हरियाणा विधानसभा बजट सत्र : सदन में धर्म परिवर्तन बिल को लेकर जमकर हुआ हंगामा

हरियाणा विधानसभा बजट सत्र का आज तीसरा दिन है। प्रश्नकाल में विधायकों ने सत्तापक्ष से प्रश्न पूछे। इसके बाद शून्यकाल शुरू हुआ। लेकिन इससे पहले संसदीय कार्यमंत्री ने प्रस्ताव रखा कि आज सदन की दूसरी बैठक 2.30बजे से लेकर शाम 6.30 बजे तक चलेगी। इस दौरान प्रश्नकाल नहीं होगा। जिस पर सभी ने सहमति दी। शून्यकाल में गृह मंत्री हरियाणा विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन बिल का प्रस्ताव रखा। इस पर कांग्रेसी विधायक रघुबीर कादियान ने कहा देश फिर से राम रहीम के बीच दीवार खड़ी की जा रही है। दीवार खड़ी करने वाले लोग नहीं रहेंगे, दीवार खड़ी रहेंगे। बिल से बदबू आ रही है। बिल की इंटेशन ठीक नहीं है। यह बिल सिलेक्ट कमेटी के पास जाए।

विज ने कहा कि देश का बंटवारा धर्म के आधार पर कांग्रेस ने करवाया। 1984 में धर्म के आधार सिखों का कत्लेआम कांग्रेस पार्टी ने करवाया। इस पर सदन में हंगामा हो गया। कांग्रेसी विधायकों ने इसका विरोध किया। जबकि भाजपा विधायकों ने बिल का समर्थन किया। विज ने कहा कि यह बिल कहीं पर भी हिंदू,मुसलमान, सिख, इसाई का जिक्र नहीं है। एक धर्म से दूसरे धर्म में किसी लालल, भय, डर से धर्म परिर्वतन करने पर मनाही है। इसमें एक धर्म से दूसरे धर्म का जिक्र किया गया है। असंध के कांग्रेसी विधायक शमशेर गोगी ने कहा कि संविधान का कोई धर्म नहीं है। इस देश के अंदर सभी धर्मों के लोग रहते हैं। संवैधानिक संस्था के अंदर बैठकर असंवैधानिक बिल कैसे बनाया जा सकता है।

सीएम के कथन पर कांग्रेसियों ने हंगामा

सीएम मनोहर लाल ने कहा कि इस बिल में किसी धर्म का नाम नहीं है।बिल से छुपी हुई बातें बंद हो जाएगी। धर्म परिवर्तन करने वाला डीसी को एप्लीकेशन देंगा, तब जाकर अनुमति मिलेगी। सीएम ने कहा कि सदन में सीएम ने कांग्रेसी विधायकों की ओर इशारा करते हुए कहा कि बेंचों पर बैठने वाले सारे धर्म परिवर्तन कर लों, हमें कोई आपत्ति नहीं। सीएम की इस बात पर हंगामा हो गया। कांग्रेसी विधायकों ने विरोध जताया। भाजपा विधायकों ने भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाए। कांग्रेस और सत्तापक्ष के विधायकों ने हल्ला किया। रघुबीर कादियान ने बिल की कापियां फाड दी। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने इस पर कहा कि कादियान ने सदन की तोहीन की। कादियान को अगले पूरे सेशन के लिए निष्कासित किया जाता है। कांग्रेसी विधायकों ने इस पर अध्यक्ष के आसन के पास पहुंच गए। अध्यक्ष ने कहा कि जब बिल इंटरडूस हो गया था तो बिल क्यों फाड़ा गया। कांग्रेसी विधायक स्पीकर की वेल में पहुंच गए। रघुबीर कादियान और सीएम के बीच भी बहस हुई। रघुबीर कादियान ने सीएम के उन शब्दों पर आपत्ति जताई और कहा कि वे धर्म परिवर्तन के शब्द वापस लें। इसके बाद सीएम ने कहा कि उनके शब्दों से किसी को ठेस पहुंची है तो वे शब्द वापस लेते हैं।

