
मुरादाबाद स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने केन्द्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा सीटीईटी-2019 में सेंधमारी का भांडाफोड़ करते हुए साल्वर गैंग के सरगना समेत दस सदस्यों को दबोचा है।
एसटीएफ एसएसपी राजीव नारायण मिश्र ने बताया कि एसटीएफ बरेली यूनिट ने हिन्दू कॉलेज, मैथोडिस गर्ल्स इन्टर कॉलेज, आरआरके, वेदराम कॉलेज, पाकबडा, सरस्वती विद्या मन्दिर, गुलाबबाड़ी से सॉल्वर गैंग के सरगना और सदस्यों को धर दबोचा। पकड़े गए सरगना मुरादाबाद के सुन्दर नगर निवासी नाजिम, दानिश, अमरोहा के विपिन कुमार और गिरोह के अन्य सदस्य अमरोह के हाकमपुर निवासी राजकुमार कश्यप, बिहार के विक्की कुमार, सुशांत सहगल, चंदन आनंद, राजमणि, चंदन और पटना निवासी मुकेश है।
पूछताछ पर दानिश, नाजिम और विपिन ने बताया कि उसने सचिन के साथ मिलकर ढाई लाख रुपये में इन्द्रपाल, राजकुमार, अनुज, अशोक कुमार, सुभाष व दिनेश से तय किये थे। राजकुमार ने परीक्षा से पहले 50 हजार रुपये नाजिम को दिये बाकी लोगों ने शेष पैसा सचिन को दिया था, जो आज मौके से निकल गया। सचिन ने साल्वर बिहार से मंगवाये थे। सचिन वर्ष 2018 में भी बिहार के साल्वर गैंग के साथ मुरादाबाद मे पकड़ा गया था। बाकी पैसा परीक्षार्थी ‘एन्सर की’ आने के बाद नाजीम, दानिश व सचिन को देते। पकड़े गये अपराधियों ने फर्जी आधार कार्ड बनाकर परीक्षार्थी के आधार कार्ड पर अपना फोटो लगाकर परीक्षा केन्द्र में परीक्षा देने पहुंचे थे।
साथ ही यह भी बताया कि वह जो साल्वर बुलाता है उसका फर्जी पैन कार्ड जिस परीक्षार्थी के स्थान पर बैठते हैं, उसके नाम से तैयार कर उस पर साल्वर का फोटो लगा देते हैं। ऐसे परीक्षार्थी फार्म भरने के समय से ही हम लोगों के सम्पर्क में रहते हैं उस समय इनका धुधला फोटो फार्म पर लगाते हैं, जिससे परीक्षा के समय आसानी से पकड़े न जा सके। सचिन इससे पूर्व भी परीक्षा कराने के सम्बन्ध में जेल जा चुका है।
एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना कोतवाली, कटघर, पाकबावाड़ा एवं सिविल लाईन, जनपद मुरादाबाद में अभियोग पंजीकृत कराते हुए जेल भेजने की प्रक्रिया की जा रही है।










