तिवारी सीबीआई मुख्यालय के बाहर पहुंचे.
11.08 AM: बेंगलुरु में सीबीआई दफ्तर के बाहर कांग्रेस का प्रदर्शन शुरू
10.50 AM: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि राकेश अस्थाना (छुट्टी पर भेजे गए सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर) ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सृजन घोटाले में बचाया है.
10.29 AM: तृणमूल कांग्रेस की तरफ से नदीम उल हक कांग्रेस के प्रदर्शन में शामिल होंगे.
10.20 AM: सीबीआई मुख्यालय के बाहर सुरक्षा बढ़ाई गई, सीआरपीएफ की भी तैनाती
बढ़ाई गई है सुरक्षा
कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने सख्त इंतजाम किए हैं. पुलिस की कोशिश है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को स्कोप कॉम्प्लेक्स पर ही रोक दिया जाए. सीबीआई मुख्यालय की तरफ जाने वाली सड़क को सील कर दिया गया है. इसके अलावा एक रास्ते को पूरी तरह से बंद किया गया है. सीबीआई दफ्तर के बाहर वाटर कैनेन भी लाए गए हैं.
सीबीआई विवाद को राफेल से जोड़ा
गुरुवार को राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मोदी सरकार को राफेल डील की जांच का डर है, इसलिए आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेज दिया गया है. उन्होंने कहा कि सीबीआई के चीफ को हटाने का काम तीन लोगों की कमेटी करती है जिसमें पीएम, नेता प्रतिपक्ष और चीफ जस्टिस शामिल होते हैं. पीएम ने बिना इनके मशवरे के सीबीआई के मुखिया को हटाया. यह जनता का अपमान है, संविधान का अपमान है, चीफ जस्टिस का अपमान है. और इन सबसे बढ़कर यह गैरकानूनी है.
‘सबकी जासूसी करते हैं पीएम मोदी’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि दो बजे रात को CBI के कमरे को सील किया गया, जो दस्तावेज थे उन्हें कब्जे में ले लिया गया, इसलिए यह कार्रवाई रात के दो बजे की गई. सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा की जासूसी पर राहुल ने कहा कि पीएम मोदी सबकी जासूसी करते हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा प्रधानमंत्री ने एक अपराध को छिपाने के लिए कई अपराध किए. वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा सीवीसी की सलाह पर सीबीआई में की गई कार्रवाई के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि वित्त मंत्री पहले अपनी बेटी और मेहुल चोकसी के बारे में बताएं.
क्या है मामला?
गौरतलब है कि CBI ने राकेश अस्थाना (स्पेशल डायरेक्टर) और कई अन्य के खिलाफ कथित रूप से मीट कारोबारी मोइन कुरैशी की जांच से जुड़े सतीश साना नाम के व्यक्ति के मामले को रफा-दफा करने के लिए घूस लेने के आरोप में FIR दर्ज की थी. इसके एक दिन बाद डीएसपी देवेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया गया. इस गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को सीबीआई ने अस्थाना पर उगाही और फर्जीवाड़े का मामला भी दर्ज किया.
सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के बीच छिड़ी इस जंग के बीच, केंद्र ने सतर्कता आयोग की सिफारिश पर दोनों अधिकारियों को छु्ट्टी पर भेज दिया. और जॉइंट डायरेक्टर नागेश्वर राव को सीबीआई का अंतरिम निदेशक बना दिया गया. चार्ज लेने के साथ ही नागेश्वर राव ने मामले से जुड़े 13 अन्य अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया.