अयोध्या में मूर्ति का ऐलान, बोले-CM, मंदिर था और मंदिर ही रहेगा

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अयोध्या। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सरकार संवैधानिक दायरे में मंदिर निर्माण के लिए सकारात्मक प्रयास कर रही है। सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या में राम लाल के ही दर्शन होते हैं। राम मंदिर था, है और रहेगा। संवैधानिक दायरे में रहकर सबकुछ करेंगे।

योगी ने बुधवार को यहां पत्रकारों से कहा कि रामलला जहां विराजमान हैं वह स्थल मंदिर ही है और वहां लोग दर्शन करने आते हैं। करोड़ों लोग चाहते हैं कि जिस स्थल पर रामलला विराजमान हैं वहां मंदिर का निर्माण हो। सरकार इस दिशा में सकारात्मक प्रयास कर रही है और संवैधानिक दायरे में रहकर मंदिर निर्माण की संभावना प्रशस्त करने में लगी है। मुख्यमंत्री मंदिर निर्माण के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे।
मंगलवार को दीपोत्सव में शरीक होने आए मुख्यमंत्री ने रात्रि सर्किट हाउस में प्रवास किया और बुधवार की सुबह वे पुन: रामनगरी में थे। इस दौरान उन्होंने अयोध्या की विकास योजनाओं के प्रति प्रतिबद्धता जताई और कहा कि अयोध्या के विकास को लेकर केंद्र तथा प्रदेश सरकार की ओर से कई योजनाएं प्रस्तावित हैं। कई स्थलों का सर्वे भी हो चुका है। सरकार विकास को लेकर युद्ध स्तर पर प्रयासरत है।

मुख्यमंत्री ने दीपोत्सव को प्रान्तीयकृत मेला की हैसियत दिलाने का भी एलान किया। राम नगरी के पर्यटन विकास की बड़ी उम्मीद के तौर पर प्रस्तावित भगवान राम की 151 मीटर ऊंची प्रतिमा के बारे में भी मुख्यमंत्री ने जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि प्रतिमा स्थापित होने के लिए मुर्हूत देखी जा चुकी है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अयोध्या में निराश्रित महिलाओं के लिए एक कौशल्या सदन की स्थापना का भी ऐलान किया। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने हनुमानगढ़ी तथा रामलला का दर्शन करने के साथ राम जन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास व दिगम्बर अखाड़ा के महंत सुरेशदास से भेंट की।

‘मंदिर था, है और रहेगा’
दीपोत्सव के भव्य आयोजन और सरयू तट पर तीन लाख से ज्यादा दीप जलाकर विश्व रेकॉर्ड स्थापित करने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या को विकास की भेंट दी तो वहीं, बुधवार को मंदिर मुद्दे पर बात की। सीएम ने कहा कि इसमें कोई संशय नहीं है कि वहां मंदिर था, है और रहेगा। उन्होंने कहा कि भव्य मंदिर निर्माण के लिए जल्द ही निर्णय आएगा और संवैधानिक दायरे में रहकर राम मंदिर निर्माणहोगा। बता दें कि सीएम ने मंगलवार को आयोजन के दौरान फैजाबाद का नाम अयोध्या करने के साथ ही एयरपोर्ट और मेडिकल कॉलेज बनवाने का ऐलान भी किया।

‘संवैधानिक दायरे में समाधान’
बुधवार को सीएम योगी ने कहा कि अगले कुछ वर्षों में अयोध्या बेहतरीन नगरी के रूप में विकसित की जाएगी। सीएम ने संतों से मुलाकात के बाद कहा, ‘अयोध्या में राम लला का दर्शन करने ही लोग आते हैं। इसमें कोई भी संशय नहीं है कि मंदिर था, है और रहेगा।’ उन्होंने कहा कि मंदिर को केवल भव्य स्वरूप देने की मांग है और इस दिशा में सरकार सकारात्मक प्रयास कर रही है। भारत के संवैधानिक दायरे में रहकर समाधान होगा।’

बुधवार को रामजन्मभूमि में रामलला और हनुमान गढ़ी समेत प्रमुख मंदिरों में दर्शन करने के बाद सीएम ने मीडिया से बात की। उन्होंने अयोध्या के विकास के लिए बीजेपी सरकार की ओर से चलाईं गईं योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में अयोध्या को एक बेहतरीन नगरी के रूप में विकसित किया जाएगा। सीएम ने कहा, ‘अयोध्या सात पवित्र नगरों में से एक है और दीपोत्सव से पूरे विश्व में इसकी संस्कृति देखी गई।’

दर्शनीय मूर्ति बनेगी अयोध्या की पहचान
आस्था से जुड़े प्रश्न पर भगवान राम की भव्य प्रतिमा बनवाने का आश्वासन देते हुए सीएम ने कहा, ‘श्री राम की एक दर्शनीय मूर्ति स्थापित हो, भूमि के अनुसार उसके बारे में चर्चा करेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘पूजनीय मूर्ति मंदिर में होगी, लेकिन एक दर्शनीय मूर्ति भी होगी जो यहां की पहचान बन सके।’ सीएम ने कहा, ‘हम वह सारी व्यवस्थाएं करेंगे जिससे आस्था का सम्मान भी हो और अयोध्या की पहचान बन सके।’

स्वच्छता पर बेहतर काम कर रही है सरकार
सीएम योगी ने कहा कि इस आयोजन से पूरी दुनिया में अच्छा संदेश गया है। उन्होंने कहा, ‘अयोध्या के विकास के लिए सरकार ने कई योजनाएं तैयार की हैं। इन्हें धरातल पर लाने के लिए हमने निरीक्षण किया है और पूरा विश्वास है कि आने वाले कुछ वर्षों में अयोध्या बेहतरीन नगरी के रूप में स्थापित होगी।’ उन्होंने कहा कि अयोध्या की स्वच्छता के लिए भी सरकार बेहतर काम कर रही है क्योंकि देश और दुनिया के करोड़ों लोग यहां आते हैं।

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