भास्कर समाचार सेवा

बिजनौर। जिलाधिकारी रमाकान्त पाण्डेय ने प्रधानमंत्री स्ट्रीट वैण्डर्स निधि योजना के अंतर्गत अपेक्षित प्रगति न पाए जाने पर असंतोष व्यक्त करतेे हुए अपर जिलाधिकारी प्रशासन को निर्देश दिए कि पूरी गम्भीरता और तत्परता के साथ इस महत्वपूर्ण कार्य में अपेक्षित प्रगति लाएं और जिन निकायों द्वारा कार्य में शिथिलता अथवा लापरवाही बरती जा रही है, उनके विरूद्व कार्यवाही अमल में लाएं। उन्होंने समीक्षा के दौरान लक्ष्य के सापेक्ष मात्र 32.36 प्रतिशत वैण्डर्स को ऋण उपलब्ध कराए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह स्थिति खेदजनक है। उन्होंने जिला अग्रिणी बैंक प्रबंधक को निर्देश दिए कि स्ट्रीट वैण्डर्स को ऋण उपलब्ध कराने वाली स्वीकृत पत्रावली को अनावश्यक रूप से लम्बित न रहने दें और प्राथमिकता के आधार पर उन्हें ऋण उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी रमाकान्त पाण्डेय सोमवार को कलैक्ट्रेट स्थित सभागार में प्रधानमंत्री स्ट्रीट वैण्डर्स निधि योजना के अंतर्गत आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कार्य की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि शासन के निर्देशों के अनुपालन में 31 मार्च,21 तक जिले के शत प्रतिशत पथ विक्रेताओं का पंजीकरण तथा उनको ऋण उपलब्ध कराया जाना है। उन्होंने कहा कि आज की बैठक का उद्देश्य केवल यह है कि बैंकर्स-अधिशासी अधिकारियों के साथ बैठक कर इस कार्य में आ रही दिक्कतों का समाधान किया जाए, ताकि लक्ष्य को अर्जित करने में कोई व्यवधान पैदा न हो और आपसी समाजस्य स्थापित कर कार्य को निर्धारित समय में पूरा किया जाना सम्भव हो सके।
समीक्षा के दौरान संज्ञान में आया कि शासन द्वारा जिला बिजनौर के लिए 31 मार्च,2021 तक 16278 स्ट्रीड वेण्डर्स आॅनलाइन आवेदन पत्र भरवाने तथा उनको ऋण उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसके विपरीत आज तक प्रधानमंत्री स्वनिधि पोर्टल पर कुल 12729 पथ विक्रेताओं का डाटा अपलोड कराया गया है, जिसके सापेक्ष 6582 पथ विक्रेताओं के ऋण के लिए विभिन्न बैंकों में आवेदन पत्र स्वीकृत तथा 5767 को ऋण का वितरण किया गया है। उन्होंने अपर जिलाधिकारी प्रशासन को निर्देश दिए कि जिन नगर निकाय अधिशासियों द्वारा प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना को गंभीरता के साथ नहीं लिया जा रहा है, उनके विरूद्व कार्यवाही अमल में लाएं। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन विनोद कुमार गौड़, जिला अग्रिणी बैंक प्रबंधक परियोजना अधिकारी डूडा नरेन्द्र कुमार मिश्र के अलावा बैंकर्स एवं सभी नगर निकायों के अधिशासी अधिकारी मौजूद थे।










