
बहराइच l फाइलेरिया रोगियों के उपचार के लिए जनपद के फाइलेरिया नियंत्रण इकाई कार्यालय में लिम्फोडिमा कैंप का आयोजन किया गया । पाथ संस्था के सहयोग से आयोजित कैंप में आए लोगों को फाइलेरिया से बचाव लक्षण व उपचार से सम्बंधित जानकारी दी गयी । इसी के साथ कैंप में आए मरीजों का उपचार कर उन्हे एम0 एम0 डी0 पी0 किट भी उपलब्ध करायी गयी।
इस मौके पर फाइलेरिया नियंत्रण अधिकारी दीपमाला ने बताया कि फाइलेरिया से बचाव के लिए प्रत्येक वर्ष एम0डी0ए (मॉस ड्रग एडमिनिट्रेशन) का आयोजन किया जाता है । इसके तहत आशा, आंगनवाड़ी व स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को दवा खिलाते हैं । उन्होने कहा कि इस दवा का सेवन करने से भविष्य में फाइलेरिया रोग से बचा जा सकता है ।
क्या है फाइलेरिया-
फाइलेरिया एक कृमि जनित मच्छर से फैलने वाला रोग है , जो मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलता है । इसका मच्छर गंदे व रुके हुये पानी में फैलता है ।
बचाव –
◆ घर या आस पास पानी जमा न होने दें
◆ मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें
◆ शाम के वक्त बाहर या घर में पूरी बांह के कपड़े पहने
◆ सरकार द्वारा निःशुल्क दी जाने वाली फाइलेरिया रोधी दवा खाएं
लक्षण –
◆ बार-बार बुखार आना
◆ अंगों , जननांगों और स्तनों में सूजन
◆ हाइड्रोसील
◆ हाथों और पैरों में सूजन
◆ कभी कभी कोई स्पष्ट लक्षण नहीं दिखाई देते