कादियान ने माफी मांगने से किया इंकार

सत्तापक्ष के विधायकों ने कहा कि विपक्षी विधायक माफी मांगे। स्पीकर ने कहा कि आपने जो काम किया वो गैर जिम्मेदाराना है। उन्होंने रघुबीर कादियान से क्षमा मांगने के लिए कहा। इस पर कादियान ने कहा कि आपकी भावनाओं की कद्र करता हूं। जब आप स्पीकर बने तब आपने कहा था कि दोनों आंखों से देखूंगा। हमनें मयार्दा पार नहीं की। सदन में मैं कभी देवीलाल के पीछे बैठता था, आज जो लोग कह रहे हैं कि इन पर एक्शन होना चाहिए, तब उनका जन्म भी नहीं हुआ था। स्पीकर ने कहा कि आप पश्चाताप करते हो। कादियान ने कहा कि मैं कोई पश्चाताप नहीं करूंगा। बिल फाड़ने से सदन का अपमान हुआ है। कादियान ने कहा कि मैनें तीन कृषि कानूनों को फाड़ा था, तब क्यों नहीं कारवाई की। मैं 1987 से सदन में आ रहा हूं। मैनें कोई गलत व्यवहार नहीं किया। मैंनें उन कागजों को फाड़ा जो कि समाज को बांटने का काम करता है। आप लोग धर्म जात-पात के नाम पर बांटने वाले लोग है। स्पीकर ने कहा कि जो सदस्य सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाता है तो उसे बाहर करने का अधिकार है। आप माफी मांग लें।

मार्शल को बुलाकर बाहर निकाले के दिए आदेश

स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने मार्शलों को आदेश दिए कि कादियान को सदन से बाहर निकाले। इस पर कांग्रेसी विधायकों ने रोष जताया। संसदीय कार्यमंत्री कंवर पाल गुर्जर ने प्रस्ताव रखा कि रघुबीर कादियान के अनुचित आचरण के लिए वर्तमान सदन की शेष बैठकों से निलंबित किया जाए। इस प्रस्ताव को सदन में पास किया गया। इसके विरोध में कांग्रेसी विधायकों ने धक्का शाही नहीं चलेगी, के नारे लगाए। रघुबीर कादियान को बाहर भेजने के विरोध में सभी कांग्रेसी विधायकों ने वाक आऊट किया और नारे लगाए कि चौकीदार चोर है।

100 के लिए 60,आधे लिए बांट, बचे 30, 10 लूंगा- 10 दूंगा, 10 का लेना देना क्या

विधायक नीरज शर्मा ने प्रश्न किया कि हरियाणा में खनन विभाग ने एकमुश्त निपटान राशि योजना का कितना लोगों ने लाभ लिया और व्यापारियों की ओर कितनी राशि बकाया है। इस पर मंत्री मूलचंद शर्मा ने जवाब दिया कि व्यापारियों पर 823 करोड़ रुपये बकाया था। 168 मामलों की जांच की गई। योजना के तहत 148 करोड़ में निपटारा किया गया। जिसमें से 39 करोड़ रुपये आ गया।इस पर नीरज शर्मा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकारी पैसे की लूट, 100 के लिए 60, बचे 30, 10 लूंगा- 10 दूंगा और 10 का लेना क्या। नीरज शर्मा ने कहा कि ऐसे हरियाणा में पैसे कैसे आएंगा। तब खनन मंत्री मूल चंद शर्मा ने कहा कि यह विवादों का समाधान है। चाहे एक्साइज, टाउन एंड कंट्री की बात करें, या फूड एंड सप्लाई। हर विभाग में विवादों का समाधान किया जाता है। यदि एक साल में एक माइनिंग व्यपारी ने दस करोड़ में माइन ली। लेकिन उसे एक साल में क्लीयरेंस नहीं मिली। सरकार ने दस करोड़ के बना दे दिए 60 करोड़। इसलिए जिन व्यापारियों ने माइनिंग की नहीं, उनके साथ सेटलमेंट की गई है। सीएम के प्रयासों से यह सेटलमेंट हुई है।

