लापरवाही: भूसा बनाने वाली मशीन से निकली छोटी सी चिंगारी ने मचाई भीषण तबाही


-दर्जनों गांवों के सैकड़ों किसानों की हजारों एकड़ फसल जलकर खाक
-बांसगांव के ताल अमिया क्षेत्र में तीन हजार से अधिक फसल भस्म
-बांसगांव में किसानों ने चक्का जाम प्रदर्शन किया मुआवजे की मांग

गोरखपुर। बांसगांव क्षेत्र में आमी नदी के कछार इलाके में रविवार को एक छोटी से चिंगारी से लगी आग ने जमकर तबाही मचाई। आग लगने से दर्जनों गांवों के सैकड़ों किसानों की हजारो एकड़ खड़ी गेहूं की फसल जलकर जलकर भस्म हो गयी। दूसरी तरफ आग पर काबू पाने के लिए चार घंटे बाद एक दमकल गाड़ी के साथ बांसगांव चौराहे पर पहुंचे एसपी साउथ को किसानों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। भीड़ ने चौराहे पर जाम लगाकर एसपी साउथ की गाड़ी को आगे जाने से रोक दिया। और चक्का जामकर प्रदर्शन करते हुए मुआवजे की मांग करने लगे।

    मिली जानकारी के अनुसार आज करीब साढ़े ग्यारह बजे बांसगांव थाना क्षेत्र के ग्राम भुसवल तथा जोत गोटकी के सीवान पर खेत में भूसा बना रही मशीन से निकली चिंगारी से आग लग गयी। तेज पछुआ हवा के चलते आग ने विकराल रूप ले लिया। ग्रामीणों ने 11.40 बजे इसकी सूचना मुकामी थाने पर देते दमकल भेजने की गुहार लगाई। दमकल की गाड़ी के मौके पर पहुंचने के पूर्व ही आग आमी नदी को लांघकर ताल अमियार क्षेत्र में पहुंच कर रोद्र रूप दिखाते तेज गति से आगे बढ़ने लगी। 

आगजनी की घटना की जानकारी होते ही बांसगांव कस्बे से हजारों किसान कछार क्षेत्र में पहुंच गये। बताते हैं अपने खून और पसीने की कमाई को बर्बाद होते देख परेशानहाल किसान पुलिस तथा प्रशासन के अधिकारियों को दमकल की गाड़ियां भेजने की गुहार लगाने के लिए बार बार फोन करते रहे। लेकिन किसी ने उनका फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा। जिससे किसानों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है। आगजनी की इस घटना में राजस्व ग्राम ताल अमियार तथा आबगीर के मौजा सुअरहा, परई, मंझरिया, जमुआरी, नम्बर चार, गड़िहर, बलुआडाड़ा के अलावां लालपुर, जयंतीपुर का कछार क्षेत्र, ताल बिजरा, कसिहार, हरदिया, भष्मा, कटया आदि के हजारों किसानों की करीब 3 हजार एकड़ फसल जलकर भस्म हो गयी।

आग के तबाही मचाने के बाद पहुंचे अधिकारी

आगजनी की भीषण घटना की मोबाइल फोन से दी जाने वाली किसानों की सूचना का संज्ञान लेने की जहमत न उठाने वाले अधिकारी शाम को मौके पर तब पहुंचे जब आग की तबाही का मंजर खत्म हो गया था। और खेतों में पककर लहलहा रही गेहूं की फसल राख में तब्दील हो चुकी थी। करीब चार बजे फायर ब्रिगेड की एक गाड़ी के साथ एसपी साउथ अरूण कुमार सिंह पहुंचे। जिन्हे किसानों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। इसके बाद एसडीएम विनय पाण्डे, एडीएम प्रशासन चतुर्भुजी गुप्ता आगजनी से हुए क्षति का जायजा लिया।

