रामजानकी मंदिर विवाद में भाजपाईयों के साथ अधिकारियों ने की वार्ता


– महंत व साधुओं में स्वामित्व को लेकर चल रहा था विवाद
– दोनों पक्ष के साधुओं के बीच सफल रही वार्ता

किशनी/मैनपुरी- जटपुरा चैराहे पर स्थित रामजानकी मंदिर की जमीन पर पर साधुओं के स्वामित्व को लेकर चल रहे विवाद को सुलझाने भाजपा जिलाध्यक्ष सहित अधिकारियों के हस्ताक्षप के बाद मामला सुलझ गया। मंदिर के सर्वाकार के नाम हुई जमीन को मंदिर के नाम करने व ट्रस्ट में स्थानीय लोग शामिल करने पर सर्वकार के राजी होते ही आम सहमति बन गयी। नगर के बिधूना चैराहे पर रामजानकी मंदिर स्थित है। पिछले कई महीनों से मन्दिर पर स्वामित्व को लेकर महंत सुरेंद्र दास व बाबा रामकिशन  के बीच विवाद चल रहा है। मन्दिर पर रह रहे साधु रामकिशन ने मन्दिर के ट्रस्ट में स्थानीय लोगों की अनदेखी करके बाहरी लोगों को शामिल करने का आरोप लगाया है। आठ जुलाई को एसडीएम रामशकल मौर्य व सीओ भोगांव प्रयांक जैन ने दोनों पक्षों से बातचीत की थी।

जिसमें महंत सुरेंद्र दास जिनके नाम पर मंदिर की तीन बीघा पन्द्रह बिस्वा जमीन है। वह इस जमीन को ठाकुर जी महाराज के नाम करने को तैयार हो गये थे। महंत सुरेन्द्र दास द्वारा बनाये गये ट्रस्ट में कुछ स्थानीय लोगों के नाम शामिल होने पर विवाद हल होने की उम्मीद जागी थी। लेकिन महंत सुरेंद्र दास ने जमीन का बैनामा ठाकुर जी महाराज के नाम नहीं किया। जिससे स्थानीय लोगों में उनके प्रति आक्रोश बढ़ता गया।

सोमवार सांय भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप चैहान, एसडीएम रामशकल मौर्य, सीओ भोगांव अमर बहादुर मन्दिर पर पहुंचे। उन्होंने दोनों पक्षों से बात की। भाजपा जिलाध्यक्ष, एसडीएम रामशकल मौर्य, सीओ ने दोनों पक्षों से मामले के हल होने तक शांत रहने को कहा। एक घंटे तक चली वार्ता के बाद मंदिर के सर्वराकार सुरेंद्र दास उनके नाम की थोड़ी जमीन को बेचकर शेष जमीन को ठाकुर जी के नाम करने पर राजी हो गए और परिसर में रह रहे अन्य दो साधुओं को साथ रहने की अनुमति भी दे दी। मामला सुलझते ही मौजूद लोगों ने अधिकारियों को बधाई दी।

’आखिर ये मुखिया कौन ?

मंदिर के सर्वकार से लगातार क्यों करवा रहा अधिकारियों से शिकायत ?
किशनी/मैनपुरी- भाजपा जिलाध्यक्ष व अधिकारियों के समक्ष लोगों ने खुलकर मुखिया के द्वारा मामले को उलझाने की बात की।

मौजूद लोगों ने कहा कि नगला रमू निवासी मुखिया यादव इस मामले को उलझाने में लगा है। वहीं हर जगह वृद्ध सर्वराकार सुरेंद्र दास से हर अधिकारी के पास ले जाकर झूठी शिकायत करवाता है। शिकायत करवाने का कारण वह महंत से प्लाट बेच अपनी बेटी की शादी में लगाना चाहता है। साधु रामकिशन  ने कहा कि महंत सुरेंद्र दास को कुछ स्थानीय लोग और भी है जो अपने स्वार्थ के लिये गुमराह कर रहे हैं। वह मन्दिर की जमीन पर किसी का अनाधिकृत कब्जा नहीं होने देंगे। इस मौके पर इंस्पेक्टर अजीत सिंह, प्रवेश यादव गुड्डू, वीरेंद्र यादव, होशियार सिंह यादव, रामप्रकाश यादव, सुभाष यादव, रमन यादव सहित काफी लोग मौजूद थे।  

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