सीतापुर क्लब पर करवाई, एसपी को पड़ गई भारी

नमन कुमार अवस्थी 

सीतापुर। 173 वर्ष पुराने नजूल भूमि पर बने सीतापुर क्लब पर बुधवार को डीएम शीतल वर्मा, एसपी प्रभाकर चौधरी तथा सिटी मजिस्ट्रेट पीपी उपाध्याय की मौजूदगी में छापा मारा गया। जहां फ्रिज के अंदर शराब की बोतलें मिली वहीं जुआ खिलाए जाने वाले ताश की कई गड्डियां बरामद हुई। साथ ही कैसीनों की तरह दिए जाने भारी संख्या में टोेकेन भी बरामद हुए। इतना ही नहीं यहां से नकदी समेत जेवर भी मिले हैं।

बताया जाता है कि जुआ खिलाए जाने के दौरान जेवरों को गिरवीं रखे जाने का कार्य भी यहां होता था। कार्रवाई के दौरान मौके पर पहुंचे क्लब के अध्यक्ष सहित दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं इसी क्लब की जमीन पर स्थित ढ़ाबे को जेसीबी मशीन द्वारा भी धराशाई करवा दिया गया। डीएम ने समस्त कार्रवाई की रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश कोतवाली पुलिस को दी है। डीएम ने क्लब को प्रशासनिक कब्जे में लेते हुए उसे सिटी मजिस्ट्रेट की सुपुर्दगी में सौंप दिया।

एशिया प्रसिद्ध सीतापुर नेत्र चिकित्सालय के निकट तथा शहर के आफीसर्स कालोनी जाने वाले मुख्य मार्ग पर स्थित वर्ष 1845 में स्थापित किए गए सीतापुर क्लब नजूल की भूमि पर बना हुआ पाया गया। डीएम ने छानबीन में पाया कि इसकी पटटावधि समाप्त हो गई थी। फिर भी उस पर कब्जा बरकरार था। गुप्त छानबीन में उन्हें यह भी मालूम पड़ा था कि इसके अंदर शाम होते ही बार सज जाता है और कैसीनों की तरह जुआघर चलाया जाता है। पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद डीएम शीतल वर्मा, एसपी प्रभाकर चौधरी समेत भारी संख्या में पुलिस बल ने छापा मारा। जहां तलाशी के दौरान फ्रिज के अंदर से शराब की बोतले खुद डीएम-एसपी ने बरामद की।

यही नहीं एक कमरे में वाकायदा कई टेबलें पड़ी हुई थी जिन पर रखे डिब्बों में ताश की गड्डियां मौजूद मिली। साथ ही सैकड़ों की संख्या में जुआ खिलाए जाने वाले कैसीनों में दिए जाने वाले टोकेन भी बरामद हुए। कार्रवाई के दौरान वहां मौजूद ताला पड़ी बंद अलमारियों को जब तोड़ा गया तो उसमें से नकदी व जेवर निकलने लगे। जिन्हें देखकर सभी हैरान रह गए। पता चला कि जुआ खिलाए जाने पर जीतने वाला पैसा देता है तथा जिसके पास पैसा नहीं होता है वह जेवर गिरवीं रखकर वहीं पैसा ले लेता है। इसके अलावा कई अन्य आपत्तिजनक वस्तुएं भी बरामद हुई है। इन सब वस्तुओं को कब्जे में ले लिया गया है। कार्रवाई के दौरान मौके पर क्लब के अध्यक्ष ओपी गुप्ता समेत दो लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। समस्त कार्रवाई की रिपोर्ट दर्ज किए जाने के निर्देश डीएम ने कोतवाली प्रभारी हरमीत सिंह को दिए। डीएम ने उक्त क्लब के खाली कराकर उस पर प्रशासनिक कब्जा ले लिया तथा उसका चार्ज सिटी मजिस्ट्रेट को दे दिया।

