जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा साप्ताहिक निरीक्षण व विधिक जागरूकता शिविर का किया गया आयोजन

भास्कर ब्यूरो वाराणसी
ब्यूरो वाराणसी। शनिवार को जिला कारागार वाराणसी व केंद्रीय कारागार वाराणसी में निरुद्ध विचाराधीन महिला व उसके साथ रह रहे 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को देख रेख, खान-पान, रहन-सहन व पुरुष बंदियों एवं उनकी स्थिति तथा लीगल एड क्लीनिक तथा कैदियों के हितों से संबंधित मामलों के संबंध में पूर्णकालिक सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, वाराणसी द्वारा साप्ताहिक निरीक्षण व विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए किया गया। इस अवसर पर जिला कारागार के डिप्टी जेलर तथा विचाराधीन महिला व पुरुष बंदी उपस्थित रहे। ऐसे विचाराधीन बंदियों जिनके वाद की पैरवी करने वाला कोई नहीं है, उन्हें निशुल्क विधिक सहायता प्रदान करने के लिए उनके आवेदन पत्र जिला विधिक सेवा प्राधिकरण वाराणसी को अग्रसारित करने हेतु तथा ऐसे बंदियों जो सामान्य मामलों में तथा धारा 436 ए के अंतर्गत निरुध्द हैं, उनकी पहचान सुनिश्चित करने के लिए जेलर जिला कारागार को निर्देशित किया गया। उपस्थित कैदियों को निशुल्क विधिक सहायता तथा विभिन्न सामाजिक कल्याणकारी योजनाओं, राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ द्वारा विशेष रूप से चिन्हित योजनाओं की सात स्कीमों तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा चलाई जा रही योजनाओं, प्ली-बारगेनिंग एवं एडीआर के महत्व के संबंध में तथा वैश्विक महामारी को रोकने के लिए सभी बंदियों को मास्क लगाने तथा समय-समय पर साबुन से हाथ धुलने तथा साफ सफाई से रहने हेतु निर्देशित किया गया। जिला कारागार वाराणसी में वर्तमान में कुल 2134 बंदी निरुध्द हैं, जिसमें 2042 पुरुष व 92 महिला बंदी (महिला बंदी के साथ 6 बच्चे हैं) माह नवंबर 2020 में दिनांक 21-11-2020 को आयोजित होने जा रही, ई-जेल लोक अदालत’ के माध्यम से वादों के निस्तारण कराए जाने हेतु भी विधिक सचिव द्वारा बंदियों को जागरूक किया गया। शनिवार को ही केंद्रीय कारागार वाराणसी का भी इसके साथ ही साथ साप्ताहिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान बंदियों की समस्याओं को सुना गया तथा उसके निवारण हेतु सुझाव दिए गए। कोविड-19 की सुरक्षा हेतु बंदियों एवं जेल प्राधिकारियों से सैनिटाइजेशन, मास्क व अन्य बचाव के उपाय किए जाने के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई एवं आगे के लिए इस महामारी से बचाव हेतु सभी को यथोचित उपाय करने के लिए निर्देशित किया गया। सेल नंबर 3 जिसमें मानसिक रोगी बंदी रहते हैं उसका निरीक्षण कर विधिक सचिव द्वारा एक-एक मानसिक बंदियों का व्यक्तिगत रूप से हालचाल लिया गया व उनके स्वास्थ्य व समस्याओं के निराकरण के बाबत अविलंब कार्यवाही करने हेतु जेल प्राधिकारियों को आदेशित किया गया। केंद्रीय कारागार वाराणसी में वर्तमान में 1720 बंदी निरुद्ध हैं, जिनमें से 103 बंदी मानसिक रोग से पीडि़त हैं जिनका दवा इलाज चल रहा है।

खबरें और भी हैं...