इनफ्लूएंसर मार्केटिंग लाइक को लीड में बदलने की कला है

रुचिका भरुचिका भगत, एमडी, नीरज भगत एंड कंपनीगत

भास्कर समाचार सेवा

नई दिल्ली। सोशल मीडिया के आधुनिक युग में, इनफ्लूएंसर मार्केटिंग ब्रांड जागरूकता पैदा करने के लिए सबसे अच्छे स्रोत के तौर पर उभरी है। खाना पकाने के शौकीनों और तकनीकी विशेषज्ञों से लेकर कॉमिक हस्तियों और प्रेरक वक्ताओं तक के असीम दायरे के साथ इनफ्लूएंसर आज हर जगह मौजूद हैं। अपनी प्रामाणिकता, कड़ी मेहनत और उपयोगकर्ताओं के साथ निरंतर जुड़ाव की वजह से वे ऐसे वफादार दर्शक वर्ग से जुड़ चुके हैं जो हर चीज के बारे में उनकी बातों पर भरोसा करते हैं।
यही वजह है कि इनफ्लूएंसर मार्केटिंग मौजूदा समय में काफी ताकतवर है। यह अवधारणा एक मंच पर भागीदारियों, सहयोग और समीक्षाओं के जरिये व्यवसाय से मनोरंजन और जागरूकता को जोड़ती है।
हालांकि इनफ्लूएंसर को अपने साथ शामिल करने से पहले ब्रांडों को कई पहलुओं पर ध्यान देना चाहिए, जैसे उनके कंटेंट की श्रेष्ठता, उनके ऑडिएंस, पब्लिक इमेज, और इंगेजमेंट एनालिसिस। इन सभी को मार्केटिंग के लक्ष्यों के अनुरूप बनाकर ब्रांड अपने लक्षित ग्राहकों तक पहुंचते हैं और निवेश पर बेहतर प्रतिफल (आरओआई) प्राप्त करते हैं। इस सब के अलावा, आप सही दर्शकों या ग्राहकों तक पहुंच बनाने में सफल होने के बाद ज्यादा राजस्व हासिल कर सकते हैं।
कुल मिलाकर, इनफ्लूएंसर मार्केटिंग ब्रांडों के लिए अमूल्य संपत्ति है, क्योंकि इनफ्लूएंसर लोगों के लिए अच्छे दोस्त जैसे होते हैं। इंडोर्समेंट और स्पॉन्सरशिप से लेकर इनफ्लूएंसर रिव्यू और भागीदारियां, ग्राहक संबंध पर इनफ्लूएंसर मार्केटिंग का व्यापक असर देखने को मिलता है। अपने संभावित ग्राहकों से वास्तविक संबंध चाहने वाले ब्रांडों के लिए यह स्ट्रैटेजी सफलता की राह पर बढ़ने का रास्ता है, क्योंकि लोगों के साथ वास्तविक संबंधों से वफादार ग्राहक तैयार होते हैं और इससे दीर्घावधि में ज्यादा राजस्व मिलता है।

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