इसी क्लब की जमीन पर वर्षों से पैसा लेकर ढ़ाबा चलवाया जा रहा था जिसे सरदार अमरजीत सिंह द्वारा संचालित किया जा रहा था। डीएम व एसपी के निर्देश पर नगर पालिका द्वारा जेसीबी लाकर उसे धराशाई करा दिया गया तथा उस जमीन को पास स्थित सिविल लाइन पुलिस चौकी की जिम्मेदारी में दे दिया गया। जिस पर डीएम ने चेक पोस्ट बनाए जाने के निर्देश दिए हैं।

इंडस्ट्रियल एरिया में अधिकारियों का छापा
शहर के बाहर थाना खैराबाद इलाके के इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित दर्जनों फैक्ट्रियों पर डीएम शीतल वर्मा तथा एसपी प्रभाकर चौधरी के निर्देश पर अधिकारियों की पांच अलग-अलग टीमों ने छापा मार कार्रवाई की। जहां पर टीम के अधिकारियों ने वहां स्थित फैक्ट्रियों में राजस्व विभाग, बिजली, प्रदूषण, इनकम टैक्स ने निरीक्षण किया। डीएम ने बताया कि यहां पर व्यापार करने के लिए जो जमीन सरकार से खरीदी गई थी उसे खरीदने वालांें ने दूसरों के हाथ बेचा है। जिस पर वहां कार्रवाई कराई जा रही है। ऐसे जो भी मामले सामने आते हैं ऐसे व्यापारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान पांच ट्रक पीएससी तथा भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था।

जिला जज के सामने अधिवक्ताओ ने एसपी के सुरक्षाकर्मी को पीटा एसपी का छीना मोबाइल

सीतापुर क्लब को खाली कराने समय गिरफ्तार किये गये वरिष्ठ अधिवक्ता ओ पी गुप्ता व रामपाल सिंह किये जाने से नाराज भाजपा जिलाअध्यक्ष अजय गुप्ता व एक सैकड़ा अधिवक्ताओं ने शहर कोतवाली में नारेबाजी करते हुये गिरफ्तार किये गये अधिवक्ताओं को कोतवाली से जबरदस्ती रिहा करा लिया। सूत्रों की माने तो अधिवक्ताओं ने शहर कोतवाल को अधिवक्ताओं का मोबाइल ससम्मान वापस करने की चेतावनी भी शहर कोतवाल को दी। इसके बाद वकीलों ने लालबाग चौराहे पर नारेबाजी भी की। इस मौके पर जिला उपाध्यक्ष रामेन्द्र शुक्लाएमहामंत्री अचिन मेहरोत्राएराहुल जायसवाल समेतएबार अध्यक्ष हरीश त्रिपाठीएसचिव राममोहन पाण्डेयएपूर्व अध्यक्ष आशीष मिश्रा समेत सैक ड़ो अधिवक्ता मौजूद रहे। जिला सत्र एवं न्यायाधीश में जिला जज की अध्यक्षता में होने वाली अपराध समीक्षा बैठक में पुलिस अधीक्षक से वकीलों में हाथपाई हुई। इस दौरान तीखी नोकझोंक हुई।

अधिवक्ताओं की गिरफ्तारी से नराज वकील अपराध समीक्षा बैठक में जिला जज के कार्यालय में आये एसपी प्रभाकर चौधरी से मिलने के लिये गये। एसपी जिला जज के साथ बैठाये उपनिरीक्षक विनोद कु़मार व प्रदीप पाण्डे से अधिवक्ताओं ने मारपीट करते हुये एसपी का मोबाइल भी छीन लिया। मोबाइल छीनने पर नाराज एसपी ने भी सख्ती से पेश आते हुये अधिवक्ताओं पर कार्यवाही करने की बात कही। एसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि बैठक में अधिवक्ताओं ने पुलिसकर्मियों से मारपीट के साथ अभद्रता भी की है। उन्होने कहा कि उपद्रवी अधिवक्ताक कर रहे थे। इस दौरान कुछ अधिवक्ता जिला जज कक्ष में जबरदस्ती घुसने लगे। जिस पर एसपी के साथ सुरक्षा में अ ओं के साथ विधिक कार्यवाही की जायेगी। इसके साथ ही क्लब में पकड़े गये अधिवक्ताओं के विरूद्ध भी जांच कर कार्यवाही की जायेगी।

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