मोदी की शहजादे सलमान के साथ बैठक, अब तेल मांग की पूर्ति करेगा सऊदी

मोदी की शहजादे सलमान के साथ बैठक, तेल मांग की पूर्ति करेगा सऊदी

मास्को,.  जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दो दिवसीय अर्जेंटीना यात्रा पर गये प्रधानमंत्री मोदी ने सऊदी के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान के साथ बैठक की और इस दौरान सऊदी ने भारत की पेट्रोलियम उत्पादों की मांगों की पूर्ति करने का भरोसा दिया।

रुस की समाचार एजेंसी स्पूतनिक के अनुसार शुक्रवार को अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में श्री मोदी ने श्री सलमान के साथ बैठक की। दोनों नेताओं ने अार्थिक, राजनीतिक, सुरक्षा, सैन्य और सांस्कृतिक क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर विचार-विमर्श किया। बैठक के दौरान सऊदी अरब ने भारत की तेल और पेट्रोलियम उत्पादों की मांगों की पूर्ति करने का भरोसा दिया। जी-20 सम्मेलन अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में शुक्रवार को शुरू होगा।

पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या को लेकर अंतरराष्ट्रीय परामर्श समूह मानवाधिकार पर्यवेक्षक ने बुधवार को अपने बयान जारी कर कहा था कि अर्जेंटीना के संघीय वकील रामिरो गोनजालेज शहजादे सलमान के खिलाफ मुकद्दमे को लड़ने के राजी हो गये है। पत्रकार खशोगी की हत्या के लिए शहजादे सलमान को संदिग्ध माना जा रहा है।

अर्जेंटीना के उप विदेश मंत्री डेनियल राइमोंडी ने गुरुवार को स्पूतनिक को बताया कि जी-20 के दौरान शहजादे सलमान को अर्जेंटीना में सभी प्रतिरक्षा अधिकार हासिल हैं।

गौरतलब है कि श्री खशोगी दो अक्टूबर को अपनी शादी के दस्तावेजों के लिए तुर्की के इस्तांबुल स्थित सऊदी दूतावास गये थे लेकिन वह दूतावास से ही लापता हो गये थे। अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच कई सप्ताह के बाद सऊदी अरब ने यह स्वीकार किया कि श्री खशोगी की सऊदी दूतावास में हत्या कर दी गयी थी।

विभिन्न मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका की केंद्रीय जांच एजेंसी के पास इस बात के सुबूत है कि शहजादे सलमान ने ही श्री खशोगी की हत्या का आदेश दिया था।

प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने कहा, ‘पिछले कुछ वर्षों में सऊदी अरब गणराज्य एक मूल्यवान साझेदार रहा है। इन संबंधों का विस्तार भारतीय समुदाय से परे अर्थव्यवस्था, ऊर्जा और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों तक हुआ है। द्विपक्षीय और क्षेत्रीय हित के सभी मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।’ प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस से भी मुलाकात की। सूत्रों ने बताया कि यह मुलाकात जलवायु परिवर्तन के मुद्दे को दोनों नेताओं द्वारा दिये जा रहे महत्व को रेखांकित करती है। यह पोलैंड के कैटाविस में सीओपी 24 के सम्मेलन से महज एक हफ्ते पहले हुई है। सूत्रों ने कहा, ‘यह उस सम्मान को दर्शाता है जो वैश्विक महत्व के मुद्दों पर नेतृत्व करने के लिए प्रधानमंत्री और उनके प्रयासों को दुनियाभर में दिया जाता है।’

जी-20 के दो दिवसीय 13वें सम्मेलन से इतर मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे की मुलाकात होगी। यह बैठक ऐसे समय में होगी जब चीन रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र में अपना प्रभुत्व दिखा रहा है। यह त्रिपक्षीय मुलाकात ट्रंप और आबे की द्विपक्षीय बैठक का ही विस्तार होगी। अमेरिकी राष्ट्रपति 30 नवंबर और एक दिसंबर को जी-20 शिखर-सम्मेलन से इतर सिलसिलेवार कई बैठक करेंगे। वाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने बृहस्पतिवार को कहा कि ट्रंप-आबे की वार्ता के अंत में प्रधानमंत्री मोदी के साथ त्रिपक्षीय बैठक होगी।

यहां पहुंचते ही प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘टिकाऊ विकास को और बढ़ाने के उद्देश्य से जी-20 के शिखर-सम्मेलन में व्यापक चर्चाओं के प्रति आशान्वित हूं।’ मोदी इस सम्मेलन से इतर चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल से भी मुलाकात करेंगे। यह जानकारी विदेश मंत्रालय ने मोदी की रवानगी की पूर्वसंध्या पर दी थी। वह एक दिसंबर तक ब्यूनस आयर्स में रहेंगे।

 

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