राष्ट्रवाद ही देश को ले जा सकता है प्रगति पथ पर : कौशल किशोर

केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर बोले रज्जू भईया के जन्म शताब्दी कार्यक्रम में

भारत तिब्बत समन्वय संघ ने किया लखनऊ विवि में किया आयोजन

सांस्कृतिक राष्ट्र के रूप में भारत और तिब्बत अखंड भारत के ही भाग: नरेंद्र सिंह, क्षेत्र प्रचार प्रमुख, आरएसएस

देश के कई बड़े आंदोलनों के विचारों के जनक थे रज्जू भैया : हेमेंद्र तोमर

विराट व अद्वितीय व्यक्तित्व रहे आचार्य रज्जू भैया :प्रो मनोज दीक्षित

लखनऊ। कार्य के साथ प्रचार की बहुत आवश्यकता है और यह आवश्यकता तब और अधिक होती है, जब आप कार्य भी अच्छे कर रहे हों इसलिए भारत तिब्बत समन्वय संघ को प्रचार में लग जाना चाहिए क्योंकि उसके उद्देश्य, कार्य और उपलब्धियां सब अच्छी हैं। यह बात केंद्रीय आवासन व नगरीय विकास राज्यमंत्री कौशल किशोर ने संघ के कार्यक्रम में कहीं।

लखनऊ विश्वविद्यालय के डीपीए सभागार में संघ द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चतुर्थ सरसंघसंचालक राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया के जन्म शताब्दी समारोह में बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवादी ही किसी देश को प्रगति पर ले जा सकता है और संघ के प्रणेता रज्जू भैया का हिंदुत्व और राष्ट्रवाद सभी समस्याओं का समाधान देता है। इस अवसर पर मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्र प्रचार प्रमुख नरेंद्र सिंह ने कहा कि रज्जू भैया का संपूर्ण जीवन ही अपने आप में एक पाथेय है। उन्होंने कहा कि उनके प्रत्यक्ष सानिध्य का गौरव प्राप्त होने से यह कहा जा सकता है कि उनकी हर बात से बहुत कुछ सीखा समझा जा सकता है। उन्होंने कहा कि भारत और तिब्बत अखंड भारत के राजनीतिक नक्शे पर भले ही अलग-अलग हैं लेकिन सांस्कृतिक नक्शे में एक ही है। कार्यक्रम में संघ के केंद्रीय संयोजक हेमेंद्र तोमर ने कहा कि रज्जू भैया के विराट व्यक्तित्व को केवल इसी बात से समझा जा सकता है कि दत्तोपंत जी ठेंगड़ी को भारतीय किसान संघ, भारतीय मजदूर संघ और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जैसे संगठनों की नींव रखने का विचार देने, मोरोपंत जी पिंगले और अशोक जी सिंघल को राम जन्मभूमि आंदोलन की नींव रखने का विचार देने तथा नानाजी देशमुख को राजनीति से समाज बड़ा है, ऐसी दृष्टि से जन सेवा में लगने का विचार देने का कार्य रज्जू भैया का ही था। रज्जू भैया ऐसे प्रथम महापुरुष थे, जिन्होंने तिब्बत पर चीन के कब्जे को लेकर समाधान दिया था।

उसी को लेकर भारत तिब्बत समन्वय संघ कार्य कर रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व वीसी प्रो मनोज दीक्षित ने कहा कि रज्जू भैया वास्तविक अर्थों में आचार्य थे, जिनके आचरण से ही लोगों के लिए अनुकरणीय व्यक्तित्व समक्ष दिखता है। उनके विराट व्यक्तित्व से मिली प्रेरणा से ही उत्पन्न हुए भारत तिब्बत समन्वय संघ के कार्य मानवता संरक्षण का अद्भुत व सशक्त प्रयास है। कार्यक्रम में प्रांत अध्यक्ष हिमांशु सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन प्रांत उपाध्यक्ष अमिताभ सिन्हा ने किया, जबकि विशेष सहयोगी के रुप में क्षेत्र युवा अध्यक्ष डॉ आशीष सिंह ने योगदान किया और इस अवसर पर महेश नारायण तिवारी, शैलेंद्र सिंह, सचिन श्रीवास्तव, मुकेश तिवारी, अजीत पांडेय, लालबाबू तिवारी, डॉ विवेक नाथ त्रिपाठी, अनूप बाजपेई, डॉ प्रदीप श्रीवास्तव, डॉ कल्पना सिंह, दीपक ग्रोवर, अभिषेक मिश्रा, राजनारायण, भूपेंद्र मणि सिंह आदि दायित्वधारी उपस्थित रहे।

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