गौ आधारित प्राकृतिक खेती से आयेगी खुशहाली : कृषि मंत्री

पीएम के संसदीय क्षेत्र मे प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देगी प्रदेश सरकार

भास्कर ब्यूरो वाराणसी-

अंधाधुध रसायनिक उर्वरकों व कीटनाशकों के बढ़ते प्रयोग से खराब हो रही मिट्टी की सेहत को सुधारने के लिए प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र मे गौ आधारित जीरो बजट प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जायेगा। उक्त जानकारी देते हुए प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि यदि समय रहते हम धरती माँ की सेहत के प्रति सचेत नही हुए तो हरित क्रांति से उपजी खुशहाली का रंग फीका पड़ जायेगा,ऐसे मे देश व किसानों की खुशहाली को बरकरार रखने के लिए गौ आधारित प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना होगा।


उक्त सलाह प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने शनिवार को सेवापुरी ब्लाक के मटुका गाँव मे आयोजित गौ आधारित प्राकृतिक खेती के प्रशिक्षण कार्यक्रम मे उपस्थित प्रसार कर्मियों व किसानों को दी।


बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार गौ आधारित प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देगी।कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने मे जीरो बजट गौ आधारित प्राकृतिक खेती मील का पत्थर साबित होगी।


अब कृषि विज्ञान केन्द्रों मे भी होगी प्राकृतिक खेती-
कृषि मंत्री ने प्रदेश के सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों व कृषि विश्वविद्यालयों से आह्वान किया कि वे अपने केन्द्र पर दो एकड़ खेत मे गौ आधारित प्राकृतिक खेती करायें।ऐसा करने से जमीन की उर्वरा शक्ति के बढ़ने के साथ ही किसानों मे भी जागरूकता आयेगी।कृषि मंत्री ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे सफलता पूर्वक गौ आधारित प्राकृतिक खेती कर रहे प्रगतिशील किसानों के यहाँ अन्य किसानों का एक्सपोजर विजिट करायें।


उन्होंने सेवापुरी ब्लाक के किसानों को सरसों का बीज बितरित करने व तिलहनी व दलहनी फसलों की खेती के लिए प्रेरित करने का निर्देश कृषि अधिकारियों को दिया।

सेवापुरी की 87 ग्राम पंचायते होंगी रसायनों से मुक्त
लोक भारती के सम्पर्क प्रमुख एवं कृषि समृद्धि आयोग के सदस्य श्रीकृष्ण चौधरी ने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा सेवापुरी विकास खण्ड को गौ आधारित प्राकृतिक खेती के लिए चयन किया गया है। सेवापुरी ब्लाक के सभी 87 ग्राम पंचायतों को आगामी तीन वर्षों मे रसायन मुक्त करते हुए पूर्णतयः प्राकृतिक खेती युक्त बनाने का कार्य किया जायेगा।लोक भारती, कृषि विभाग व किसानों के सहयोग से हम अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा मे प्रयासरत हैं।

प्रशिक्षण मे किसानों ने साझा किया अनुभव
रायबरेली से आये प्रगतिशील किसान शेषपाल सिंह एवं सत्यप्रकाश मिश्र ने बताया कि एक देशी गाय से 10 से 30 एकड़ खेत तक प्राकृतिक खेती की जा सकती है।प्राकृतिक खेती से हर कृषि उत्पाद का प्राकृतिक रंग रूप व स्वाद बना रहता है।किसानों का कहनाथा कि जीवामृत तैयार कर किसान अपने खेतों मे प्रयोग करते हैं तो सभी सूक्ष्म तत्व पौधों को अपने आप प्राप्त हो जाते हैं।बहराइच से आये किसान अनिरूद्ध यादव,अवधराम गिरि,एवं मगन बिहारी पाठक द्वारा किसानों को जीवामृत,बीजामृत व दशपर्णी अर्क बनाने की विधि के सम्बंध मे विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की।


इनकी रही उपस्थिति-
प्रान्त के गो सेवा प्रमुख अरविंद कुमार एवं गायत्री परिवार के डा.डी पटेल,राम आसरे सिंह,संयुक्त कृषि निदेशक अखिलेश चंद्र शर्मा,जिला कृषि अधिकारी सुभाष मौर्या ने भी किसानों को सम्बोधित किया।
कार्यक्रम मे मटुका गाँव के ग्राम प्रधान राम आसरे वर्मा व लोक भारती के संयोजक रणविजय राय के साथ ही क्षेत्र के प्रगतिशील किसानों व कृषि विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे।

सेवापुरी ब्लाक मुख्यालय पर प्रशिक्षण आज
रविवार को पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न 3 बजे तक सेवापुरी ब्लाक मुख्यालय पर बाराडीह न्याय पंचायत के किसानों के लिए व खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर कपसेठी न्याय पंचायत के किसानों के लिए गौ आधारित प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण आयोजित किया गया है।

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