कानून को ताक पर रख,दो पत्नियां धारक कर रहा सरकारी नौकरी !

पिता का नाम बदल कर फर्जी तरीके से छल कपट से बनवाए गए दस्तावेजों पर राजस्व विभाग मे संग्रह अनुसेवक की नौकरी मृतक कोटे से हथियाने का ग्रामीणों व सगे चचेरे भाइयों ने लगाया आरोप

भास्कर न्यूज

लखीमपुर-खीरी।कानून का राज कायम करने का राग अलापने वाले उत्तर प्रदेश के मुखिया के दावों की पोल उनके ही मातहतों द्वारा इस कदर खोली जा रही है कि उनके सारे वादे व दावे हकीकत की जमीन पर हवा हवाई साबित हो रही है ऐसा ही एक मामला तहसील लखीमपुर में प्रकाश में आया है जहां पर संग्रह अनुसेवक रमाकांत द्वारा दो-दो बीवियां रखने और दोनों से संताने भी हैं इसके बावजूद भी सरकारी सेवा में बरकरार हैं जबकि शासन द्वारा जारी शासनादेश में दो पत्नियां रखना प्रतिबंधित किया गया है।इसके बावजूद रमाकांत नौकरी में कैसे कार्य मे संलग्न है क्या कानून व शासनादेश का अतिक्रमण नहीं है या फिर रमाकांत पर शासनादेश लागू नहीं होता है इतना ही नहीं अपने बाबा भोला के समय से चले आ रहे परिवार रजिस्टर की नकल लगाते हुए शासन प्रशासन मे दिए गए दर्जनों प्रमाण पत्रों में आरोप लगाया है कि रमाकांत उसके असली पिता का नाम चंद्रिका था।बाबू राम के कोई लड़का नहीं था मात्र दो लड़की राम श्री व चंपा थी चंद्रिका व रमाकांत ने मिलीभगत करके जमीनी अभिलेखों में तहसील प्रशासन से सांठ-गांठ करके अपने पिता का नाम चंद्रिका की जगह बाबूराम लिखवा कर मृतक आश्रित कोटे से नौकरी हासिल कर ली।कई जगह लोगों को गुमराह करने के साथ-साथ अपने चचेरे भाई की जमीन भी हड़प चुका है यदि मामले की निष्पक्ष जांच की जाये तो कई जिम्मेदारों पर गिरेगी गाज।

इस बाबत में जब संग्रह अनुसेवक से मिलकर जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि मेरे दो पत्नियां हैं दोनों पत्नियों से संताने भी हैं और परिवार रजिस्टर में बाबूराम के दो ही पुत्रिया दिखाई गयी है जिसे मै अभी संशोधन नही करा पाया हूं।

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