
– सीडीओ की अध्यक्षता में अम्बेड़कर सभागार में सम्पन्न हुई स्वच्छता को लेकर बैठक
मैनपुरी – संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं वेक्टर बोर्न डिजीज के साथ डेंगू की रोकथाम और बचाव को लेकर सीडीओ ईशा प्रिया की मौजूदगी में मैनपुरी के विकास भवन स्थित अंबेडकर सभागार स्वास्थ्य विभाग की बैठक संपन्न हुई। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ईशा प्रिया ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि संचारी रोगों की रोकथाम साफ-सफाई आदि हेतु शहरी क्षेत्रों में नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायत और ग्राम पंचायत स्तर पर एक माइक्रोप्लान दो दिवस में संयुक्त रुप से जिला पंचायत राज अधिकारी एवं जिला मलेरिया अधिकारी के द्वारा तैयार कराया जाए।
जिसमें प्रत्येक टीम में 1 स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी, एक नगर पालिका का सफाई कर्मचारी, नगर पंचायत व ग्राम पंचायत का सफाई कर्मचारी भी सम्मिलित किया जाए। उपरोक्त तीनों के द्वारा 15 दिवसों तक माइक्रोप्लान के अनुसार शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई कार्य स्प्रे कार्य एवं संक्रामक रोगों की रोकथाम हेतु जागरूकता के लिए भी अभियान चलाया जाए। किसी भी क्षेत्र या स्थान पर गंदगी व जलभराव ना पाया जाए और डेंगू के लार्वा को भी ढूंढ कर नष्ट कराया जाए। उन्होंने कहा कि जो लोग अभियान में सहयोग ना करें ऐसे परिवारों के मुखिया के नाम नोटिस भी निर्गत कराए जाएं और जुर्माना भी वसूल किया जाए।
उन्होंने डीपीआरओ और सीएमओ के साथ नगर पालिका के सफाई इंस्पेक्टरों को भी जनपद में जलभराव वाले क्षेत्रों का चिन्हांकन कर दवा का छिड़काव कराने के निर्देश दिए हैं। बैठक के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 ए.के. पांडेय द्वारा जनपद वासियों से अपील की गई कि कोई भी बुखार जानलेवा हो सकता है इसलिए सभी लोग यह सुनिश्चित करें कि वह अपने घरों में कूलर, फ्रिज, टायर, पुराने अनुपयोगी डिब्बे, घरों की छत एवं टूटे-फूटे बर्तन में पानी का जमाव ना होने दें। ऐसे स्थानों पर मच्छर की उत्पत्ति की संभावना रहती है। वेक्टर जनित रोगों के बचाव हेतु आवश्यक है कि घरों के आसपास पर्याप्त साफ सफाई रखें। शरीर को पूरा ढकने वाले कपड़े पहने और मच्छरदानी का प्रयोग करें। यदि किसी स्थल पर जलभराव है तो नगर पालिका, नगर पंचायत या ग्राम पंचायत के अधिकारियों के साथ जिला मलेरिया अधिकारी को जानकारी दें। उन्होंने कहा कि खुले में शौच किसी भी हाल में ना जाए। वहीं सूअर पालकों से अपील करते हुए कहा कि सुअर बाड़ों की साफ सफाई रखने के साथ वहां कीटनाशक का छिड़काव करायें। उन्होंने कहा कि मच्छर जाली से सूअर बाड़ों को ढकने के साथ ही आबादी से दूर रखा जाए।
बैठक में सीएमओ डॉ. ए.के. पांडेय, एसीएमओ डॉ. जीपी शुक्ला, डॉ. राजीव राय, डॉ. अनिल यादव, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. एसएन सिंह, रविन्द्र सिंह गौर सहित सभी अधिशाषी अधिकारियों की कार्यक्रमों में मौजूदगी रही।
बचाव के उपाए- प्रायः डेंगू का मच्छर दिन के समय काटता है. इसलिए दिन में मच्छरों के काटने से खुद को बचाएं। फुल शर्ट ही पहनें साथ ही पावों में जूते जरूर पहनें। शरीर को कहीं से भी खुला ना छोड़ें। घर के आसपास या घर के अंदर पानी नहीं जमने दें। कूलर, गमले, टायर इत्यादि में जमे पानी को तुरंत बहा दें। कूलर में यदि पानी है तो इसमें केरोसिन तेल डालें जिससे कि मच्छर पनप ना पाये। मच्छरदानी का उपयोग करें और मच्छरों को दूर करें। पानी की टंकियों को सही तरीके से ढंक कर रखें। यदि आपको डेंगू हो भी गया है तो ये परहेज करते रहें जिससे आपके शरीर का वायरस दूसरों तक न पहुंचे। सबसे पहले नजदीकी डॉक्टर से सहायता लें और खून में प्लेटलेट्स की जांच करवा लें। शरीर मे पानी की कमी न होने दें। नसों के जरिए भी रोगी को तरल दिया जाता है। रोगी के खून में यदि प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाए तो बकरी का दूध, कीवी फल आदि का इस्तेमाल करें।










