
बीएसए की सख्ती के बाद लग सकती बीईओ के वेतन पर रोक
भास्कर ब्यूरो
पीलीभीत। फर्जी इंटर कॉलेज संचालकों से सांठगांठ के चलते पीलीभीत में शिक्षा माफिया पांव पसार रहे हैं। बिना मान्यता के चल रहे दर्जनों विद्यालय संचालित है, खास बात यह हैं कि विभागीय अधिकारियों की मेहरबानी से गोरख धंधा फलफूल रहा है। पूरे मामले में बीएसए ने सख्ती दिखाते हुए बीईओ से रिपोर्ट तलब की गईं हैं।
जिले भर में बेसिक शिक्षा अधिकारी शिक्षा माफियाओं पर नकेल कसने के लिए तैयारी कर चुके हैं। गांव देहात और कस्बों में स्थानीय शिक्षा अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहे विद्यालयों की सूची तलब की गई है। फर्जी स्कूल संचालकों को बचाने में लगे खंड शिक्षा अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। बेसिक शिक्षा अधिकारी अमित कुमार सिंह ने ब्लॉक स्तर पर ऐसे शिक्षण संस्थानों की सूची तलब की है जिनकी मान्यताएं पांचवी, आठवीं की हैं और कक्षाएं हाई स्कूल से लेकर इंटर की लगाई जाती हैं। पिछले माह तत्कालीन जिलाधिकारी पुलकित खरे की अध्यक्षता में हुई बैठक में सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे कि 24 सितंबर तक बिना मान्यता के संचालित हो रहे विद्यालयों की सूची बीएससी कार्यालय में उपलब्ध कराई जाए।
इसके बाद पूरनपुर, मरौरी, शहर पीलीभीत और बिलसंडा से सूचनाएं उपलब्ध कराई गई। खंड शिक्षा अधिकारियों की सूचनाओं पर गौर किया जाए तो पाएंगे कि शिक्षा माफियाओं से मिलकर विद्यार्थियों का भविष्य बर्बाद किया जा रहा है। पूरनपुर खंड शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट के अनुसार विकास क्षेत्र पूरनपुर में 21 ऐसे विद्यालय चिन्हित किये गए हैं। मरौरी खंड शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट संदिग्ध है और उन्होंने मात्र तीन ऐसे विद्यालय संचालित होना दिखाया है। पीलीभीत नगर क्षेत्र की रिपोर्ट चौंकाने वाली है, यहां पर मात्र खंड शिक्षा अधिकारी ने एक विद्यालय बिना मान्यता के संचालित होना बताया है। बिलसंडा ब्लॉक की स्थिति और ज्यादा खराब है, बीईओ बिलसंडा की सूचना सफेद हाथी की तरह नजर आ रही हैं, मजे की बात हैं कि उनके ब्लाक क्षेत्र में कोई ऐसा विद्यालय नहीं है जो बिना मान्यता के संचालित हो रहे हो। उपलब्ध कराई गई सूचनाओं पर विभागीय अधिकारी ने भी संदेह व्यक्त किया हैं।
बिना मान्यता के स्कूलों की रिपोर्ट संदेह जनक है और मामले की जांच कराई जा रही है। सूचनाएं देने में देरी कर रहे बीईओ को नोटिस देकर वेतन रोकने की कार्रवाई होगी।
अमित कुमार सिंह, बीएसए।










