शकील अन्सारी
नानपारा/बहराइच। स्थानीय रेलवे स्टेशन और रेलवे कॉलोनी के पास सड़क निर्माण प्लांट चलने से प्रदूषण काफी बढ़ गया। आसपास की आबादी में दमा के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। लोग प्रदूषण से परेशान हैं। पिछले कई वर्षों से मोहल्ला जुब्लीगंज में घनी आबादी के बीच प्लांट चल रहा है। प्लांट से 200 मीटर की दूरी के अंदर दयानंद विद्यालय, स्वामी विवेकानद विद्यालय, सेंट माइकल विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय भज्जापुरवा, श्री शंकर इंटर कालेज, सरस्वती शिषु मंदिर ,व रेलवे कॉलोनी के साथ साथ पूरा जुब्लीगंज मुहल्ला आता है।
स्थानीय लोगो का कहना है कि ये प्लांट दिन में भी चलता है और रात में भी । लेकिन नगर पालिका की ओर से प्रदूषण रोकने को लेकर कोई इंतजाम नहीं की जा रही है। स्टेशन के समीप प्राइवेट जमीन पर लगे प्लांट मै प्रयोग किए जाने वाले गिट्टी बालू के धूलकण से एवं प्रदूषण के कारण जानलेवा बीमारी का शिकार हो रहे हैं नागरिक। प्लांट के आसपास जुबली गंज मोहल्ले के अधिकतर लोग धूलकण से प्रभावित हो गये हैं। मोहल्लावासी सांस रोग, एलर्जी व आंख की बीमारी को लेकर मरीज सर्दी, जुकाम जैसे बीमारी से भी पीड़ित हो रहे हैं। अस्पताल में जांच के लिए आने वाले मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।
गला खराब, वायरल, बुखार के मरीज बढ़ रहे हैं । डॉक्टरों की माने तो इस प्रदूषण को खतरनाक बता रहे हैं। इसके अलावा अस्थमा के मरीजों को सांस लेने और बीपी के मरीजों को स्मॉग से घबराहट भी हो रही थी।स्थानीय लोग समय समय पर एस डी एम को और तहसील दिवस पर सक्षम अधिकारी को भी सूचित कर चुके हैं। तमाम शिकायतों के बाद प्लांट का काम रुक गया था मात्र औपचारिकता ही साबित हुई क्योंकि कुछ दिन बाद ही पुनः उक्त प्लांट चालू हो गया जब से अभी तक चल रहा है l