
नई दिल्ली
सोशल मीडिया पर ‘बॉयज लॉकर रूम’ नाम से ग्रुप बनाकर लड़कियों से गैंगरेप का इरादा जताने और उनकी गंदी तस्वीरें शेयर करने का मामला तूल पकड़ चुका है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने इस ग्रुप को घिनौना और आपराधिक मानसिकता वाला बताया और आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। इस बीच, दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने इस बाबत केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
पुलिस ने दर्ज की FIRपुलिस ने स्कूल के छात्रों के एक कथित समूह के सोशल साइट इंस्टाग्राम पर चैट के आधार पर यह केस दर्ज किया है। कथित छात्रों के समूह ने अपने साथ पढ़ने वाली एक लड़की को यौन उत्पीड़न और उसकी तस्वीर ऑनलाइन अपलोड करने की धमकी दे रहा था। छात्रों के चैट का स्क्रीनशॉट सोमवार को ट्विटर पर काफी शेयर किया गया था और #boyslockerroom दिनभर ट्विटर पर टॉप ट्रेंड में था।
ग्रुप में हो रही थी गंदी-भद्दी बातें
इस ग्रुप में नाबालिग लड़कियों का गैंगरेप करने के साथ-साथ ऐसी बातें हो रही थीं जो बड़ी ही शर्मनाक हैं। लड़के आपस में लड़कियों के शरीर का पूरा विशलेषण करते नज़र आए हैं। इनमें लड़कियों के प्राइवेट अंगो पर कमेंट से लेकर, उनकी शारीरिक बनावट पर खुलेआम चर्चा हुई है। आप नीचे देख सकते हैं।

दिल्ली महिला आयोग ने इंस्टाग्राम को भेजा नोटिस
दिल्ली महिला आयोग ने सोशल मीडिया कंपनी इस प्राइवेट ग्रुप के संबंध में नोटिस भेजा है। आयोग ने इंस्टाग्राम से एडमिन और इस समूह के सभी सदस्यों की जानकारी 8 मई तक मांगा है। इसके अलावा दिल्ली पुलिस से FIR की जानकारी मांगी गई है। पुलिस ने इस समूह के 15 वर्षीय एक कथित आरोपी की पहचान कर ली है और उससे संपर्क में है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि कुछ कॉलेज के छात्र भी इस समूह से जुड़े हो सकते हैं।

ग्रुप में हो रही थी गंदी-भद्दी बातें
इस ग्रुप में नाबालिग लड़कियों का गैंगरेप करने के साथ-साथ ऐसी बातें हो रही थीं जो बड़ी ही शर्मनाक हैं। लड़के आपस में लड़कियों के शरीर का पूरा विशलेषण करते नज़र आए हैं। इनमें लड़कियों के प्राइवेट अंगो पर कमेंट से लेकर, उनकी शारीरिक बनावट पर खुलेआम चर्चा हुई है। आप नीचे देख सकते हैं।

साइबर सेल ने कई धाराओं के तहत दर्ज किया मामला
साइबर सेल के डीसीपी अन्वेश रॉय ने कहा, ‘हमने वायरल स्क्रीनशॉट का स्वत: संज्ञान लेते हुए आईटी ऐक्ट के सेक्शन 67, 67A के तहत केस दर्ज कर लिया है। इसके अलावा भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 465 (फर्जीवाड़ा के लिए दंड) 469 (साख पर धब्बा लगाने के लिए फर्जीवाड़ा) और 471 (फर्जीवाड़ा) के तहत भी मामला दर्ज किया है।’
पुलिस ने ग्रुप के एक सदस्य की पहचान की
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘हमने नाबालिग से बात की है। उसने हमें बताया वे अपने साथ पढ़ने वाली लड़की की फोटो को मार्फ नहीं कर रहे थे। उसने बताया कि वह इस समूह के कई लोगों को नहीं जानता है क्योंकि वे सभी दूसरे स्कूल के हैं। जैसे इस कथित ग्रुप का स्क्रीनशॉट्स वायरल हुआ इसे डिलीट कर दिया गया और ‘लॉकररूम 2.0′ के नाम से एक अन्य ग्रुप बना लिया गया। इस ग्रुप में लड़की को भी ऐड किया गया था।’
तीन-चार स्कूल के बच्चे ग्रुप में शामिल
जांच में पता चला है कि इस ग्रुप को एक सप्ताह पहले बनाया गया था और एडमिन समेत इसमें 21 लोग शामिल हैं। इस ग्रुप में तीन-चार स्कूल के बच्चे, जिसमें एक स्कूल दक्षिण दिल्ली में स्थित है, शामिल हैं। कुछ छात्रों ने कहा कि वे इस ग्रुप में शामिल जरूर हैं लेकिन कोई मैसेज नहीं डाला है। इस ग्रुप की करतूतों के खिलाफ सोशल मीडिया में कैंपेन चल रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में लड़कियां भी शामिल हैं।
जब सोशल मीडिया के जरिए मामला लोगों के संज्ञान में आया तो #boyslockerroom ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा. लोग इस ग्रुप के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कार्रवाई की मांग करने लगे. जिसके बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने भी हस्तक्षेप किया और ग्रुप से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी की मांग की है. दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस और इंस्टाग्राम को नोटिस भेजकर आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़कर सख्त कदम उठाने की अपील की है.
मुंबई पुलिस, जोकि सोशल मीडिया पर अपने खास अंदाज के लिए जानी जाती है. ने भी इस मामले पर संज्ञान लिया है औक कार्रवाई की बात की है.
सोशल मीडिया के कुछ यूजर्स के मुताबिक Bois Locker Room के कुछ मेंबर्स ने उन लड़कियों को अश्लील तस्वीरें वायरल करने की धमकी भी दी है जिन्होंने इस ग्रुप के खिलाफ शिकायत की थी. और इस मामले का बाद इन्होंने एक नया ग्रुप भी बना लिया है.














