लखीमपुर : अस्पताल मालिक का हुआ एक्सीडेंट, इलाज के दौरान कर्मचारी ने किया अस्पताल पर अनाधिकृत कब्जा

लखीमपुर खीरी। जिले में अवैध तरीके से संचालित अस्पतालों पर लगातार सीएमओ संतोष गुप्ता के दिशा निर्देशन में चिकित्सा अधिकारियों द्वारा अभियान चलाकर कार्यवाही की गई फिर भी कुछ ऊंची रसूख वाले आज भी धड़ल्ले से अवैध अस्पताल संचालित कर जनता को मूर्ख बनाकर उनकी जान के साथ खिलवाड़ कर रहे है। इसी प्रकार के अवैध रूप से संचालित एक फर्जी अस्पताल का मामला प्रकाश में तब आया जब अस्पताल के मालिकाना हक रखने वाले डॉक्टर अंजीत सिंह ने अपने ही अस्पताल के खिलाफ सीएमओ को लिखित प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की।

दरअसल अस्पताल के मालिक डॉक्टर अंजित सिंह के एक्सीडेंट होने के चलते अस्पताल के रजिस्ट्रेशन का नवीनीकरण नहीं हो पाया था, इस बीच अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर अंबरीश वर्मा के द्वारा अनाधिकृत रूप से मालिकाना हक जताते हुए अस्पताल पर कब्जा कर लिया और तब से डॉ. अंबरीश वर्मा के द्वारा बिना मानक पूरे किए हुए धड़ल्ले से आशा बहूओ से सेटिंग कर प्रसूताओं की डिलीवरी की जाने लगी।

डॉ. अंजित सिंह ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी लखीमपुर खीरी को पूरे मामले की जानकारी देते हुए लिखित प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है। दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि मोहल्ला श्याम नगर स्थित एलआरपी चौराहा के पास वरदान हॉस्पिटल नाम से संचालित अस्पताल का आवेदन पोर्टल पर किया गया था जिसका नवीनीकरण विचाराधीन था इसी बीच अस्पताल में डॉक्टर अमरीश वर्मा के द्वारा बिना मेरी सहमत के इसका अनाधिकृत रूप से मालिकाना हक जताने के लिए आवेदन पोर्टल पर अपने नाम से नवीनीकरण हेतु आवेदन किया गया जो कि पूर्णतः असंवैधानिक है। डॉ. अंजित सिंह ने बताया कि वरदान हॉस्पिटल को बैंक से लोन लेकर स्थापित किया था जिसकी किस्त अभी भी वह दे रहे हैं।
फिलहाल अस्पताल का बिना रजिस्ट्रेशन संचालित होने से अस्पताल पर कहीं ना कहीं किसी का संरक्षण प्राप्त होना प्रतीत होता है।

वर्जन —
इस संबंध में सीएमओ संतोष गुप्ता ने बताया कि वरदान नर्सिंग होम को नोटिस के माध्यम से तीन दिन में सभी कागजात उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया है।

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