नर्सिंग पॉलिसी और कॉलेज पर भुक्कल और विज भिड़े

प्रश्नकाल में विधायक गीता भुक्कल ने प्रश्न पूछा कि क्या सरकार नए मेडिकल कॉलेज खेल रही है। जिला झज्जर में क्या सरकार नर्सिंग कॉलेज खोल रही है। मंत्री विज ने कहा कि गीता भुक्कल कंफ्जू हो रही है। हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलेंगे। नर्सिंग कॉलेज खोलने की बात अलग है। नर्सिंग कॉलेज भी 6 जिलों में खोले हैं। जिसका सीएम उद्घाटन करने जा रहे हैं।

गीता ने प्रश्न पूछा कि वर्ष 2020,21 और 2022 में भी नर्सिंग एडमिशन नहीं हुए। 30 हजार बच्चे पोर्टल पर इंतजार कर रहे हैं। नए कॉलेज खोले ताकि डाक्टर के साथ हेल्प कर सकें।विज ने जवाब दिया कि नई नर्सिंग पॉलिसी बनाई गई है। पहले एक कमरे में नर्सिंग स्कूल खुले थे वो नर्स तापमान भी देख नहीं सकती थी और टीका भी नहीं लगा सकी। नर्सिंग की जरूरत है। पंरतु कॉलेज के पास100 बैड अस्पताल होना जरूरी है। बायो मेट्रिक एटेंडस की जरूरत है। विज ने कहा कि हमें एक कमरे वाली नर्स नहीं चाहिए। हम चाहते हैं कि मेडिकल कॉलेज में हर जिले में खुले। नर्सिंग स्कूल खुले, हम उनको इजाजत देना चाहते हैं। हमें कोई ऐतराज नहीं है।

भुक्कल ने कहा कि सरकार ने नर्सिंग पॉलिसी वापस ले ली है। आपके एसीएस ने लिखित में दिया कि पॉलिसी विद ड्रा हो गई। अपडेट ले लें। क्योंकि नर्सिंग एसोसिएशन ने इस पॉलिसी को कोर्ट में चेलेंज किया था। मेरे पास प्रूफ है।

विज ने कहा कि डेट गलत पब्लिश हो गई। हमने कॉलेजों को 6 महीने का टाइम दिया। भुक्कल बोली मैंने टेबल पर कोर्ट के आर्डर रखें हैं। तब विज ने कहा कि कोर्ट के ऑर्डर सभी को मान्य होंगे। परंतु ऐसा कोई ऑर्डर नहीं आया। भुक्कल ने विज से कहा कि आप मेरे बड़े भाई है, इसलिए मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि झज्जर से भेदभाव न किया जाए। विज ने कहा कि पहले 6 बन रहे हैं, उन्हें बना लें। बाकी जिलों के बारे में बाद में सोचेंगे। मैं आपकी सरकार की तरह झूठी घोषणा नहीं करता।

पांच राज्यों के साथ बाउंडरी जियो रेफरेंस पिलर से निर्धारित होगी

प्रश्नकाल में विधायक धर्म सिंह छोक्कर ने कहा कि प्रश्न का रिप्लाई स्पष्ट नहीं है। यमुनानगर से पलवल तक किसानों की समस्या है। क्योंकि यमुना का बहाव कभी यूपी तो कभी हरियाणा की ओर जाता है। कुछ जमीन 1975 में मलकियत जमीन खुर्द बुर्द हो गई। 1978 जमीन मिल गई। मलकियत की जमीन थी। लेकिन 1978 चकबंदी स्कीम में वर्ष 1981,82,83 में तकसीम हुई जमीन मालिकों को दी गई। किसान लोन भी ले सकता था। परंतु एफसीआर ने 2012 में आदेश हुआ कि मलकियत जमीन शामलात देह में कंवर्ट कर दी गई। किसान की गिरदावरी भी है। परंतु 2012 से अब लोन नहीं ले सकता। जमीन की खरीद फरोख्त भी हो रही है। फिर इसका फायदा क्या है। विधायक हरविंद्र कल्याण और महीपाल ढांडा ने कहा कि इसका जल्द समाधान होना चाहिए।

