नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी की सर्वेसर्वा मायावती यूं ही नहीं अपने सगे भाई आनंद के लड़के आकाश को आगे बढ़ा रही हैं। इसके पीछे सोची-समझी रणनीति है। बसपा के संस्थापक कांशीराम के विश्वस्त रहे कुछ दलित नेताओं, कार्यकर्ताओं का कहना है कि जिस तरह चारा व अन्य घोटाला मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के रांची में जेल में होने के कारण उनके परिवारवादी राजनीति का पताका उनके पुत्र तेजस्वी यादव फहराने लगे हैं। उसी तरह से आय से अधिक सम्पत्ति व कई घोटालों के मामले में यदि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती और उनके सगे भाई आनंद जेल गए, तो आनंद के पुत्र आकाश आनंद परिवारवादी राजनीति को आगे बढ़ाते हुए बसपा को जेबी संगठन बनाये रखेंगे। इसी सोच व रणनीति के तहत मायावती ने बसपा में अपने भाई आनंद के लड़के आकाश आनंद को आगे बढ़ाना शुरू किया है।
उनको ऐसे समय में अपने साथ रखना शुरू कर दिया है जिसमें वह मीडिया के सम्पर्क में बने रहें। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष व उ.प्र. के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 15 जनवरी 2019 को जब मायावती के जन्मदिन पर बधाई देने गए थे, उस समय मायावती के बगल में आकाश आनंद खड़े थे। आकाश आनंद इसी तरह से अपनी बुआ मायावती से बिहार के उपमुख्यमंत्री रहे व राजद नेता तेजस्वी यादव की मुलाकात के समय भी उपस्थित रहे। इस तरह से आकाश आनंद को अखिलेश यादव व तेजस्वी यादव जैसों से परिचय कराया जा रहा है और राजनीतिक ककहरा सिखाया जा रहा है। इस बारे में उ.प्र. के वरिष्ठ पत्रकार नवेन्दु का कहना है कि मायावती ने 2017 में भी आकाश आनंद को कुछ रैलियों में साथ रखा था। लेकिन उनको लंदन से प्रबंध शास्त्र कर लेने के बाद उ.प्र. की जातिवादी राजनीति में बसपाई प्रबंधन सीखने के लिए अब लगाया गया है।
मायावती ने खुद भी स्पष्ट कर ही दिया है कि उनको पार्टी में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। नवेन्दु का कहना है कि मायावती व उनके भाई पर आय से अधिक संपत्ति व अन्य मामले में केस चल रहे हैं। भाजपानीत केन्द्र सरकार उनको जब चाहे सीबीआई, ईडी व आयकर के मार्फत हवालात में डलवा सकती है । सो, ऐसी स्थिति में घर का ही कोई बसपा की पतवार बन सके, इसके लिए आकाश को आगे बढ़ाया जा रहा है।
सर्वोच्च न्यायालय के वकील वी. चतुर्वेदी का कहना है कि मायावती व मुलायम सिंह यादव के विरूद्ध कई हजार करोड़ रुपये के खाद्यान्न घोटाला मामले में मुकदमा चल रहा है। सीबीआई के यहां फाइल अटकी पड़ी है। इसी तरह से ताज कारिडोर मामला चल रहा है। आय से अधिक सम्पत्ति मामले में माया व उनके सगे भाई आनंद भी सीबीआई, ईडी, आयकर के घेरे में हैं। ऐसे में केन्द्र की भाजपानीत सरकार जब चाहे सीबीआई, ईडी के मार्फत मायावती व आनंद के यहां छापा मार सकती है, पूछताछ के लिए बुला सकती है|
इन मामलों में उन्हें जेल भी जाना पड़ सकता है। पिछले दिनों उनके भाई आनंद को पूछताछ के लिए सीबीआई ने बुलाकर जब रोक लिया था| तभी डरीं मायावती ने म.प्र., छत्तीसगढ़ व राजस्थान विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं किया था और अजीत जोगी की पार्टी के साथ गठबंधन कर लिया था। यदि मायावती व उनके भाई आनंद को तमाम घोटालों के मामले में जेल हुई तो उनकी जेबी पार्टी बन गई बसपा बिखर जाएगी। इस डर से तथा बसपा को अपनी जेबी व परिवार की पार्टी बनाये रखने के लिए वह अपने भाई आनंद के बेटे आकाश आनंद को बसपा में लाई हैं, आगे बढ़ा रही हैं। इस बारे में बसपा के कुछ नेताओं का कहना है कि आकाश ने पार्टी का काम करना शुरू कर दिया है।
वह प्रचार व संगठन के मामलों को देखने लगे हैं। उनके कारण ही सोशल मीडिया में पार्टी की सक्रियता बढ़ गई है और विरोधियों को तुरंत जवाब दिया जाने लगा है।