फतेहपुर : सड़क पर उतरे सत्याग्रही, रोड नहीं तो वोट नहीं के लगे नारे

  • तीन दशकों से बर्बाद सड़क बनवाने की मुहिम में कर चुके हैं सत्याग्रह
  • चुनाव से पहले सड़क बनाओ नहीं तो वोट भूल जाओ

दैनिक भास्कर ब्यूरो ,

फतेहपुर । खराब सड़को को लेकर हसवा ब्लाक के नरैनी चौराहे पर 12 अक्टूबर को ग्रामीण सत्याग्रह पर बैठे थे। सत्याग्रह समाप्त कराने में जिला प्रशासन के पसीने छूट गए थे। सत्याग्रहियों को ग्रामीणों का साथ मिल रहा था जिससे जनप्रतिनिधि भी सकते में थे। बड़ी मान मनौव्वल के बाद सत्याग्रह समाप्त हुआ था।

इस दौरान अधिकारियों ने वादा किया था कि एक महीने के अंदर 34 किलोमीटर लंबाई वाले विजयीपुर-गाजीपुर मार्ग का निर्माण शुरू हो जाएगा। लेकिन एक महीने से अधिक समय होने के बाद भी ऐसा नहीं हो सका। एक बार फिर से अधिकारियों का वादा छलावा निकला। अधिकारियों के हवा हवाई वादे से नाराज ग्रामीणों ने सड़क बनवाने के लिए दृढ़ निश्चय किया है। ग्रामीणों ने तय किया है, यदि लोक सभा चुनाव से पहले सड़क नहीं बनती है तो वोट डालने के लिए वह अपने घरों से बाहर नहीं निकलेंगे। 

लोगों की राय लेने निकले सत्याग्रही –

सड़क के लिए हुए सत्याग्रह में बैठने वाले बुंदेलखंड राष्ट्र समिति के अध्यक्ष प्रवीण पांडेय व आशू सिंह ने सोमवार को लोधौरा, रानीपुर बहेरा, बरैची, मोगरिहापुर आदि गांवों में ग्रामीणों से मिलकर उनकी मंशा जानी। ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि बच्चों के भविष्य और क्षेत्र के विकास के लिए सड़क निर्माण बेहद आवश्यक है।

विगत तीन दशक से नेता व अधिकारी छलते चले आ रहे हैं। कुलवंत सिंह, प्रकाश सिंह, संदीप मौर्या, सुधीर सिंह, नन्द किशोर, विकास सिंह, पूरन सिंह, प्रदीप, रावेन्द्र सिंह, संजय सक्सेना आदि ने बताया कि उन्होंने जन सूचना अधिकार से जानकारी मांगी थी। जिला प्रशासन के अधिकारी सड़क निर्माण में हो रही देरी के बारे में सही जानकारी तक नहीं दे रहे हैं। वर्ष 2016 से अब तक विजयीपुर-गाजीपुर मार्ग की मरम्मत व चौड़ीकरण में खर्च हुए बजट का ब्यौरा भी देने से अधिकारी कतरा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना था सड़क मरम्मत के नाम पर करोड़ों रुपये का बंदरबांट किया गया है।

जवाब में कहीं उसकी पोल न खुल जाए, इसके लिए अधिकारी जवाब नहीं दे रहे हैं। सड़क न बनने से क्षेत्र के किसान, नौजवान, व्यापारी और नौकरीपेशा लोग बेहद नाराज हैं। समाजसेवी प्रवीण पांडेय ने कहा कि खागा व अयाहशाह विधान सभा क्षेत्र के विकास को पंख लगाने वाली सड़क ध्वस्त पड़ी है। केंद्रीय मंत्री, खागा व अयाहशाह विधायक अपने-अपने क्रेडिट को लेकर परेशान हैं। कहा कि समस्या का समाधान सबसे बड़ा विषय है।

किसके नेतृत्व में समाधान हुआ, यह बाद में जनता तय करेगी। कहा कि गाजीपुर-विजयीपुर मार्ग के लिए जारी सत्याग्रह में अधिकारियों ने लिखापढ़ी में वादा किया था कि सड़क बनेगी। अभी तक शासनादेश और टेंडर प्रक्रिया तक नहीं दिखाई पड़ी है। केंद्रीय मंत्री व जिले की सांसद साध्वी निरंजन ज्योति, विधायक अयाह शाह विकास गुप्ता, खागा विधायक कृष्णा पासवान यदि चाह लें तो क्षेत्र में होने वाला बड़ा आंदोलन टाला जा सकता है।

यमुना तट वर्ती लोग बहुत सरल हैं, वह जनप्रतिनिधियाें के ऊपर बेहद विश्वास रखते हैं। सड़क के नाम पर क्षेत्र की जनता अब धोखा नहीं बर्दाश्त नहीं करेगी। चिंगारी को ज्वालामुखी बनने से रोका जा सकता है। समय रहते यदि समस्या का समाधान न हुआ तो लोक सभा चुनाव से पहले ही जनता परिणाम तय कर देगी। 

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