शाहजहांपुर के छात्राओं ने राज्यपाल को सौपा ज्ञापन

शाहजहांपुर में छात्र छात्राओं को हो रही असुविधा के लिए छात्र नेताओं ने शुक्रवार को प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को सम्बोधित ग्यापन जिलाधिकारी को सौंपा। वजह चाहे कोरोना काल को दी जाये या नयी शिक्षा नीति 2019 के सुचारू रूप से संचालन को, विश्वविद्यालय द्वारा उत्पन्न अव्यवस्था का सामाना छात्रों को ही करना पड़ता है। इसी अव्यवस्था के चलते विश्वविद्यालय द्वारा एक ही समय पर कुछ पाठ्यक्रमों की प्रवेश पंजीकरण प्रक्रिया एवं परिक्षा आवेदन प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। जिसके कारण छात्रों के यह समक्ष नहीं आ रहा कि वह पहले प्रवेश प्रक्रिया के लिए शैक्षिक शुल्क की व्यवस्था करे या परिक्षा आवेदन फार्म की।

केवल इतना ही नहीं कोरोना काल के बाद और न्यू एजुकेशन पाॅलिसी की सम्पूर्ण जानकारी ना होने के कारण विश्वविद्यालय एवं उससे संबद्ध महाविद्यालयों ने मनमाने तरिके से छात्रों से अधिक धनराशि शैक्षिक शुल्क के नाम पर लेना शुरू कर दिया है। इसी मुद्दे पर बात करते हुए छात्र नेता रजत मिश्रा ने बताया जिस पाठ्यक्रम की फीस 2 हजार रुपए बार्षिक थी उसके अब छात्रों से 4 से 5 हजार रुपए प्रति सेमेस्टर वसूलने का काम विश्वविद्यालय व महाविद्यालय द्वारा मनमाने ढंग से किया जा रहा है। प्रवेश प्रक्रिया देर से शुरू होने के कारण छात्रो को छात्रवृत्ति योजना से भी वंचित होना पड़ा।

इन्ही समस्याओं से राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को अवगत कराने के लिए एवं छात्रों की आवाज़ उठाते हुए छात्र नेता रजत मिश्रा ने बिते दिन कलेक्ट्रेट में एक ज्ञापन अपने साथियों के साथ जिलाधिकारी शाहजहांपुर को सौपा और विश्वविद्यालय द्वारा अव्यवस्था के समाधान हेतु, विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों द्वारा शुल्क वृद्धि मे कटौती हेतु एवं छात्रवृत्ति योजना से वंचित छात्रों को लाभांवित करवाने जैसी मांगो को मुख्यरूप से रखा गया व द्वारा राज्यपाल के संवैधानिक पद पर विश्वास जताते हुए छात्रों की समस्याओं के जल्द निस्तारण की मांग की। इस दौरान भरतराणा, सनी , वलजीत, यश, अक्षय, आनेश आदि मौजूद रहे।

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