
मकर संक्रांति को स्नान, दान और ध्यान के त्योहार के रूप में देखा जाता है। इस दिन सूर्य उत्तरायण होकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इस दिन लोग सुबह नहाने के बाद भगवान सूर्य को खिचड़ी और गुड़ तिल से बनी चीजों को भोग लगाते हैं। शास्त्रों में इस दिन स्नान करने का बड़ा महत्व बताया गया है। तो आज हम आपको कुछ ऐसे विशेष स्थान के बारे में बताएंगे जहाँ पर स्नान करने से आपकी हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है। बताते चले दिनांक 15 जनवरी को मकर संक्रांति है।
ज्योतिषाचार्य महाराज के अनुसार इस दिन पवित्र नदी में स्नान कर दान पुण्य किया जाता है। इस दिन दान का बहुत महत्व है। सूर्य इस दिन अपने पुत्र शनि की राशि मकर में आते हैं इसलिए इस दिन दान का बहुत महत्व है। भगवान भास्कर को जल दीजिये तथा श्री आदित्यहृदयस्तोत्र का तीन बार पाठ कीजिये।

यह बहुत ही पावन दिवस होता है
इस दिन खिचड़ी बनाई तथा खाई जाती है। गरीबों में खिचड़ी , ऊनी वस्त्र तथा कम्बल का दान करें। कुछ विशेष बातें ध्यान देने की हैं जो इस दिन आपको नहीं करना है। अब आइये जानते हैं कि इस दिन किन चीजों को करने से बचना चाहिए।
मकर संक्रांति में न करें ये गलतियां
- सूर्य को जल लोहे ,स्टील या प्लास्टिक के पात्र से मत दें।
- घर में कोई भी सदस्य कहीं भी मांसाहारी भोजन कदापि मत करे।
- शराब का सेवन घर का कोई भी सदस्य कहीं नहीं करेगा।
- धूम्रपान भी वर्जित है।
- घर पर बनने वाले भोजन में लहसुन और प्याज ना डालें। केवल खिचड़ी बनाएं और वही खाएं
- भोजन बनने की जगह भोजन कदापि मत करें।
- पूरे दिन नए या एकदम साफ कपड़े धारण करें।गंदे कपड़े कदापि मत पहनें।
- प्रयास करें कि असत्य मत बोलें।
- ब्रम्हचर्य का पालन आवश्यक है।
- किसी की निन्दा कदापि मत करें।
- यदि आपने भगवान सूर्य से कभी कुछ मांगा है तो वह पूजा इस संक्रांति पर न करने से समस्या आ सकती है।
इस प्रकार उपर्युक्त कार्यों को मकर संक्रांति पर मत करें।यदि आप ऐसा करते हैं और उपर्युक्त कार्यों को न करते हुए सूर्य की पूजा श्रद्धा और समर्पण से करते हैं तो भगवान भास्कर का आशीर्वाद आपको प्राप्त होगा।
मकर संक्रांति पर राशि अनुसार करें ये दान
1. मेष- इस राशि का स्वामी मंगल है। गेहूं और गुड़ का दान करें। गरीबों में अन्न और वस्त्र का दान करें। मंगल का संबंध रक्त से होता है। रक्त दान करने से अनंत पूण्य की प्राप्ति होगी। गो माता को रोटी और गुड़ खिलाएं।
2. वृष- इस राशि का स्वामी ग्रह शुक्र है। किसी गरीब अंधे व्यक्ति को अन्न दान करें। सुगंधित इत्र का दान करें। चावल और चीनी दान में दें। अपनी सामर्थ्य अनुसार स्टील या चांदी का एक गिलास मंदिर में भेंट करें।
3. मिथुन- इस राशि का स्वामी है बुध। वस्त्र का दान करें। गाय को पालक खिलाएं। मूंग की दाल दान में दें। कपूर और धूप अगरबत्ती दान में दें। चांदी को कोई आभूषण सामर्थ्य अनुसार माता जी को चढ़ाएं।
4. कर्क- इस राशि का स्वामी है चंद्रमा। चावल और चीनी का दान करें।गाय को आटा खिलाएं। एक चांदी का चंद्रमा दान करें। तांबे का पात्र मंदिर में दान करें। एक तांबे का लोटा और गिलास चम्मच सहित मंदिर में दान दें।
5. सिंह- इस राशि का स्वामी सूर्य है। गेहूं और गुड़ का दान करें। एक ताम्र पात्र मंदिर में दान करें। रक्त दान करें। धार्मिक पुस्तक बाटें। शिक्षा में उन्नति के लिए गरीब बच्चों में पुस्तक और कलम का वितरण करें।
6. कन्या- इस राशि का स्वामी है बुध। मूंग का दान करें। कर्पूर का दान किसी देवी माता के मंदिर में करें। गरीबों में अन्न और विशेषकर वस्त्र का दान करें। धार्मिक पुस्तक का दान भी लाभकारी है।
7. तुला- इस राशि के स्वामी शुक्र है। इत्र और सुगंधित अगरबत्ती मंदिर में दान करें। श्री सूक्त की पुस्तक माता लक्ष्मी के मंदिर में भेंट करें।
8. वृश्चिक- इस राशि का स्वामी मंगल है। गुरु आपका मित्र है। ताम्र पात्र का दान आपके यश तथा प्रतिष्ठा में वृद्धि करेगा। रक्त दान करें।
9. धनु- इस राशि का स्वामी बृहस्पति है। पीला वस्त्र दान करें। चने की दाल और हल्दी का दान करें। धार्मिक पुस्तक का दान शिक्षा में प्रगति के लिए आवश्यक है।
10. मकर- इस राशि का स्वामी शनि है।तिल ,तेल का दान आवश्यक है। श्री हनुमान जी के मंदिर में लाल चोला चढ़ाएं।गरीबों को भोजन कराएं।
11. कुंभ- इस राशि का स्वामी शनि है।तिल का दान करें। शनि मंदिर में तेल चढ़ाएं।लोहे का पात्र दान करें। गरीबों में अन्न और वस्त्र का दान करें।
12. मीन- इस राशि का स्वामी गुरु है। धार्मिक पुस्तक का दान आपकी प्रगति में सहायक रहेगा।ग रीब बच्चों में फल , पुस्तक और कलम वितरित करें।चने की दाल का दान करें।