गुस्साए किसानों ने चौराहे पर लगाया जाम

आगजनी की घटना को नियंत्रित करने में प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता से गुस्साए किसानों ने बांसगांव चौराहे पर घंटों जाम लगाकर खूब हो हल्ला मचाया। इस दौरान भीड़ ने एसपी साउथ की गाड़ी को भी घंटों रोके रखा। सूचना पर भारी संख्या में पुलिस के जवानों के साथ सीओ श्यामदेव भी चौराहे पर पहुंचे और भीड़ को समझाते जाम को खत्म कराने का प्रयास करते रहे। लेकिन भीड़ उन्हे अनसूना करती रही। इस दौरान खजनी, उरूवा, सिकरीगंज, बेलीपार, गगहा, गोला बांसगांव थाने की फोर्स भी बुला ली गयी।

डीएम से वार्ता करने की मांग पर अड़े रहे किसान

बांसगांव चौराहे पर जाम लगाये बैठे किसानों से एडीएम, एसडीएम, एसपी साउथ शाम करीब छः बजे मौके पर पहुंचे। लेकिन किसान जिलाधिकारी से वार्ता करने के लिए मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे। किसानों का उग्र रूप देख प्रशासन के माथे पर बल आने लगा।

क्षति का आकलन करा दिलाया जाएगा मुआवजा : डा विमलेश पासवान

बांसगांव के भाजपा विधायक डा. विमलेश पासवान ने क्षेत्र के आमी ताल में आगजनी की घटना से हजारों एकड़ फसल के जलने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। इस संबंध में उन्होंने जिलाधिकारी गोरखपुर व उपजिलाधिकारी बांसगांव से भी बात किया। उन्होंने कहाकि राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। चौबीस घंटे में रिपोर्ट बनाकर अतिशीघ्र पीड़ित किसानों को मुआवजा दिलाया जाएगा।

आग में भस्म हुई किसानों की महीनों की मेहनत व जमा पूंजी

बेलीपार थाना क्षेत्र के आमी गांव के ताल में रविवार दोपहर लगी आग के कारण किसानों के सैकड़ो एकड़ गेहूं की खड़ी फसल जलकर राख हो गई। किसानों की महीनों की कठिन मेहनत व जमा पूंजी आग में भस्म हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बांसगांव क्षेत्र के नगरी कालिका में भूसा बनाने वाली मशीन से निकली चिंगारी से लगी भीषण आग पछुआ हवा तेज होने के कारण आग धीरे-धीरे बढ़ते हुए ककराखोर, खरोहवा, बडेरीया, डेफरा, रेहरा, कुसमौल, जुड़ापुर,मेहरौली, खोरठा, भुसवल, चंदौली, हाटा, महाडीह, नाऊरदेउर, कटयां ,मेहरौली,भस्मा, बेलीपार, बिस्टौली,भरवल व हरदिया समेत अन्य गांव के सैकड़ों किसानों की हजारों एकड़ गेहूं के खड़ी फसल जलकर राख हो गए। ग्रामीणों और पुलिस प्रशासन तथा दमकल की गाड़ियों के द्वारा अथक प्रयास से आग आंखों कसिहार में जा के बुझाया जा सका।

आग लगने से बेलीपार इलाके के रामवृक्ष सिंह सोमनाथ पाल, सिध्धु यादव, लालमन पाल, श्याम नारायण, कैलास, परसुराम, शर्मा, केदार, मोहित, राम चंदर निषाद, छोटाई, राम लक्षण, राम बृष, नेबुलाल,रामु, चंदर पाल, मनोज यादव, विनोद यादव, बीरेंद्र यादव, महेंद्र पाल, तारा पाल, लालजी पाल, जोखन, जयकरन,
बिस्टौली खुर्द केमानसिंह यादव, दीना यादव,खुब लाल यादव,राजू यादव,रामजी यादव,लालजीयादव,संजय यादव, शंभूनाथ यादव, पप्पू यादव, फुलवारी देवी,संत प्रसाद यादव ,द्वारिका यादव ,हृदय नांथ यादव समेत दर्जनों किसानों का करीब 120बिघा खेत जला कर राख हो गया। तो सतीश निषाद, राजू निषाद ,नागेंद्र निषाद ,राजेंद्र निषाद ,राम आसरे निषाद राम अवध निषाद ,संदीप यादव ,राजेंद्र यादव ,रमाकांत यादव ,कंठी यादव ,सुदर्शन यादव ,देवेन्द्र यादव, गुलाब यादव ,राजकुमार यादव की भी फसल जलकर खाक हो गई।
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