लखनऊ शर्मसार :  बोरे में बंद मिली अर्धनग्न मासूम बच्ची का लाश, बवाल पर पुलिस ने भांजी लाठियां, दो गिरफ्तार,

two arrested in a child's murder in lucknow.

  • लखनऊ में मासूम की रेप के बाद हत्या की आश्ंाका
    तीन दिन से गायब थी बच्ची, सड़क पर उतरे लोग
    पुलिस पर लगाया लापरवाही का आरोप, जमकर पथराव

लखनऊ। राजधानी लखनऊ में शुक्रवार से गायब बच्ची का शव मिलने से हड़कंप मच गया है। परिवार वालों ने 5 साल की मासूम बच्ची की रेप के बाद गला दबाकर हत्या करने काआरोप लगाया है। बच्ची की हत्या से गुस्साए लोगों ने सड़क पर जमकर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया। परिवारवालों ने पुलिस पर कई संगीन आरोप भी लगाए हैं। इतना ही नहीं गुस्साए लोगों ने पुलिस को देखते ही पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिस ने उग्र लोगों पर जमकर लाठियां बरसाई। जानकारी के अनुसार, गोमती नगर इलाके से 5 साल की मासूम बच्ची शुक्रवार से गायब थी। रविवार को बच्ची का शव मिलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई।

पुलिस ने बच्ची का शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस की मानें तो बच्ची की गला दबाकर हत्या की गई थी। पुलिस ने इस मामले में एक संदिग्ध युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं, बच्ची के परविारवालों ने रेप के बाद हत्या का आरोप लगाकर सड़क जामकर पुलिस-प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। गुस्साए लोगों को शांत कराने आई पुलिस पर लोग भड़क गए।

गुस्साए लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर जमकर लाठी भांजी। जिसमें कई लोग घायल भी हो गए। पीडि़त परिवार ने आरोप लगाया कि पुलिस वाले दिन से गायब बच्ची की तलाश के बजाय मामले को टकरा रहे थे। परिजनों ने आरोप लगाया कि अगर पुलिस तुरंत कार्रवाई करती तो बच्ची सही सलामत मिल जाती है।

ये है पूरा मामला 
मामला महानगर थाना क्षेत्र का है। यहां की रहने वाली छह वर्षीय  बच्ची शुक्रवार से बच्ची लापता थी, रविवार को बोरे में बंद शव बरामद हुआ है। मृत बच्ची के परिजनों के मुताबिक, वारदात को अंजाम पड़ोस में रहने वाले पंद्रह वर्षीय किशोर ने दिया। वहीं,  पूछताछ में आरोपित किशोर ने बताया कि शुक्रवार दोपहर बच्ची को घर के बाहर से टॉफी का लालच अगवाकर ले गया। दुष्कर्म के विरोध पर उसकी हत्या कर दी। महानगर कोतवाली में घरवालों की तहरीर पर शुक्रवार रात को ही अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई थी।
दो घंटे तक चला बवाल
घटना से आक्रोशित परिवारीजनों ने मोहल्ले वालों के साथ मिलकर फैजाबाद रोड पर शव रखकर दो घंटे तक प्रदर्शन किया। जिससे सड़क पर भीषण जाम की स्थिति बनी रही। पुलिस-प्रशासन के साथ प्रदेश सरकार के खिलाफ भी नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों की पुलिस से धक्कामुक्की के साथ नोकझोंक हो गई। आक्रोशित भीड़ ने पथराव करना शुरू कर दिया। इसपर पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज कर उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। महिलाओं ने पुलिस पर चूडिय़ां फेंककर विरोध दर्ज किया। कई थानों की पुलिस को मौके पर बुलाना पड़ा, तब आक्रोशित लोगों को नियंत्रित किया जा सका। इसी बीच शव को पुलिस जीप से पोस्टमॉर्टम गृह ले जाया गया। हालांकि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस जीप को भी रोकने का प्रयास किया।

 

क्या कहती है पुलिस ?

सीओ महानगर संतोष कुमार सिंह के मुताबिक, अपहरण के मुकदमे में हत्या व साक्ष्य छुपाने की धाराओं की बढ़ोतरी कर ली गई है। आरोपित किशोर के साथ शव छुपाने में उसके दो बालिग भाई दुर्गेश, दीपक व पिता नन्हके को गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी आरोपित मूलरूप से गोंडा के रहने वाले हैं। यहां अकबरनगर में रहते थे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल सकेगा कि बच्ची से दुष्कर्म हुआ कि नहीं।

 

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