
बरेली: पैगंबर हज़रत मोहम्मद साहब के कार्टून विवाद को लेकर खासतौर पर मुस्लिम समुदाय में फ़्रांस को लेकर गुस्सा उबाल पर है। इस बीच तंजीम उलमा-ए-इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने फ्रांस सरकार की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि पैगम्बर ए इस्लाम की शान में अदना सी भी गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी
इस दौरान उन्होंने मुस्लिम समुदाय से फ़्रांस के सामना का बहिष्कार करने की अपील करते हुए कहा कि किसी धर्म के बारे में या धार्मिक रहनुमा के बारे में टीका टिप्पणी करने का किसी को भी अधिकार नहीं है।
इस दौरान मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी लोगों से अपील करते हुए कहा कि भारत एक लोकतंत्रिक देश है उसके तहत हमे अपनी बात कहने के लिए जलसा जुलूस और धरना प्रदर्शन एक माध्यम है मगर इसी के साथ साथ हमे इस बात पर खूब ध्यान रखना चाहिए कि हमारी भीड़ में कहीं आसामाजिक तत्व शामिल न हो, देश में कुछ आसामाजिक तत्व देश विरोधी और मज़हब विरोधी बनाम मुस्लिम संगठन बना रखे है और वो इस भीड़ का गलत इस्तेमाल करना चाहते हैं जिससे अमन व शातिं और भाईचारा को नुकसान हो सकता है इसलिए बहुत होशियार रह कर कानून के दायरे में रह कर काम करे, कानून को किसी के हाथ में लेने की इज़ाज़त नहीं है।








