
कृषि बिलों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज प्रदेश में किसान पदयात्रा का ऐलान किया है। अखिलेश यादव खुद कन्नौज में रहेंगे। लेकिन इससे पहले पुलिस ने लखनऊ में अखिलेश के घर और सपा के कार्यालय को बैरिकेडिंग कर घेर लिया है। पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। एक तरह से सपा अध्यक्ष नजरबंद हैं।

सपा मुख्यालय से लेकर अखिलेश यादव के आवास तक पुलिस का कड़ा पहरा।
यह अघोषित कर्फ्यू जैसा
सुबह MLC राजपाल कश्यप और आशु मलिक कुछ कार्यकर्ताओं के साथ अखिलेश यादव से मुलाकात करने के लिए उनके घर के पास पहुंच गए, लेकिन पुलिस ने रोक लिया। इस पर झड़प भी हुई। जिस पर पुलिस ने दोनों नेताओं को हिरासत में लिया है। राजपाल कश्यप ने कहा कि, यह अघोषित कर्फ्यू लगाया गया है। वहीं, वकीलों एक समूह ने भी अखिलेश यादव से मुलाकात करने की कोशिश की। इस दौरान बेरिकेडिंग तोड़कर वकीलों ने आगे बढ़ने का प्रयास किया। पुलिस ने उन्हें रोक लिया तो तीखी नोकझोंक हुई है।
अखिलेश यादव कर सकते हैं प्रेस कॉन्फ्रेंस
लखनऊ कमिश्नरेट ने रविवार रात में ही सपा मुख्यालय के बाहर भारी फोर्स तैनात कर दी। यही नहीं, विक्रमादित्य मार्ग पूरी तरीके से सील कर दिया गया है। किसी भी बाहरी व्यक्ति के आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। विक्रमादित्य मार्ग पर पूर्व सीएम अखिलेश यादव के आवास के बाहर भी भारी पुलिस फोर्स लगा दी गई है। माना जा रहा है कि अखिलेश यादव पूरे मामले को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं। पदयात्रा का शुभारंभ करने के लिए अखिलेश यादव को कन्नौज जाना था।
हर जिले में निकलेगी यात्रा
राष्ट्रीय प्रवक्ता ने अनुसार सोमवार से उनकी पार्टी यूपी के हर जिले में ‘किसानों की आय बढ़ाओ’ और ‘खेती-किसानी बचाओ’ के नारों के साथ किसान यात्रा निकालेगी। उन्होंने कहा कि इस किसान यात्रा में हमारी पार्टी के कार्यकर्ता, पदाधिकारी पैदल यात्रा करने के साथ साइकल, मोटरसाइकल और अन्य साधनों से रैली निकालते नजर आएंगे।
कन्नौज में कार्यक्रम की नहीं मिली अनुमति
सपा मुखिया अखिलेश यादव के ठठिया क्षेत्र में किसान आंदोलन को DM राकेश कुमार मिश्र ने अनुमति नहीं दी है। उनका कहना है कि अभी कोरोना वायरस खत्म नहीं हुआ है, लिहाजा भीड़ को जुटाने की अनुमति किसी भी स्थिति में नहीं दी जा सकती। सपा मुखिया को पत्र भेजकर इसके लिए अवगत भी करा दिया गया है। यदि फिर भी भीड़ जुटती है तो प्रशासन अपने स्तर से कार्रवाई करेगा।












