पीलीभीत : हमारा चुनाव क्षेत्र नहीं, मेरा घर है- वरूण गांधी

दैनिक भास्कर ब्यूरो

पीलीभीत। दो दिवसीय दौरे पर पीलीभीत पहुंचे सांसद का गजरौला कला में जोरदार तरीके से स्वागत किया गया, समर्थकों ने वरूण गांधी को फूल माला पहना कर अभिवादन किया। सांसद वरुण गांधी ने पूरनपुर क्षेत्र के ग्राम बैजूनगर, विधिपुर, इटोरिया, शिवनगर, बानगंज, ग्रांट, लालपुर, नदहा, सिसैया, पिपरिया आदि में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रमों को संबोधित किया। सांसद वरुण गांधी ने बिना नाम लिए कुछ क्षेत्रीय नेताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिनके पास पहले खाने को रोटी नहीं थी, आज वह बड़े-बड़े काफिले में चल रहे हैं। पूंछा वह किस पैसे से चल रहे हैं। वरुण गांधी ने कहा कि उनके पिता ने एक लाख करोड़ की मारुति कंपनी देश के नाम दान दे दी थी, क्या? आज के नेता ऐसा कर पाएंगे।

पीलीभीत के नेताओं पर सांसद ने फिर किये तीखे प्रहार

आज कोई 500 रूपये टेबल पर छोड़ने को तैयार नहीं है, एक लाख करोड़ की बात तो छोड़ो। सांसद ने जनता से कहा आप लोगों को अच्छे, बुरे की पहचान है, आपको यह सिखाने की जरूरत नहीं है। सब लोग जानते हैं कौन सही है और कौन गलत। बोले कि सही का साथ दीजिए, यही धर्म है, इसी का नाम राष्ट्रीयता, इसी का नाम मानवता और इसी का नाम जिंदगी है। सांसद ने कहा याद रखना यह जो बाजू हैं यह आपकी पहचान है, अपनी पहचान को अगर कूड़े में डाल दोगे तो गीदड़ आपको कभी बढ़ने नहीं देंगे।

सांसद बोले मैं राजनीति में नाम और पैसा कमाने नहीं आया हूं, वह सब मेरे पास पहले से है। पीलीभीत और देश के साथ जो रिश्ता बनाया है वह रिश्ते हमारे जीवन की सबसे बड़ी पूंजी। उन्होंने कहा जब आप दिल्ली, जयपुर, पटना कोलकाता, सोनीपत, मुंबई आदि कहीं भी जाते हैं तो वहां बोलते हो कि वरुण गांधी और मेनका गांधी वाले पीलीभीत से हूं, यही पूंजी हमारे लिए काफी है। इस मौके पर सांसद प्रतिनिधि राजू आचार्य, राजेश प्रधान, जीवन लाल, रामशंकर, नेमचंद वर्मा, मतलूव वक्श, मुनीश गुड्डू, हरीश कश्यप, देवेंद्र सिंह, महावीर सिंह, वीरेंद्र सिंह, पंडित रामेश्वर दयाल, निरंजन लाल, राजेंद्र प्रसाद वर्मा, संतराम विश्वकर्मा, डॉ हेमराज शर्मा, ध्रुव सिंह, मनोज वर्मा, रामरतन पासवान, ब्रह्मस्वरूप त्रवेदी, छेदालाल गंगवार, डीपी यादव, दशरथ गूजर, राहुल पांडेय, बलजीत सिंह, सतनाम सिंह, सर्वजीत सिंह आदि मौजूद रहे।

उद्योगपतियों से ज्यादा गरीबों को लोन की जरूरत

सांसद वरुण गांधी ने लोन प्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि आज लोन की जरूरत जितनी गरीबों को है, उतनी उद्योगपतियों को नहीं है। लेकिन उद्योगपतियों को आसानी से लोन मिल जाता है। अगर कोई उद्योगपति लोन नहीं चुका पाता है, तो उनसे सिर्फ मूलधन जमा करने को कह दिया जाता है, लेकिन अगर कोई गरीब लोन नहीं चुका पाता है तो उनके घर की कुर्की करने की तैयारी शुरू कर दी जाती है।

कोविड के दौरान नेता घर में छुपे थे, मैं मदद को आया

कोरोना काल को याद करते हुए सांसद वरुण गांधी ने कहा जब यह विपत्ति आई थी तो कोई नेता अपने घर से नहीं निकलते थे, वह डरते थे। लेकिन वरुण गांधी हर हफ्ते पीलीभीत आते थे और लोगों की हर संभव मदद करते थे। जनपद वासियों के लिए बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन की व्यवस्था कराई, मुफ्त में दवाइयां दी, ताकि लोगों को बचाया जा सके। इतना ही नहीं पीलीभीत, बीसलपुर, पूरनपुर आदि के अस्पतालों के साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था भी कराई, ताकि इस विपत्ति में कोई भी भूखा ना सोए। पीलीभीत की जनता हमारा परिवार है।

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