
लखनऊ : प्रदेश की सभी स्वास्थ्य इकाईयों में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जाॅंचों एवं पोषण संबधी सुझावों हेतु संचालित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का लखनऊ जनपद के नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, सिल्वर जुबली जगत नारायन रोड एवं नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, इन्दिरा नगर का स्थलीय निरीक्षण प्रदेश सरकार के चिकित्सा स्वा0 एवं परिवार कल्याण मंत्री जय प्रताप सिंह द्वारा किया गया। आज के निरीक्षण का मुख्य आकर्षण मंत्री जी द्वारा लाभार्थियों से किया गया संवाद है। मंत्री द्वारा इस अभियान के तहत प्रदान की जाने वाली समस्त निःशुल्क सेवाओं-दवाओं, जांचों, उपचार, संदर्भन और एच0आर0पी0 प्रबन्धन का पर्यवेक्षण किया गया।

प्रेस से वार्ता करते हुये मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का मुख्य उद्देश्य निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं को सभी गर्भवती महिलाओं तक पहुँचाना और उन्हें सुरक्षित संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित करना है। प्रत्येक जनपद व ब्लाक स्तर पर माह की 09 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक संचालित की जा रही है। इस अभियान के अंतर्गत प्रत्येक माह की नौ तारीख को समस्त गर्भवती महिलाओं को गर्भ के द्वितीय/तृतीय तिमाही में राजकीय चिकित्सालयों में कम से कम एक बार विशेषज्ञ अथवा एम॰बी॰बी॰एस॰ चिकित्सक की देख-रेख में प्रसव पूर्व जाँचों एवं उपचार से आच्छादित किया जा रहा है ताकि प्रत्येक हाई रिस्क प्रेगनेंसी को चिन्हित कर मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सके।

महानिदेशक परिवार कल्याण ने के बारे में बताते हुये कहा कि प्रत्येक माह की 09 तारीख को प्रदेश की 1458 स्वास्थ्य इकाईयों में अस्पताल आने वाली गर्भवती महिला की निःशुल्क खून की जाँचें, यूरिन की जाँचें, रक्तचाप, हीमोग्लोबिन, डायबिटीज और अल्ट्रासाउंड की सुविधा प्रदान की जा रही है। प्रदेश में जननी सुरक्षा योजना एवं जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन से मातृ स्वास्थ्य सेवा सूचकांकों में अपेक्षित सुधार परिलक्षित हुआ है, परन्तु गर्भवती महिलाओं का प्रथम त्रैमास में पंजीकरण/प्रथम प्रसव पूर्ण जाँच का प्रतिशत तथा चार प्रसव पूर्व जाँचों से आच्छादन अपेक्षा से काफी कम है। इन सारे प्रयासों के बावजूद आज भी प्रत्येक बारह मिनट में एक महिला की मृत्यु हाई रिस्क प्रेगनेंसी (उच्च जोखिम गर्भावस्था) के कारण हो रही है। पूर्ण गुणवत्तापरक ए॰एन॰सी॰ सेवाएँ 19.7ः गर्भवती महिलाओं को मिल पा रही हैं। एनीमिया तथा कुपोषण के कारण 18.6ः कम वजन के बच्चों का जन्म हो रहा है।
मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन,उ0प्र0 श्रीमती अपर्णा उपाध्याय ने कहा कि मानव समाज में प्रत्येक गर्भावस्था महत्वपूर्ण है। अतः वैश्विक महामारी कोरोना के इस संक्रमण काल में प्रत्येक महिला को विशेष देखभाल की सुविधा उपलब्ध कराना हमारा कर्तव्य है। किसी भी गर्भवती महिला के जीवन में अग्रिम चेतावनी के बिना जटिलताएँ विकसित हो सकती हैं। इसलिए उन्हें गर्भावस्था के दौरान पोषण और प्रसव से उत्पन्न आजीवन अस्वस्थता एवं मृत्यु के खतरों से बचाने के लिए गुणवत्तापरक प्रसव पूर्व जाँचों की सेवाएँ प्रदान कराना अति महत्वपूर्ण है।
अन्त में मा0 मंत्री जी यह आह्वान किया गया कि सुरक्षित मातृत्व के लिए गर्भावस्था में पी॰एम॰एस॰एम॰ए॰ दिवस पर माह की 09 तारीख को कम से कम एक बार एम॰बी॰बी॰एस॰ चिकित्सकों की देख-रेख में सम्पूर्ण परीक्षण हेतु समुदाय की जागरूकता में सभी अपना सहयोग दें। स्वास्थ्य मंत्री जी द्वारा चिकित्सालयों की निरीक्षण के दौरान वहां पर प्रसव के उपरान्त दी जा रही सुविधाओं की जानकारी लाभार्थियों से प्राप्त की। जननी सुरक्षा योजना के अन्तर्गत अधीक्षकों द्वारा अवगत कराया गया की प्रसव के 48 घण्टें के अन्दर भुगतान लाभार्थियों के खाते में किया जा रहा है। मंत्री जी द्वारा निर्देशित किया गया कि लाभार्थियों के साथ-साथ आशाओं का भी भुगतान समय से किया जाए। माननीय मंत्री जी द्वारा 0 से 01 वर्ष तक पूर्ण टीकाकरण करा चुके लाभार्थियों को प्रमाणपत्र और आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड भी वितरित किया गया। साथ ही यह भी निर्देशित किया कि समस्त लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड शतप्रतिशत लक्ष्य के सापेक्ष बनाना सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यचिकित्सा अधिकारी डा0 संजय भटनागर द्वारा अवगत कराया गया कि लखनऊ में समस्त नगरीय एवं ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं महिला चिकित्सालयों में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अन्तर्गत प्रत्येक माह की 09 तारीख इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जाते है, जिसके लिए प्रत्येक आशा एवं ए0एन0एम0 द्वारा पूर्व से तैयार सूची के अनुसार गर्भवती महिलाओं को इन स्वास्थ्य केन्द्रों में आने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। उन्हें 102 एम्बुलेंस सेवा द्वारा प्रसव पूर्व जांचों के लिए स्वास्थ्य इकाईयों में लाया जाता है।
आज के स्थलीय निरीक्षण में श्रीमती अपर्णा उपाध्याय, मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उ0प्र0, महानिदेशक, परिवार कल्याण डा0 राकेश दूबेे, मुख्य चिकित्साधिकारी, लखनऊ डा0 संजय भटनागर सहित अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।










