
पांच बजे तक लगभग 75 प्रतिशत हुआ टीकाकरण
19 बूथों पर स्वाथ्य कर्मियों को दी गई वैक्सीनेशन
फोटो 1-रानीगंज सीएचसी में वैक्सीनेशन कराने वालों का हालचाल लेते सीएमओ डा0 अरविन्द श्रीवास्तव
प्रतापगढ़। कोरोना वायरस को समूल समाप्त करने के लिये आज गुरुवार को जिले के 19 बूथों पर शांतिपूर्ण ढंग से टीकाकरण किया गया। बता दें कि आज 7600 स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन दी जानी है। जिला मुख्यालय पर जिला अस्पताल व जिला महिला अस्पताल में बचे हुए स्वास्थ्य कर्मियों तथा प्राइवेट चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीनेशन दिया गया। अपरान्ह में लगभग पांच बजे तक 75 प्रतिशत टीकाकरण हो चुका था।
इस बारे में मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 अरविन्द श्रीवास्तव ने बताया कि शासन के निर्देश पर गुरुवार व शुक्रवार को जिला महिला अस्पताल व जिला अस्पताल सहित 19 बूथों पर टीकाकरण किया जाना है। गुरुवार को उन्होंने रानीगंज और गौरा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर चल रहे वैक्सीनेशन के कार्यों का जायजा लिया। रास्ते में कहला स्थित स्वास्थ्य केन्द्र पर भी वह गये जो वैक्सीनेशन का बूथ नहीं था, फिर भी सीएमओ ने कहला में स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि रानीगंज व गौरा में वैक्सीनेशन का कार्य ठीक ढंग से चलता पाया गया। उन्होंने बताया कि केवल गर्भवती महिला स्वास्थ्य कर्मियों को टीकाकरण की फिलहाल छूट दी गई है। इसके अलावा जिनके बच्चे साल-डेढ़ साल के हैं, उन्हें भी छूट मिली है लेकिन ऐसे स्वास्थ्य कर्मियों को बूथ पर सूचित करने को कहा गया है।
परियावां संवाददाता के मुताबिक सीएचसी कालाकांकर में कोरोना की रोकथाम के लिए टीकाकरण किया गया जिसमें कालाकांकर चिकित्सा प्रभारी डॉ मनोज कुमार वर्मा ने अपने स्टाफ के साथ 250 के लक्ष्य में दोपहर ढाई बजे तक 150 स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना वैक्सीन लगाई गयी। जो सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक वैक्सीन लगने का सिलसिला चलता रहा। रानीगंज संवाददाता के मुताबिक सीएमओ डा0 अरविन्द श्रीवास्तव रानीगंज सीएचसी पर वैक्सीनेशन कराने वालों से पूछा कि उन्हें वैक्सीनेशन के बाद कोई कठिनाई तो नहीं हुई, जिस पर बताया गया कि उन्हें कोई दिक्कत नहीं है। रानीगंज में 200 में 136 स्वास्थ्य कर्मियों का वैक्सीनेशन होने की खबर मिली है। बता दें कि पिछली बार लगभग 98 प्रतिशत वैक्सीनेशन हुआ था लेकिन आज प्राइवेट चिकित्सा कर्मियों व स्वास्थ्य कर्मियों के शामिल होने से यह प्रतिशत कुछ कम हुआ है।










