राज्यसभा सांसद ने राजकीय पुस्तकालय में नवनिर्मित हाॅल का किया लोकार्पण


मैनपुरी – राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह ने आबकारी, मद्य निषेध मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री, जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह, पुलिस अधीक्षक अविनाश पाण्डेय, मुख्य विकास अधिकारी ईशा प्रिया की गरिमामयी उपस्थिति में जिला राजकीय पुस्तकालय में सांसद निधि से 22.16 लाख रु. की लागत से नवनिर्मित 100 छात्र क्षमता वाले हॉल का वैदिक रीति-रिवाज के साथ लोकार्पण करते हुए कहा कि जिलाधिकारी के अथक प्रयासों से आज बच्चों को बेहतर शिक्षा प्राप्त करने, विभिन्न प्रयोगात्मक परीक्षाओं की तैयारी करने हेतु सुविधाओं से सुसज्जित नया हॉल मिला है, यह श्रेष्ठ, पवित्र कार्य जिलाधिकारी के प्रयासों से ही सम्भव हुआ है। उन्होंने उपस्थित छात्र-छात्राओं का आह्वान करते हुए कहा कि पुस्तकालय अवश्य आएं, कुछ समय पहले पुस्तकालय छात्र-छात्राओं का केंद्र हुआ करते थे लेकिन अब बच्चों ने गूगल को गुरु बना लिया है, बच्चे गूगल को नहीं बल्कि लाइब्रेरी में उपलब्ध साहित्य को अपना गुरु बनाएं, किताबें जो ज्ञान दे सकतीं हैं वह ज्ञान कोई दूसरा नहीं दे सकता, हिंदी-अंग्रेजी शब्दकोश को बढ़ाएं, पुस्तकालय में उपलब्ध किताबों को पढ़ें इससे पढ़ने की रुचि बढ़ेगी।
        राज्यसभा सांसद कहा कि पुस्तकालय की प्रमुख कड़ी पुस्तकें होती है, इसलिए पुस्तकालय में एनसीआरटी से लेकर प्रतियोगिता सम्बन्धी अधिक से अधिक पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध हैं। उन्होने कहा कि आधुनिकता के युग में पुस्तकालय के प्रति आकर्षण कम हुआ है लेकिन मैनपुरी के राजकीय पुस्तकालय में बड़ी संख्या में विभिन्न प्रतियोगिताओं की तैयार कर रहे छात्र-छात्राएं आ रहे हैं, यह सुखद है। उन्होने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों से कहा कि राजकीय पुस्तकालय में और बेहतर सुविधाएं मुहैया हों यहां बच्चों को पढ़ने के लिए अधिक से अधिक किताबें उपलब्ध हों, इसके लिए सभी लोग निर्धारित शुल्क जमा कर पुस्तकालय के आजीवन सदस्य बने। उन्होने कहा कि लाइबे्ररी में जिन पुस्तकों की कमी है, उन पुस्तकों की सूची उपलब्ध करायें, कम्प्यूटर आदि की आवश्यकता हो तो उसकी भी मांग करें, लाइब्रेरी हेतु सभी व्यवस्थाएं सुलभ करायी जायेंगी।
         आबकारी, मद्य निषेध मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री ने कहा कि राजकीय जिला पुस्तकालय में बना नया हॉल जनपद के बच्चों के लिए प्रेरणा का केंद्र बनेगा, यहां बच्चे पढ़कर भविष्य में उच्च पदों पर विराजमान होंगे, शिक्षा के क्षेत्र में जनपद का नाम रोशन होगा। उन्होंने कहा कि जिन बच्चों को आर्थिक तंगी के कारण बेहतर पुस्तकें उपलब्ध नहीं हो पाती थी उन्हें राजकीय पुस्तकालय में बेहतर पुस्तकें उपलब्ध होंगी, यहां से बच्चों को नई दिशा मिलेगी और वह हर क्षेत्र में जाकर जनपद का नाम रोशन करेंगे। उन्होने राजकीय पुस्तकालय को 51 हजार रू. उपलब्ध कराने की घोषणा की।
   जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि प्रयोगात्मक परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राएं प्रतिदिन कम से कम 01 घंटा राजकीय पुस्तकालय में आकर अवश्य पढ़ें, यहां पुस्तकों का भंडार है, सभी मूल-भूत सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। उन्होने कहा कि जन सहयोग से पुस्तकालय में व्यवस्थाएं पहले से बेहतर हुयी हैं, कई जनपदवासियों, अधिकारियों, कर्मचारियों ने स्वेच्छा से पुस्तकालय की आजीवन सदस्यता ग्रहण की, जिससे काफी पैसा एकत्र हुआ, उपलब्ध धनराशि से प्रतियोगिताओं की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए पुस्तकों की उपलब्धता सुनिश्चित करायी गयी। उन्होने कहा कि लाइबे्ररी में पढ़ने आने वाले छात्र-छात्राओं को मार्गदर्शन जल्द ही उच्चाधिकारियों के माध्यम से खाली समय में पढ़ाने की व्यवस्था की जायेगी, वह स्वयं आकर भी बच्चों को प्रतियोगात्मक परीक्षाओं के बारे में मार्ग दर्शन देगें।
     पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडेय ने कहा कि शिक्षा एक ऐसा दिया है जो हर अंधकार को दूर करने का काम करता ह,ै शिक्षित व्यक्ति अपने जीवन की राह खुद चुनता है और उस पर आगे बढ़ कर अपने और अपने परिवार को प्रगति के पथ पर अग्रसर करता है। उन्होने कहा कि सभी लोग पुस्तकों को अपना मित्र बनाएं, निरंतर अध्ययनरत रहें, अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करें ताकि वह आगे चलकर समाज, देश का नाम रोशन कर सकें।
        राज्यसभा सांसद, आबकारी मंत्री, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक ने राजकीय जिला पुस्तकालय में तैयारी करने वाले विभिन्न सेवाओं में चयनित ओमकार शर्मा, राहुल राजपूत, मानवेन्द्र यादव, मनीष कुमार, मनेश पाल, शैलेन्द्र यादव, हेमेन्द्र, प्रीति, अनामिका चैहान आदि को सम्मानित किया। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी सदर ऋषिराज, अधिशाषी अभियंता पीडब्ल्यूडी. अनिल कुमार, पुस्तकालयाध्यक्ष संजय यादव आदि उपस्थित रहे।

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