
–भाजपा नेता ने डीएम की से की शिकायत, उच्च स्तरीय जांच की मांग
भास्कर समाचार सेवा मेरठ। जनपद के सिवालखास स्थित कुछ स्कूल व मदरसों के संचालकों द्वारा फर्जी तरीके से छात्रवृत्ति हड़पने की शिकायत जिलाधिकारी से की गई है। आरोप है, आधा दर्जन से अधिक स्कूल कागजों में तो है, लेकिन जमीन पर नहीं है, लेकिन फिर भी सरकार से फर्जी बच्चों को दिखाकर छात्रवृत्ति का गबन कर लिया गया है। शिकायतकर्ता ने उच्चस्तरीय जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
शिकायतकर्ता भाजपा नेता है, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा में प्रदेश कार्य समिति के सदस्य काजी शादाब ने इस पूरे मामले को डीएम के समक्ष उठाया है। उन्होंने अवगत कराया, जानीखुर्द क्षेत्र के सिवालखास में आधा दर्जन से अधिक ऐसे स्कूल व मदरसे हैं, जिनके संचालकों ने छात्रवृत्ति का घोटाला किया है। बाकायदा स्कूलों के नाम भी जिलाधिकारी को सौंपे हैं। बताया, संचालकों ने राज्य सरकार की वर्ष-2005 से 2013 तक व भारत सरकार द्वारा संचालित प्रीमैट्रिक्स छात्रवृत्ति 2008-09 से 2013 तक की फर्जी छात्रों के नाम से हड़प ली। इसके लिए संचालकों ने बाकायदा फर्जी दस्तावेज तैयार किए और शासन को आर्थिक नुकसान पहुंचाया।
स्कूल में नहीं पढ़ते लड़कें, छात्रवृत्ति हड़पी
भाजपा नेता ने बताया, फ्लोरा डेल्स बालिका हायर सैकेंड्री स्कूल सिवालखास व फ्लोरा डेल्स बालिका इंटर कॉलेज सिवालखास की मान्यता लड़कियों की है, जबकि संचालकों ने फर्जी तरीके से लड़कों के नाम से छात्रवृत्ति हड़प कर ली। इसके लिए लड़कों के नाम फर्जी तरीके से तैयार किए गए, जो यहां पढ़ते ही नहीं है।
चार संस्थाएं एक ही भवन में हो रही संचालित
फ्लोरा डेल्स पब्लिक स्कूल, फ्लोरा डेल्स जूनियर हाई स्कूल, एफडीएस मदरसा तहतानिया कक्षा-एक से कक्षा-पांच तक, एफडीएस मदरसा तहतानिया कक्षा-6 से कक्षा-8 तक। इसके अलावा एसएसएम पब्लिक स्कूल, एसएसएम पब्लिक जूनियर हाई स्कूल, जफर मदरसा इस्लामिया तहतानिया कक्षा-एक से कक्षा-पांच तक एवं जफर मदरसा इस्लामिया तहतानिया कक्षा-6 से कक्षा-8 तक एक ही भवन में संचालिए किए जा रहे हैं। उक्त प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई है।
एक फिर बाहर आया छात्रवृत्ति घोटाले का जिन
छात्रवृत्ति घोटाले का जिन एक बार फिर बाहर आया है, कई साल पहले मदरसों के नाम पर छात्रवृत्ति घोटाले का मामला प्रकाश में आया था, जिसमें संचालकों से लेकर अधिकारियों तक पर गाज गिरी थी। अब भाजपा नेता द्वारा छात्रवृत्ति गबन का मामला उठाया गया है। पूरे मामले की जांच उन्होंने उच्च स्तरीय कमेटी से कराने की मांग की है।
संचालक से फोन नहीं किया रिसीव
इस संबंध में जब संचालक डा. मोहम्मद असलम से बात करने का प्रयास किया तो उनहोंने फोन रिसीव नहीं किया, जबकि उनका दूसरा मोबाइल बंद जा रहा था।














