
भास्कर समाचार सेवा
बिजनौर।जिलाधिकारी उमेश मिश्रा के निर्देशों के अनुपालन में मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा की अध्यक्षता में जिला पर्यावरण समिति एवं जिला गंगा समिति की मासिक बैठक आहुत की गयी। मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गंगा बैराज घाट पर “गंगा हाट“ का विकास करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि गंगा तटीय स्थित ग्रामों को पूर्ण रूप से प्रदूषण मुक्त करने, वाटर ट्रीटमेन्ट करने, जैविक खेती को बढ़ावा देने, नक़द आय प्राप्त करने हेतु बांस की खेती के लिए स्थानीय लोगों को प्रेरित करने तथा अधिक से अधिक पौध रोपित किए जाने सम्बन्धी कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए । उन्होंने संबंधित अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि गंगा घाटो पर अवैध रूप से हो रहे मछली शिकार पर अंकुश लगाएं।
मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा स्थानीय कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा विदुर सभागार में आयोजित जिला गंगा समिति तथा जिला पर्यावरण समिति की मासिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रदूषण एक समस्या नहीं बल्कि एक त्रास्दी का रूप धारण करती जा रही है, यदि समय रहते पर्यावरण सुरक्षा के लिए उचित उपाय नहीं किए गए तो जीव-जंतु ही नहीं अपितु धरती का अस्तित्व ही संकट में पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि हमें शासकीय प्रयासों के साथ-साथ जन सहयोग की भावना के साथ भी इस क्षेत्र में गंभीरतापूर्वक प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि देश में नमामि गंगे, अर्थ गंगे जैसे कार्यक्रमों द्वारा पर्यावरण की न केवल सुरक्षा की जा सकती है, बल्कि वातावरण को प्रदूषण मुक्त भी बनाया जा सकता है। उन्होंने प्रदूषण अधिकारी को निर्देश दिए कि तत्काल गंगा तटीय ग्रामों को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए कार्य योजना प्रस्तुत करें तथा इसी के साथ उन्होंने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए कि सभी अधिशासी अधिकारी नगर निकायों से शहरी क्षेत्रों एवं सड़क के किनारों पर किसी भी अवस्था में कूड़ा-कचरा न पाए जाने सम्बन्धी प्रमाण पत्र प्राप्त करें। उन्होंने निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी सॉलिड वैस्ट के लिए जगहों का चिन्हांकन कराना सुनिश्चित करें ताकि कचरे को एक जगह जमा किया जा सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई की व्यवस्था और अधिक सुदृढ़ बनाए।
इस अवसर पर प्रभागीय वन अधिकारी अरूण कुमार सिंह, एसडीओ ज्ञान सिंह सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।














