प्रयागराज जिले में बिछेगी लंबी चैथी रेलवे लाइन

प्रयागराज। भारतीय रेलवे के द्वारा प्रयागराज से बमरौली के बीच लगभगं 10 किमी लंबी चैथी रेलवे लाइन बिछाने की पूरी तैयारी है। इस कार्य के संपादन पर 490 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इस महत्वपूर्ण कार्ययोजना को अंतिम रूप दिये जाने का कार्य तेजी के साथ चल रहा है। प्रयागराज जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर छह की कानपुर साइड से चैथी रेलवे लाइन शुरू होगी और बमरौली के अप लूप में जाकर मिल जाएगी। इसके लिए प्रथम सर्वे का काम पूरा भी हो चुका है। अब ब्रिज और रूफ कंपनी फाइनल लोकेशन सर्वे कर रही है। रेलवे के इस प्रोजक्ट को पूरा करने में 490 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।

इसे 2024 तक पूरा करना है। जो ट्रेनें दिल्ली की ओर से अब प्लेटफार्म नंबर छह पर आएंगी, उनके लिए यह चैथी रेलवे लाइन बहुत ही खास होगी। इस लाइन से गुजरने वाली ट्रेन प्रयागराज यार्ड की मेन लाइन को क्रास कट नहीं करेंगी। बल्कि बमरौली से नई लाइन से उनका सीधा संचालन हो सकेगा। वाराणसी व प्रयाग स्टेशन की ओर से प्लेटफार्म नंबर छह पर आने वाली ट्रेन भी इस नई लाइन का प्रयोग करेंगी और दिल्ली की ओर जाते समय नई लाइन से सीधे बमरौली तक जाएगी। इससे कई ट्रेन के लिए मेन लाइन पर ट्रैफिक रोकने की समस्या खत्म हो जाएगी। ट्रेनों को आउटर के बाहर नहीं रोकना पड़ेगा।

यानी अब ट्रेन गुजरने के दौरान मेन लाइन का मूवमेंट नहीं रोका जाएगा। ट्रेनों को यार्ड से पास कराने के लिए यह नई लाइन मदद करेगी। नई लाइन से ट्रेन सीधे प्लेटफार्म नंबर छह पर आ जाएगी। उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि प्रयागराज जंक्शन से बमरौली तक 10 किमी लंबी चैथी लाइन बनेगी।

ब्रिज और रूफ कंपनी फाइनल लोकेशन सर्वे कर रही है। 2024 तक कार्य पूरा हो जाएगा। प्लेटफार्म नंबर छह से नई लाइन बनने से वाराणसी व प्रयाग की ओर से छह नंबर प्लेटफार्म होते हुए कानपुर जाने व वापसी में ट्रेनें जंक्शन के यार्ड को क्रास कट नहीं करेंगी। बल्कि इसी नई लाइन से उनका संचालन होगा। इससे मेन लाइन का मूवमेंट नहीं रोकना पडेगा और ट्रेनों की समयपालनता बढ़ेगी।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें