
शहजाद अंसारीलखनऊ। बरेली सेंट्रल जेल से फरार हुए बिजनौर निवासी क़ैदी नरपाल को दो दिन पूर्व पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर नुमाइश ग्राउंड स्थित अस्थाई जेल में रखा गया था जहां नरपाल ने गुरुवार की तड़के जेल के बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना का पता लगते है जेल अधीक्षक, जेलर एसपी सिंह सहित कई अधिकारियों ने घटना स्थल का निरीक्षण कर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है।
गौरतलब है जनपद बिजनौर थाना किरतपुर के ग्राम मौज्जमपुर रायपुर निवासी नरपाल उर्फ सोनू पुत्र रमेश चंद पाल 14 फरवरी 2009 से किरतपुर थाना क्षेत्र की नाबालिग बालिका के साथ दुष्कर्म के मामले में जेल में बंद था। बिजनौर फास्ट ट्रैक कोर्ट-1 द्वारा 14 सितम्बर 2009 द्वारा नरपाल को आजीवन कारावास व 15,000/रूपये के अर्थदण्ड की सज़ा सुनाई गई थी। सजा होने के बाद नरपाल को केन्द्रीय कारागार जनपद बरेली में शिफ्ट किया गया था। तीन दिन पूर्व एक फरवरी 2021 को मौका देख नरपाल सुबह लगभग 03ः00 बजे बरेली जेल से फरार हो गया था। आईजी बरेली जोन द्वारा नरपाल की गिरफ्तारी के लिये 50,000/रूपये का इनाम घोषित किया गया था। 02 फरवरी 2021 को जनपद बिजनौर की थाना किरतपुर पुलिस ने नरपाल को गिरफ्तार कर विधिक कार्यवाही करते हुए उसे बुधवार की शाम लगभग 4:30 बजे बिजनोर में नुमाइश ग्राउंड के पास अस्थाई जेल में दाखिल किया था। नरपाल ने शाम को खाना खाया और वह सो गया तथा गुरवार की सुबह लगभग 6:00 बजे उसने अस्थाई जेल में बाथरूम के रोशनदान से लोवर बांधकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना का पता लगते है जेल अधीक्षक, जेलर एसपी सिंह सहित कई अधिकारियों ने घटना स्थल का निरीक्षण कर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उधर जेलर एसपी सिंह ने दैनिक भास्कर संवाददाता शहजाद अंसारी को घटना के संबंध जानकारी देते हुए बताया कि बीती शाम कैदी नरपाल को हमारी जेल लाया गया था। शाम को उसने खाना खाया और वह अन्य बंदियों की तरह सामान्य था। लेकिन किसी ने सोचा भी नही था कि उसके दिमाग में क्या चल रहा है और वह आत्महत्या कर सकता है।








