नोएडा. भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर ने अपनी पार्टी के नाम का ऐलान कर दिया है। उनकी नई पार्टी का नाम आजाद समाज पार्टी होगा। नोएडा में एक कार्यक्रम के दौरान चंद्रशेखर ने ही रविवार को पार्टी के नाम की घोषणा की है। लांकि कोरोनावायरस के प्रभाव के कारण पुलिस ने भीम आर्मी को यहां कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं दी थी। लेकिन, कार्यकर्ता जबरन ताला खोलकर गेस्ट हाउस में घुस गए और कार्यक्रम शुरू कर दिया। चंद्रशेखर ने कांशीराम जयंती पर अपनी नई राजनीतिक पार्टी बनाने का ऐलान किया।
नोएडा के सेक्टर 70 स्थित बसई गांव में उन्होंने संविधान की शपथ लेकर नई पार्टी का एलान किया। नई पार्टी के नाम की घोषणा के दौरान भीम आर्मी के बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और नेता मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 28 पूर्व विधायक और 6 पूर्व सांसद भी पहुंचे हैं। इससे पहले कार्यक्रम को लेकर भीम आर्मी के समर्थक और पुलिस आमने सामने आ गए थे। पुलिस ने कार्यक्रम स्थल पर नोटिस चस्पा कर कार्यक्रम न करने की हिदायत दी थी।
कोरनोवायरस की वजह से अनुमति नहीं दी गई
डीसीपी सेंट्रल जोन हरीश चंदर ने बताया कि भीम आर्मी को कार्यक्रम की कोई अनुमति नहीं दी गई। बावजूद लोगों ने जबरन गेट का ताला खोलकर कार्यक्रम शुरू किया है, जो कि गैरकानूनी है इसलिए कार्यक्रम आयोजित करने वालों और इसमें शामिल होने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने लगाया नोटिस
नोएडा पुलिस ने सभास्थल पर ताला जड़कर एक नोटिस लगा दिया है और नोटिस में लिखा गया है कि कोरोनावायरस के चलते आप कहीं भी पब्लिक मीटिंग या किसी तरीके का कोई कार्यक्रम नहीं कर सकते। कार्यक्रम के लिए बड़ी संख्या में लोग उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न जिलों से पहुंचे है। लोगों का कहना है कि वे भीम आर्मी के समर्थन में यहां आए हैं। इससे पहले रविवार सुबह जब भीम आर्मी कार्यकर्ता कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने लगे, तो पुलिस की ओर से अनुमति ना होने की बात कहकर गेस्ट हाउस का ताला बंद कर दिया गया।
चंद्रशेखर का यह कदम साल 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पश्चिमी यूपी की राजनीति में एक नया समीकरण बना सकता है। भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर सहारनपुर में दलित और ठाकुरों में टकराव के बाद चर्चा में आए थे। सहारनपुर जेल से रिहा होने के बाद वे लगातार केंद्र व यूपी सरकार को चुनौती दे रहे हैं।