चेन्नई. भीषण चक्रवाती तूफान ‘गाजा’ पश्चिम और दक्षिण पश्चिमी क्षेत्र की तरफ बढ़ गया है और आज सुबह तक यह नागापट्टनम एवं वेदारानयम के बीच तमिलनाडु और पुड्डुुचेरी तटों को पार कर गया है।
यह तूफान अपने पीछे बर्बादी के अनेक चिन्ह छोड़ गया है और राज्य के विभिन्न हिस्सों में वर्षा जनित हादसों में 11 लोगों की मौत हो गई है।
Tamil Nadu: Trees uprooted and houses damaged in Nagapattinam in the overnight rainfall and strong winds which hit the town. #GajaCyclone pic.twitter.com/9ObvcqJlDD
— ANI (@ANI) November 16, 2018
भारतीय मौसम विभाग के सूत्रों ने बताया कि गाजा तूूफान ने 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तट को पार किया कि रात ढाई बजे तक इसकी रफ्तार 120 किलोमीटर प्रतिघंटा थी। अब यह वेदारानययम से 15 किलोमीटर दूर पश्चिम-उत्तर पश्चिम में तटीय तमिलनाडु के उपर केन्द्रित है।
Tamil Nadu: Trees uprooted damaged in Nagapattinam in the overnight rainfall and strong winds which hit the town. NDRF team carrying out clearance work in the area. #GajaCyclone pic.twitter.com/N2LwKr1Mpc
— ANI (@ANI) November 16, 2018
मौसम विभाग के अनुसार अगले छह घंटों में इस तूूफान के पश्चिम क्षेत्र की तरफ जाने और कमजोर होकर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है ।
इस तूफान से नागापट्टीनाम जिला सबसे अधिक प्रभावित हुआ है और तंजावुर तथा तिरूवारूर जिलों में इसने काफी तबाही मचाई है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में वर्षा जनित हादसों में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई है।
तमिलनाडु राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, राज्य के निचले इलाकों में रह रहे करीब 82,000 लोगों को एहतियात के तौर पर नागपट्टिनम, रामनाथपुरम, तंजावुर, पुडुकोट्टाई और तिरुवरु में बने 471 राहत शिविरों में सुरक्षित पहुंचाया गया है। नागपट्टिनम में पहले ही सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश की घोषणा की है।
तमिलनाडु और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी के तटीय इलाकों में चक्रवात गाजा के कारण गुरुवार सुबह भी तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई। इस दौरान हवा की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रतिघंटा तक दर्ज की गई। तमिलनाडु के कुड्डलोर, नागपट्टिनम, थोंडी तथा पम्बन और पुडुचेरी के कई इलाकों में 3 से 8 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ घंटों में गाजा तूफान तमिलनाडु के दूसरे जिलों में भी पहुंच सकता है. बता दें कि तूफान की संभावनाओं के मद्देनजर प्रशासन ने तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है. साथ ही मछुआरों से भी इस दौरान समुद्र में न जाने की अपील की गई है. प्रशासन ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी तरह के पुख्ता इंतजाम किए हुए हैं.
राज्य सरकार ने तूफान की चपेट में आसानी से आने वाले जिलों में पूरी तरह से अलर्ट जारी कर दिया है. सरकार ने बताया कि कुल 76,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है और नागपट्टिनम और कुड्डालोर सहित 6 जिलों में 331 राहत केंद्र खोले गए हैं. नागपट्टिनम, तिरूवरूर, कुड्डालोर और रामनाथपुरम सहित 7 जिलों में स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई है और सरकार ने निजी कंपनियों और प्रतिष्ठानों से अपने कर्मचारियों को जल्द घर वापस भेजने को कहा है ताकि वह शाम से पहले ही लौट सकें.