डिप्टी सीएम ने कहा कि यमुना की लैंड बाउंडी 1979 में सील हुई थी। जो फिलर लगाए थे वो नहीं मिले। 2020 में दोनों राज्यों जिला उपायुक्तों की बैठक की। फाइनलेशन पिलर लगाने पर सहमति बनी। डिप्टी सीएम ने कहा कि 2012 में मैं नहीं था। यदि विधायक चाहते हैं तो उसकी इन्क्वायरी चाहते हैं तो उस शासनकाल में किसने यह फैसला लिया, इसकी जांच करवा देंगे। डिप्टी सीएम ने कहा कि शामलात देह पंचायत का हक है। पंचायत की लैंड को कोई प्रयोग कर सकता है, पंरतु ट्रांसफर करवाना आसान नहीं है। तब विधायक छोक्कर ने जवाब दिया कि हर साल कमेंट की जाती है। पिलर का कोई काम शुरू नहीं हुआ। इसका कार्य जल्दी हो जाए। लड़ाई झगड़ा बंद किया जाए। यूपी के लोग हरियाणा के लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा देते हैं। ऐसी व्यवस्था कि जाए कि विधायक के साथ प्रशासनिक अधिकारी भेज जाए। उसके विधानसभा हलके के लोगों के खिलाफ यूपी में पांच मुकदमे दर्ज है। इनकी जांच करवाई जाए।

पानीपत में पांच बाउंडरी पिलर एक साल में लगेंगे

डिप्टी सीएम ने जवाब दिया कि पानीपत में पांच बाउंडरी पिलर एक साल में लग जाएंगे। सर्वे जनरल आफ इंडिया को रिपोर्ट भेज दी है। जैसे ही जीपीएस कोर्डिनेशन से फाइनल पोजिशन आएगी, लगा दिए जाएंगे। डिप्टी सीएम ने कहा कि हरियाणा की पांच राज्यों के साथ सीमा लगती है। जियो रेफरेंस पिलर प्रदेश की सभी बाउंड्री में लगेंगे। ताकि किसी भी नागरिक को हराशमेंट न होना पड़ा। 2012 के आदेश को लेकर चीफ सेक्रेटरी की अध्यक्षता में कमेटी बना दी जाएंगी।

ये है शेड्यूल

2 मार्च को राज्यपाल के अभिभाषण के साथ सत्र की शुरुआत हुई। 3 मार्च को अभिभाषण पर चर्चा हुई। अब 4 और 7 मार्च को भी अभिभाषण पर चर्चा होगी। 7 मार्च को ही मुख्यमंत्री इस पर अपना जवाब देंगे। अगले दिन 8 मार्च को बजट पेश होगा। इस दिन प्रश्न काल नहीं होगा। 9 से 11 मार्च तक सत्रावकाश रहेगा।

12 और 13 मार्च को शनिवार- रविवार की छुट्टी है। 17 मार्च को सत्रावकाश रहेगा। 18 से 20 मार्च तक राजकीय अवकाश है। 21 और 22 मार्च के दिन विधायी कामकाज के लिए निर्धारित किए गए हैं। 22 मार्च को ही सत्रावसान होगा। बजट सत्र के लिए 493 तारांकित और 242 अतारांकित प्रश्न विधान सभा सचिवालय को प्राप्त हुए हैं।

साथ ही विधायकों ने 2 कार्य स्थगन प्रस्ताव भी प्राप्त हुए हैं। इस दौरान बजट पर विस्तृत अध्ययन के लिए सभी 73 विधायकों की तदर्थ कमेटियां गठित की जाएगी। ये कमेटियां समग्रता से अध्ययन कर अपने सुझाव मुख्यमंत्री को देंगी। 14 से 16 मार्च तक बजट पर व्यापक चर्चा करवाई जाएगी।

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