रायबरेली ।मठ के महंत बाबा का शव आश्रम के गेट पर लटका होने पर इलाके में भारी आक्रोश हैं। जिला प्रशासन के उस समय हाथ पांव फूल गए जब आक्रोशित ग्रमीणों ने क्षेत्रीय सपा विधायक औऱ मौनी महराज के साथ विवादित जमीन से कब्जा औऱ आरोपी की गिरफ्तारी पर अड़ गए। करीब 8 घण्टे बाद एडीजी और कमिश्नर के समझाने के साथ साथ विवादित जमीन पर बनी बाउंड्रीवाल को तुरंत गिरवाने की करवाई जारी हुई तब जाकर बाद में बाबा का शव फंदे से उतार कर पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया।

गौर तलब हैं कई साल पहले मन्दिर के पुजारी बाबा सत्यनारायण दास की संदिग्ध मौत के बाद प्रेमदास पुजारी बने थे। मंदिर की जमीन को लेकर बाबा प्रेमदास का कुछ लोगों से विवाद चल रहा था। उन्होंने प्रशासन से भूमि को बचाने व जानमाल की गुहार लगाई थी। अभी कुछ दिनों पहले अमेठी के सगरा बाबूगंज के स्वामी मौनी महराज को मन्दिर का सरबराह नियुक्त किया था। उन्होंने उसी दिन मंदिर की भूमि को पुनः वापस लेने का एलान किया था। बताते हैं कि इसी को लेकर अभी हाल ही में अमेठी के गौरीगंज के महराज मौनी बाबा से भी कुछ लोगों ने अभद्रता की और राम जानकी मंदिर बाबा का पुरवा से नाता तोड़ने की धमकी दी थी। जिसकी शिकायत उन्होंने पुलिस समेत डीएम अमेठी से अपनी हत्या की आशंका जताई थी। यही नही मंदिर की जमीन को लेकर अरसे से विवाद चल रहा था। मृतक पुजारी जमीन को लेकर अधिकारियों के पास लगातार चक्कर काट रहे थे। पुजारी ने पहले ही अपनी हत्या की आशंका जताई थी।
मठ के पुजारी की हत्या के बाद जिला प्रशासन अब वह सभी काम करने को तैयार हैं जिसको बाबा अपने जीते जी नही कर सके। लोगो के भारी आक्रोश के चलते विवादित जमीन की बाउंड्री वाल पर जेसीबी चलवाकर मौत के रहस्य से पर्दा औऱ दोषियों को सजा दिलाने की बाद बड़े अधिकारियों द्वारा कही गयी हैं।
जानिए पूरा मामला
रायबरेली ।ऊंचाहार थाना क्षेत्र में राम जानकी मंदिर के पुजारी का शव संदिग्ध हालात में मंदिर के गेट पर फंदे से लटकता पाया गया। घटना की जानकारी पर मौके पर लोगों की भारी भीड़ लग गई। ग्रामीण पुजारी के हत्या की आशंका जता रहे हैं। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को ग्रामीणों ने शव को करीब 8 घण्टे फंदे से उतारने नहीं दिया। आक्रोशित ग्रामीण पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुलाने की मांग भी किया । बाद में स्थानीय सपा विधायक मनोज कुमार पाण्डेय औऱ मौनी महराज की पहल पर पुलिस ने किसी तरह लोगों को समझा बुझाकर व दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन देकर करीब 8 घण्टे बाद शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

ऊँचाहार थाना क्षेत्र के इटौरबुज़ुर्ग के अंतर्गत गांव बाबा का पुरवा स्थित राम जानकी मंदिर के पुजारी बाबा प्रेमदास उर्फ ज्वालाप्रसाद का शव बुधवार की सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में मन्दिर के गेट के ऊपर रस्सी से लटकता पाया गया। पुजारी की हत्या की खबर से आस पास गांवों के सैकड़ों लोग घटनास्थल पर जमा हो गए। सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंची, लेकिन आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को उतारने से मना कर दिया। इसके बाद कई थानों की पुलिस भी बुला ली गई। लेकिन बात नहीं बनी। लोग मुख्यमंत्री को बुलाने व हत्यारों को गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। बाद में डीएम व एसपी भारी पुलिस बल व पीएसी के साथ पहुंचे। वहीं स्थानीय सपा विधायक मनोज कुमार पांडेय व सगरा आश्रम अमेठी के मौनी महराज भी मौके पर पहुंचे और लोगों से घटना की बाबत जानकारी ली। बाद में उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों से बन्द कमरे में बात की। इसके बाद अधिकारियों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन देकर लोगों मनाया। तब कहीं जाकर पुलिस ने आठ घंटे बाद शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस घटना की जांच पड़ताल कर रही है।पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की सही वजह स्पस्ट हो सकेगी।

