कोलकाता । आगामी 23 मार्च को उत्तर मालदा में राहुल गांधी एक जनसभा करना चाहते हैं, लेकिन प्रशासन के आधार पर राज्य सरकार अनुमति नहीं दे रही है। इस मामले में मंगलवार को मालदा जिले के कांग्रेस अध्यक्ष मुस्ताक आलम के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल मुख्य चुनाव अधिकारी आरिज आफताब से मिला। कांग्रेस का आरोप है कि कभी राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर को लैंडिंग के लिए हेलीपैड की गैरमौजूदगी और कभी प्रशासनिक समस्याओं को दिखाकर राज्य प्रशासन उनकी जनसभा करने की अनुमति नहीं दे रहा है।
मुस्ताक आलम ने बताया कि आगामी 23 मार्च को जिले के केलामबागान मैदान में राहुल गांधी की जनसभा होनी है।
पहले यह जनसभा 15 मार्च को होनी थी, लेकिन राज्य प्रशासन ने हेलीकॉप्टर लैंडिंग की अनुमति नहीं दी थी और हेलीपैड की समस्या बताया था। इसकी वजह से जनसभा की तारीख एक सप्ताह और आगे बढ़ाकर 23 मार्च कर दी गई। इसके लिए मालदा के जिला अधिकारी को आवेदन दिया गया है। डीएम ने बताया कि यह अनुमति एसडीओ देंगे। एसडीओ ने कहा कि कांग्रेस जनसभा में कोई माइक माइक प्रयोग नहीं कर सकती।
राज्य सरकार ने बच्चों की परीक्षा के चलते 31 मार्च तक के लिए माइक के इस्तेमाल पर रोक लगा रखी है। जबकि परीक्षा खत्म हो चुकी है। मुस्ताक आलम के अुनसार माकपा के सूर्यकांत मिश्रा और तृणमूल के शुभेंदु अधिकारी ने इसी क्षेत्र में जनसभा की है और इन सभी को माइक की अनुमति दी गई थी, लेकिन राहुल गांधी को नहीं दी जा रही है। उन्होंने यह भी कहा है कि आगामी 25 मार्च को अलीपुरद्वार में मुख्यमंत्री की जनसभा होनी है। इसके लिए माइक और बड़े-बड़े बैनर-पोस्टर का इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन राहुल गांधी की जनसभा के लिए अनुमति नहीं दी जा रही है। अब महज चार दिन रह गए हैं, लेकिन अभी तक अनुमति नहीं मिली है।
आज चुनाव आयोग ने आश्वस्त किया है कि वे इस मामले का संज्ञान लेकर उचित कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर यहां से भी समाधान नहीं मिलता है तो न्यायालय की शरण में कांग्रेस जाएगी।