नई दिल्ली । संसद का बजट सत्र गुरुवार को शुरू हो गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र के संबोधित करने के साथ इस बजट सत्र की विधिवत शुरुआत हुई। अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने मोदी सरकार की उपलब्धियों के बारे में दोनों सदनों के सदस्यों और संसद के माध्यम से देशवासियों को दी।
आमचुनाव से पहले संसद के इस बजट सत्र पर देश के लोगों की नजर टिकी है, जहां कल लोकसभा में वत्री बजट पेश करने वाले हैं। चुनावी साल होने के कारण अबकी बजट में कुछ छूट, फायदे और नई योजनाओं की घोषणा किये जाने की उम्मीद की जा रही है। संसद का बजट सत्र 13 फरवरी तक चलेगा और यह वर्तमान सरकार के कार्यकाल का अंतिम सत्र होगा। वित्त मंत्री पेश करेंगे अंतरिम बजट वित्त मंत्री पीयूष गोयल एक फरवरी को अंतरिम बजट पेश करेंगे।
ऐसी उम्मीद की जा रही है कि सरकार इसमें समाज के विभिन्न वर्गो के कल्याण से जुड़ी अनेक योजनाओं की घोषणा कर सकती है। यह अंतरिम बजट ऐसे समय में पेश किया जाएगा, जब भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन अप्रैल-मई में संभावित चुनाव के लिए तैयारी कर रही है।
ये अहम बिल हो सकता है पास बजट सत्र के दौरान सरकार नागरिकता विधेयक, तीन तलाक विधेयक जैसे विवादास्पद विधेयकों को पारित कराने का प्रयास करेगी, जिसे कई दलों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा है। नागरिकता विधेयक पर जदयू जैसे भाजपा के सहयोगी दल एतराज जता चुके हैं। सरकार के एजेंडे में जन प्रतिनिधित्व संशोधन अधिनियम 2017 है, जिसमें प्रॉक्सी के जरिए एनआरआई को मतदान करने की सुविधा प्रदान करने की बात कही गई है। इसके साथ ही राष्ट्रीय मेडिकल काउंसिल विधेयक भी एजेंडे में है। इनमें से कुछ महत्वपूर्ण विधेयक राज्यसभा में अटके हुए हैं।