दरअसल कई साल पहले मन्दिर के पुजारी बाबा सत्यनारायण दास की संदिग्ध मौत के बाद प्रेमदास पुजारी बने थे। मंदिर की जमीन को लेकर बाबा प्रेमदास का कुछ लोगो जिनमे प्रमुख रूप से पंचशील महाविद्यालय के प्रबंधक से विवाद चल रहा था। मृतक बाबा प्रशासन से भूमि को बचाने व जानमाल की गुहार लगातार लगा रहे थे । अभी कुछ दिनों पहले अमेठी के सगरा बाबूगंज के स्वामी मौनी महराज को मन्दिर का सरबराह नियुक्त किया था। उन्होंने उसी दिन मंदिर की भूमि को पुनः वापस लेने का एलान किया था। बताते हैं कि इसी को लेकर अभी हाल ही में अमेठी के गौरीगंज के महराज मौनी बाबा से भी कुछ लोगों ने अभद्रता की और राम जानकी मंदिर बाबा का पुरवा से नाता तोड़ने की धमकी दी थी। जिसकी शिकायत उन्होंने पुलिस समेत डीएम अमेठी से अपनी हत्या की आशंका जताई थी। बताते चलें कि मंदिर की जमीन को लेकर अरसे से विवाद चल रहा है। मृतक पुजारी जमीन को लेकर अधिकारियों के पास लगातार चक्कर काट रहा था। पुजारी ने पहले ही अपनी हत्या की आशंका जताई थी। पुलिस सभी पहलुओं की जांच में जुट गई हैं।
बाबा की मौत पर चार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
क्षेत्र के पूरे बाबा मजरे इटौरा बुजुर्ग के चर्चित राम जानकी मंदिर के पुजारी की मौत के मामले में थाना पुलिस ने 4 लोगो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की हैं।
बताते चले कि बाबा के पुरवा में रामजानकी की जमीन को कब्जा करके उसपर बाउंड्री व बिल्डिंग बनाने को लेकर अरसे से विवाद चल रहा था। जिसकी पैरवी बाबा प्रेमदास चेला महंत सत्यनारायण दास कर रहे थे। जिनकी बीती रात हत्या कर शव लटका दिया गया मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की सूचना आलाधिकारियों को दी जिस पर जिलाधिकारी संजय खत्री पुलिस अधीक्षक व अपर पुलिस अधीक्षक सहित जिले के सारे थानों की फोर्स और उपजिलाधिकारी मौके पर पहुंच कर शव उतरवाने का प्रयास करने लगे किन्तु जनता ने बगैर मौनी महराज के मौके पर आए शव उतारने से मना कर दिया। जिसके बाद मामले की सूचना पर प्रयाग से पहुंचे शिवयोगी मौनी महराज व क्षेत्रीय विधायक मनोज कुमार पांडेय ने पुलिस एडीजी सुजीत पांडेय,कमिश्नर अनिल गर्ग के नेतृत्व आलाधिकारियों से बातचीत के बात विवादित भूमि से तुरन्त कब्जा हटाने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी तथा मौनी महराज व पीठ की सुरक्षा का की बात पर शव को उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। मामले की तहरीर शिवबलयोगी महंत मौनी महराज ने देकर बीएन मौर्य पुत्र पंचम मौर्य निवासी ऊँचाहार, अमृतलाल पुत्र राजाराम, संजीव मौर्य पुत्र रामसजीवन व रामस्वरूप दास के नाम हत्या कर शव लटकाने का मामला दर्ज कराया है।