पीलीभीत: मिट्टी खनन के बाद तालाब बने खेत में तीन बच्चों की डूबकर हुई मौत

दैनिक भास्कर ब्यूरो

पीलीभीत। खनन माफियाओं की करतूत के बाद तीन मासूम बच्चों की जान चली गई है। थाना सेहरामऊ उत्तरी क्षेत्र खनन माफिया और पुलिस का गठजोड़ आए दिन चर्चा में रहता है। गठजोड़ के चलते ही खेतों से मिट्टी निकालकर तालाब बना दियेहै। रविवार को तीन मासूम बच्चों की मौत के बाद कोहराम मचा हुआ हैं।

थाना सेहरामऊ उत्तरी क्षेत्र में ईट भट्टों के नाम पर खनन माफियाओं ने खेत तालाब बना दिए। खनन की परमिशन में नियम कानून को फॉलो करने के दावे होते हैं। लेकिन धरातल पर खनन माफियाओं की मनमानी हावी रहती है। रविवार को खनन माफियाओं की मनमानी तीन मासूम बच्चों पर भारी पड़ी और गांव से बाहर खेलने गए तीनों बच्चे मिट्टी खनन के गहरे गड्ढों में गिरकर मौत की नींद सो गए।

खनन करने के बाद गहरे गड्ढों को समतल नहीं किया गया था और खेत के गड्ढे तालाब बन चुके थे। इसके चलते ही तीनों बच्चों की जान गई। बच्चों के गहरे पानी में डूब जाने की पर सनसनी फैल गई और सैकड़ों लोग मौके पर जा पहुंचे। बड़ी और दुखद घटना के गांव में कोहराम मचा गया है। मामले की सूचना लगने पर थाना अध्यक्ष कमलेश मिश्रा पुलिस बल के साथ पहुंचे और मृतक बच्चों के शव को कब्जे में लिया गया है।

पुलिस बच्चों को खनन किए गए गड्ढों में से फूल निकालने के लिए जाना बता रही है। मृतक बच्चों की पहचान गांव पटिहन निवासी लोकेंद्र पुत्र श्रीदेव 8 वर्ष, सचिन पुत्र अवनीश उम्र 9 साल और सपनील पुत्र विपिन कुमार के रूप में हुई है। रविवार को हुई हृदय विदारक घटना के बाद मृतकों के घर कोहराम मचा हुआ है। बच्चों की मौत के बाद भाजपा विधायक बाबूराम पासवान मौके पर पहुंचे और शोक व्यक्त किया। उसके साथ ब्लाक प्रमुख पुत्र आशुतोष दीक्षित व अन्य भी मौजूद रहे। घटना को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक डा0 पवित्र मोहन त्रिपाठी ने बताया कि तीनों बच्चे तालाब में फूल निकालने गए थे, तीनों की डूबकर मौत हुई है। मामले में विधिक कार्रवाई की जा रही हैं।

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