मौलाना साद का क्राइम ब्रांच को जवाब: सेल्फ क्वारंटीन में हूं, बाद में दूंगा जवाब

नई दि‍ल्ली । दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के कोरोना संक्रमण को लेकर बरती गई बड़ी लापरवाही का खुलासा होने के बाद से मुख्य आरोपित अंडरग्राउंड चल रहे जमात के मुखिया मौलाना साद ने क्राइम ब्रांच को जवाब दिया है। उसका कहना है, मैं अभी सेल्फ क्वारंटीन हूं। आइसोलेशन के निकलने के बाद सारे सवालों के जवाब दूंगा।

मौलाना साद से पूछे गए थे 26 सवाल

देश में सबसे बड़े कोरोना वायरस हॉटस्पॉट के रूप में उभरे दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के मरकज में हुई बड़ी लापरवाही के मुख्य आरोपित मौलाना साद और प्रबंधन से जुड़े पदाधिकारियों से क्राइम ब्रांच ने सवाल पूछे हैं। मौलाना साद के नाम से जारी नोटिस में 26 सवालों का जवाब पूरे विवरण के साथ मांगा है। संगठन के रजिस्ट्रेशन से जुड़ी जानकारियां, संगठन से जुड़े कर्मचारियों की पूरी डिटेल, जिसमें घर का पता और मोबाइल नंबर भी शामिल है, मरकज के प्रबंधन से जुड़े लोगों की डिटेल मांगी गई है। ये लोग कब से मरकज से जुड़े हैं। इसके साथ ही मरकज की पिछले 3 साल की इनकम टैक्स की डिटेल, पैन कार्ड नंबर, बैंक अकाउंट की डिटेल और एक साल की बैंक स्टेटमेंट की डिटेल मांगी गई है।

एक जनवरी, 2019 से अब तक मरकज में हुई सभी धार्मिक आयोजन की जानकारी भी मांगी गई है। पूछा गया है कि क्या मरकज के अंदर सीसीटीवी है। अगर लगा है तो कहां-कहां, उसकी जानकारी मुहैया कराएं। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने मौलाना साद से पूछा कि धार्मिक आयोजनों में लोगों की भीड़ जुटने से पहले क्या कोई इजाजत कभी पुलिस से या प्रशासन से मांगी गई या कभी मिली तो उसकी जानकारी और दस्तावेज मुहैया कराएं।

11 पुलिसकर्मियों ने मुंडवाया सिर

हजरत निजामुदीन थाने के पुलिसकर्मियों का मरकज सेंटर को खाली कराए जाने के दैरान वहां आना-जाना लगा रहा। लेकिन जैसे ही यह सेंटर इस बीमारी का केंद्र बनकर सामने आया तो पुलिसकर्मी भी दहशत में आ गए। काेरोना के संक्रमण से बचने के लिए इस थाने के 11 पुलिसकर्मियों ने अपना सिर मुंडवा लिया, ताकि भविष्य में इस तरह की बीमारी के चपेट में आने से बचा जा सकें। इस थाने के कुल 24 पुलिसकर्मियों को बारी-बारी से दस दिन आराम के लिए छुट्‌टी पर भेजा जा चुका है, जबकि कुछ अब भी ड्यूटी में लगे हैं। इस थाने के एक पुलिसकर्मी ने बताया कि बचाव में उठाया गया यह एक कदम है। क्योंकि पता चला है कि कोरोना का वायरस सिर के बालों पर कई दिनों तक बना रहता है, इस बात को ध्यान में रखकर उन्होंने बाल कटवाने का निर्णय लिया।

ऑडियो जारी कर आइसोलेशन की बात कही थी

गत 2 अप्रैल को मौलाना साद ने अपना ऑडियो जारी किया था, जिसमें बताया था कि वह आइसोलेशन में हैं। उन्होंने अपने समर्थकों और मुसलमानों से सरकारी आदेश का पालन कर भीड़ इकट्ठा नहीं करने की अपील की थी। हालांकि इससे पहले जारी एक ऑडियो में मौलाना बीमारी से कुछ नहीं बिगड़ने की बात और मस्जिदों में ही जाकर नमाज पढ़ने की बात कर रहे थे।

पुलिस, प्रशासन व अस्पताल से मिलने लगे जवाब

मौलाना साद के अलावा क्राइम ब्रांच ने स्थानीय पुलिस, प्रशासन व अस्पताल से भी जांच से जुड़े सवालों के जवाब मांगे थे, जिसका जवाब मिलने लगा है। कुछ सवालों के जवाब मिल गए हैं, जबकि कुछ सवालों के जवाब तैयार किए जाने और उससे जुड़े दस्तावेज पूरे करने की बात कही गई है। माना जा रहा है कि अगले सप्ताह तक अन्य दूसरी एजेंसियों के जवाब क्राइम ब्रांच को मिल जाएंगे। हालांकि मरकज से जुड़े सवालों के जवाब मौलाना साद व प्रबंधन से जुड़े कर्मियों के आइसोलेश्न से बाहर आने के बाद ही मिल पाएंगे।

क्राइम ब्रांच की टीम ने स्थानीय पुलिस से मांगा सहयाेग

शनिवार दोपहर क्राइम ब्रांच की टीम मामले की जांच के लिए मरकज पहुंची। टीम अंदर तो नहीं गई लेकिन वहां आसपास का सीन देख हजरत निजामुदीन थाने पहुंच गई। क्राइम ब्रांच की इस टीम ने स्थानीय पुलिस से सहयोग मांगा है। क्योंकि इस केस में शुरू से ही स्थानीय पुलिस ही मरकज के लोगों से संपर्क में थी। क्राइम ब्रांच ने मरकज से जुड़े लोगों के बारे में जानकारी पुलिस से ली है। बताया गया है एक दो दिन में यह टीम मौके पर फिर से जाएगी।

मीडिया के प्रति जाहिर की नाराजगी

मरकज से जुड़े लोग मीडिया से खासे नाराज हैं। उन्हें लगता है कि इस सेंटर की जान-बूझकर छवि खराब की गई है। पिछले दिनों एक ऑडियो जारी कर मोहम्मद साद ने भी इस बात पर जोर दिया था और दावा किया था कि मीडिया को मामले की पूरी जानकारी नहीं है। उनके सेंटर से निकला कोई भी केस पॉजिटिव नहीं मिला है। वह शुरू से ही पुलिस को सहयोग करते आ रहे हैं।