
बरेली। कोविड-19 के तहत हज कमेटी ऑफ इंडिया ने हज 2021 का संभावित खर्च जारी कर दिया है। एक ओर हज के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस बीच हज कमेटी ऑफ़ इंडिया ने सभी राज्यों की हज समितियों के लिये गाइडलाइंस जारी कर दी हैं। कोविड-19 की वजह से अगले साल जून-जुलाई में होने वाली हज यात्रा के नियमों में बड़े पैमाने पर बदलाव किए गए हैं।

इस बार हज यात्रा का खर्च तीन लाख 70 हज़ार से 5 लाख 25 हज़ार रुपये देना होगा। वही बीते वर्ष देखा जाए तो हज यात्रियों को 2 लाख 36 हज़ार से 3 लाख 22 हज़ार रुपये का खर्च करना पड़ा था। वहीं इस बार की हज यात्रा के लिए यह खर्च 2 लाख 53 हज़ार से 3 लाख 50 हज़ार रुपये था। लेकिन कोविड-19 की वजह से हज यात्रा नहीं हो पाई थी और सभी आवेदकों को उनका पैसा लौटा दिया गया था। वही इस साल हज यात्रा के लिए यात्रियों को अजीजिया केटेगिरी में 3 लाख 70 हज़ार रुपये और एनसीएनटीजेट कैटेगिरी वालो को 5 लाख 25 हज़ार रुपये तक खर्च करने होंगे।

वही इस महंगे सफर का कारण कोविड-19 को माना जा रहा है।हज कमेटी ऑफ़ इंडिया के मुताबिक, एक हजार को इस बार चार स्क्वायर फीट के बजाय नौ स्क्वायर फीट जगह रहने के लिए दी जाएगी। यानी ज्यादा जगह की जरूरत होगी। वही सऊदी सरकार ने वैट की दर पांच प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत कर दी है।

वीजा फीस भी इस साल से लागू कर दी गई है। वही कोरोना को ध्यान में रखकर सऊदी सरकार भी सावधानियां भरते हुए बसों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने को लेकर सतर्क है जिस वजह से बसों में अधिक किराया देना पड़ेगा। इस वजह से किराये का खर्च तीन गुना अधिक होगा। हज कमेटी ऑफ़ इंडिया ने फिलहाल अनुमानित खर्च जारी किया है, जल्द ही अंतिम जानकारी जारी की जाएगी।

हज यात्रा पर जाने के 72 घंटे पहले हजयात्री को कोरोना वायरस का टेस्ट कराना होगा। अगर कोविड-19 टेस्ट पॉजिटिव आ गया तो वह यात्री हज यात्रा पर नहीं जा पाएगा।बरेली हज सेवा समिति के अध्यक्ष पूर्वमंत्री हाजी अताउर्रहमान ने कहा कि भारत सरकार को हज यात्रा को लेकर सऊदी सरकार के साथ मज़बूत और आसान नीति बनाने की जरूरत है ताकि हज यात्रा को कोविड-19 की वजह से महंगा होने से बचाया जा सकें और मध्यम वर्ग के आजमीन भी हज यात्रा पर जा सकें।बरेली हज सेवा समिति के संस्थापक पम्मी खान वारसी ने कहा कि हज यात्रा को महँगी हो से रोका जा सकें इसके लिये केंद्र सरकार सरल और सस्ती हज यात्रा करने पर विचार करें। बीएचएसएस के प्रभारी मोहसिन इरशाद ने कहा हज यात्रा 2021 में जो गाइडलाइन जारी की गई हैं उसमें आजमीन की आर्थिक स्थित को नजरअंदाज किया गया,
कोरोनाकाल में आमजन कारोबार से टूटा हुआ है, केंद्र सरकार का नारा हैं सबका साथ सबका विकास मगर जब हज यात्रा की गाइडलाइन जारी की गई तो इस नारे को दरकिनार कर दिया गया। बरेली हज सेवा समिति के हेल्पलाइन प्रभारी नजमुल एसआई खान क़ादरी ने कहा कि हज धार्मिक यात्रा हैं उसको आसान और सस्ता होना चाहिये ताकि लोग आसानी के साथ हज यात्रा पर जा सकें, हज यात्रा महँगी होना सोचने पर मजबूर करता हैं। बरेली हज सेवा समिति के मीडिया प्रभारी हाजी साकिब रज़ा खां ने कहा हज यात्रा को महँगी करना जनहित में नहीं हैं इस बढ़ती हुई महँगाई पर अंकुश लगाये सरकार, केंद्र सरकार और हज कमेटी ऑफ़ इंडिया से आग्रह करते हैं कि हज यात्रा की नीति में बदलाव करें औऱ मंहगाई पर रोक लगाये।










